शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट

शेयर मार्केट के बारे आधारभूत और इस से जुडी सभी तरह की जानकारी के बारे में STEP BY STEP GUIDE हिन्दी में ,
Share Market
SHARE MARKET – The Way of Making Money in Stock Market
SHARE MARKET के बारे में अच्छी जानकारी होने से आपके पास, पैसो से पैसा बनाने की एक खास स्किल्स आ जाती है,
और आप शेयर बाजार से अपने लिए PASSIVE INCOME भी बना सकते है,
स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करे
शेयर बाजार से पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके है, जिसमे सबसे प्रमुख है-
- शेयर्स के भाव बढ़ने पर उन्हें बेचकर लाभ कमाना (PROFIT ON SELLING)
- इंट्रा डे ट्रेडिंग (Intra day Trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
- शोर्ट टर्म ट्रेडिंग (Short Term Trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long Term Trading)
- फ्यूचर मार्केट ट्रेडिंग (FUTURE MARKET)
- ऑप्शन मार्केट ट्रेडिंग (OPTION MARKET)
हम यहाँ पे शेयर मार्केट के बारे में बेसिक से एडवांस लेवल तक कि जानकारी आपके सामने लाना चाहते है,
ताकि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीको को सिख कर, पैसो से पैसा बनाने की कला को सिख सके,
इन्वेस्टमेंट
इन्वेस्टमेंट शब्द का हिंदी में मतलब होता है निवेश शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट करना यानि अपने पैसे को कही ऐसी जगह देना जहाँ पर उसे अच्छा इंटरेस्ट यानि आसान शब्दों में बोले तो ब्याज मिलना। निवेश तो आप अपने पैसे को कई तरीके से कर सकते हैं – बैंक में, म्यूच्यूअल फण्ड में,बांड्स में,शेयर मार्केट में स्टॉक खरीद कर।
मैं जो इन्वेस्टमेंट (निवेश करना) करने की बात कर रहा हूँ वो शेयर मार्केट में स्टॉक्स खरीदकर निवेश करने की बात कर रहा हूँ तो आये जानते हैं स्टॉक मार्केट में कैसे इन्वेस्टमेंट करें। इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?
कैसे स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें ?
शेयर मार्केट में स्टॉक्स को लम्बे समय तक खरीदकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करने के लिए भी आपको काफी रीसर्च करना होगा। आप ऐसे ही किसी कंपनी के बारें में जानें बिना उसमें इन्वेस्ट नहीं कर सकते है। बिना किसी कंपनी को जानें बिना उसमें निवेश करना अँधेरे में तीर चलाना वाला बात होगी इसलिए निवेश करने के लिए आपको कुछ रिसर्च करना होता यानि कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
सबसे पहले आपको केटेगरी तय करना होता है कि आप अपना पैसा किस केटेगरी में निवेश करना चाहते है जैसे – आईटी सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर,मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर,पावर सेक्टर,लोजिस्टिक्स सेक्टर,ऑटोमोबाइल सेक्टर इसके अलावा बहुत से सेक्टर हैं आप चाहे तो हर सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक को चुन सकते हैं।
सेक्टर का चुनाव करने के बाद आपको उस सेक्टर के टॉप कम्पनीज की लिस्ट बनायेंगे फिर आप उस सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक्स को compare करेंगे मतलब फंडामेंटल एनालिसिस करेंगें जैसे – स्टॉक का प्राइस, एअर्निंग पर शेयर,कंपनी का कैपिटल मार्केट,रेवेनुए, प्रॉफिट ग्रोथ, सेल्स ग्रोथ,कंपनी की लीअब्बिलिटी,प्रमोटर्स की होल्डिंग,कंपनी का आने वाले समय में क्या प्लान है, कंपनी की मैनेजमेंट इन सभी बातों का आपको पता लगाना होगा।
ट्रेडिंग
अगर आप ट्रेडिंग करके ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते है तो आपको पहले ट्रेडिंग के बारें में जानना व सीखना होगा। ट्रेडिंग से दो प्रकार के होते है।
स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक को कुछ दिनों के लिए होल्ड कर सकते है यानी 2 से लेकर 15 दिन उससे ज्यादा दिन के लिए कर सकते है। इसका ट्रेडिंग का इस्तेमाल तब करते है जब हमें किसी स्टॉक का प्राइस लगातार बढ़ रहा हो या लगे ये आने वाले दिन में बढ़ेगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता हैं की आपको आज ही शेयर खरीदना व बेचना होता है यानी आप रोज सुबह 9:15 से इंट्राडे शुरू कर सकते हैं। और तीन बजकर पंद्रह मिनट तक आप ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर इन टाइम के बीच में अगर शेयर खरीद कर बेचते नहीं है तो आटोमेटिक वो 3:15 तक सेल हो जायेगा।
ट्रेडिंग में लगभग सभी ब्रोकरेज कम्पनियाँ ट्रेडिंग करने के लिए आपको आपके फंड्स से ज्यादा पैसे देती है यानी अगर आपके डीमैट अकाउंट में 1000 रुपये है और आप किस कंपनी के स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको आपकी ब्रोकरेज कंपनी आपके फंड्स से 5 गुना लिवरेज है यानि आप 1000 की जगह 5000 तक के स्टॉक्स से ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको अपने फंड्स से देना होता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता हैं।
सबसे पहले ये ध्यान रखना होता है कि इसमें बहुत ही हाई रिस्क होता हैं क्यूंकि एक दिन में किसी स्टॉक का प्राइस किधर जायेगा ये बात कोई भी 100% कन्फर्म नहीं होता हैं।
अमेरिकन स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट कैसे करें ?
Developed Country अमेरिका के स्टॉक मार्केट में हर कोई इनवेस्ट करना चाहता है और हम इंडियन्स तो खासकर इनवेस्टमेंट के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। दुनिया की लगभग सारी बड़ी कंपनियां यूएस की ही हैं, यहां तक 1 ट्रिलियन M arket Valuation क्लब की चारों कंपनियां A pple, Microsoft, Amazon & Google भी US based कंपनियां हैं। दरअसल ज्यादा V aluation वाली इन कंपनियों में थोड़े से बदलाव में ही हमको अच्छा खासा Profit मिल जाता है।
अभी हाल ही में Johy Ivy के एपल छोड़कर जाने की खबर पर एपल के शेयर्स की कीमत 1% गिर गई थी। सिर्फ 1 शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट % शेयर्स के कम होने की वजह से एपल कंपनी की Market Value 9 बिलियन डॉलर यानि करीब 62, 000 करोड़ कम हो गई थी।
Indian Brokerage Firm से ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाकर-
कोई भी इंडियन जो कि यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहता शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट है, वह F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Indian Brokerage Firm में अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकता है। इस तरह के ट्रेडिंग अकाउंट को O verseas अकाउंट कहते हैं। इंडिया में F oreign tie-up के Brokerage Firms कई सारे हैं,जैसे- ICICI direct, HDFC Securities, Kotak Securities, Reliance Money.
स्टेप्स कुछ ऐसे हैं-
1) सबसे पहले आपको FF oreign tie-up वाले ब्रोकर Firm में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना होगा।
2) KYC के लिए जरूरी सभी डाक्यूमेंट सबमिट करने होगें।
Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर-
आप डायरेक्ट Foreign Brokerage में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। फॉरेन के कई Brokerage Firm- Interactive Brokers, TD Ameritrade, Charles Schwab International Account etc इंडियन्स के लिए ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने की Permission देते हैं।
इस समय एक फायनेशियल ईयर में कोई भी इंडियन यूएस स्टॉक मार्केट में 2,50,000 डॉलर यानि करीब 1.7 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट कर सकता है और यही LRS (Liberalized Remittance Scheme) की M aximum Price है।
US Stock Market में इनवेस्ट करने के कुछ फायदे है और कुछ नुकसान भी हैं-
1 > ’ Foreign Broker ’ Foreign Exchange में ब्रोकरेज चार्ज डॉलर में लेते हैं, इसलिए हम इंडियन्स के लिए ब्रोकरेज चार्ज ज्यादा हो जाता है।
2> एक्सचेंज रेट का काफी ज्यादा I mpact पड़ता है, जब भी D ollar Fluctuate होता है तो हमारी Currency की V alue भी F luctuate हो जाती है।
3> अगर आप G lobal Business Factors और E conomics Conditions नहीं जानते हैं तो आपके लिए यूएस स्टॉक मार्केट D angerous साबित हो सकता है।
यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करके आप अपनी इनवेस्टमेंट स्किल को बढ़ा सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि US में लगभग 60% लोग स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करते हैं पर इंडिया में सिर्फ 4% से 5% लोग ही Stock Market में Invest करते हैं।
वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.
मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.
कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:
स्टॉक्स
स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.
आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?
अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.
अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.
कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.
बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है
- प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
- समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन
बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.
What Is Investment?(Investment किसे कहते है ?)
Investment जो है वो long term के लिए की जाती है, यहा Shares को long term के लिए hold किया जाता है.Long Term मतलब 1 साल से ज्यादा टाइम के लिए.
जो लोग Investment करते है,उन्हें Investor कहा जाता है.ये जो investor होते है,वो Smart Work करते है,वो Buy-hold-sell Approach को use करते है .
Buy-hold-sell मतलब किसी कंपनी के Shares को Purchase करना ,सालो तक उसे Hold पर रखना और opportunity देख कर उसे market में sell करना.
जैसे Trader का फोकस Technical Analysis के उपर होता है,उसी तरह Investor का focus Fundamental Analysis पर रहता है.
Types Of Investing (Investing के प्रकार.)
Value Investing
Value investing का focus,future में जो industry ज्यादा develope होगी उसे पहचाना और उस में invest करना होता है.
Growth Investing
Growth investing का मकसत उन कंपनियों में invest करना होता है ,जो fundamentally काफी strong होती है.और जिनका मार्केट में नाम हो.
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दोस्तो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट / ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है.आप चाहे तो Upstox में अपना डीमैट अकाउंट ओपन करके इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग की शुरवात कर सकते हो.
डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए अभी उपर वाली फोटो पर क्लिक करे.
FAQ |सवाल जवाब
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से रिलेटेड गूगल पर पूछे जाने वाले कुछ फेमस सवाल और उनके जवाब.
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
ट्रेडिंग के कई सारे टाइप है, लेकिन शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म ये दो ट्रेडिंग के मुख्य टाइप है.
Trading क्या होता है ?
जब शेयर मार्केट में से आप कोई शेयर खरीदते हो,और उसे 1 साल के अंदर बेच देते हो,तो उसे ट्रेडिंग बोला जाता है.
इन्वेस्टमेंट किसे बोला जाता है ?
जब शेयर मार्केट में से आप कोई शेयर खरीदते हो,और उसे 1 साल के लंबे गैप के बाद बेच देते हो,तो उसे इन्वेस्टमेंट बोला जाता है.
आखरी शब्द
दोस्तो में उम्मीद करता हु आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (Difference Between Trading & Investment In Hindi.) आपको पसंद आई होगी.आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे ब्लॉग पर दोबारा जरूर विजिट करे.
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