ट्रेडिंग विचार

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Money Market New Timings: RBI ने बदला ट्रेडिंग का समय, सोमवार से सुबह 9 बजे से होगा कामकाज
Market Market Timings Update। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में ट्रेडिंग के समय में बदलाव कर दिया है।आरबीआई की ओर से जानकारी दी गई है कि वित्तीय बाजार के कारोबार का नया टाइम टेबल 18 अप्रैल, सोमवार से लागू होगा। अभी तक कारोबार का समय सुबह 10 बजे से था, लेकिन अब इसे 18 अप्रैल से 9 बजे से ही कर दिया गया है और 3.30 बजे तक जारी रहेगा। RBI ने बाजार के कारोबारी समय में 30 मिनट बढ़ा दिया है। RBI ने विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी है कि कोविड प्रतिबंधों के खत्म होने और लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों को हटाने और कार्यालयों में कामकाज सामान्य होने के चलते सुबह 9 बजे से वित्तीय बाजारों में कारोबार शुरू करने का फैसला लिया गया है।
RBI के मुताबिक अब बदले हुए समय के साथ विदेशी मुद्रा बाजार और सरकारी प्रतिभूतियों में लेनदेन संभव होगा। 18 अप्रैल 2022 से विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव, रुपया ब्याज दर डेरिवेटिव, कॉरपोरेट बॉन्ड में रेपो आदि सहित विदेशी मुद्रा (FCY)/ भारतीय रुपया (INR) ट्रेडों जैसे RBI विनियमित बाजारों में ट्रेडिंग अपने पूर्व-कोविड समय यानी सुबह 10 बजे के बजाय 9:00 बजे सुबह से शुरू होगी
आपको बता दें कि साल 2020 में कोरोना संक्रमण को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 7 अप्रैल को बाजार के कारोबार के घंटे में बदलाव किया था। बाजार का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक बदल दिया गया, जिससे कारोबार के घंटे आधे घंटे कम हो गए, लेकिन अब कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद RBI पुराने टाइम टेबल को फिर से लागू कर रहा है।
शेयर बाजार से आय उत्पन्न करने के ६ तरीके
1. शेयर बाजार विश्लेषण
एक व्यापारी को व्यापारिक दिन की शुरुआत बाजारों के शुरू होने से कम से कम एक घंटे पहले से ही शुरू करना चाहिए।
उसे इस समय का उपयोग किसी भी नवीनतम मैक्रो या सूक्ष्म समाचार प्रवाह, अंतरराष्ट्रीय बाजारों, राजनीतिक घटनाओं, कच्चे तेल ट्रेडिंग विचार और मुद्रा आदि के विश्लेषण के लिए करना चाहिए, समाचार और विचारों को पढ़ना चाहिए जो उस दिन किसी विशेष स्टॉक या सेक्टर पर प्रभाव डाल सकते हैं।
यह उसे एक उचित विचार प्रदान करता है जहां शेयर बाजार में प्रमुख क्या हो सकता है और वह किन क्षेत्रों और कंपनियों पर अपना दांव लगा सकता है।
2. पूर्व शेयर बाजार का विश्लेषण
व्यापारियों को बाजार की ताकत और भावना का अनुमान लगाने के लिए प्री-मार्केट सत्र पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। पूर्व शेयर बाजार सत्र का विश्लेषण करना चाहिए:
(i) निफ्टी या सेंसेक्स इंडेक्स की तेजी या मंदी की भावना का निर्धारण करने के लिए,
(ii) अलग-अलग शेयरों के गैप अप और गैप डाउन (विशेषकर शीर्ष 5 गैपर) के अंतराल का निर्धारण करना और
(iii) किसी भी स्टॉक (सबसे सक्रिय रूप से कारोबार) की पूर्व बाजार मात्रा डेटा की ताकत का निर्धारण करना।
आम तौर पर यह देखा जाता है कि मजबूत वॉल्यूम के साथ गैप अप वाले शेयरों की भारी मांग होती है और इसी तरह मजबूत वॉल्यूम के साथ गैप डाउन वाले शेयरों में दिन के दौरान मंदी का भाव रहने की संभावना होती है।
गैप डाउन या गैप अप वाले शेयरों के स्टॉक में ऊपर या नीचे की गति का प्रदर्शन कैसे होगा उस पर ध्यान देना चाहिए
बाजार विशेषज्ञों द्वारा शेयर बाजार अब हुआ आसान कोर्स के साथ शेयर बाजार के बारे में जानें
पूर्व-बाजार का उचित विश्लेषण व्यापारियों को विशिष्ट स्टॉक चुनने में मदद कर सकता है और समय से आगे उनकी व्यापारिक रणनीतियों को कारगर बनाने में सही सिद्ध हो सकता है।
3. समाचार का प्रभाव
दिन के व्यापारियों को हमेशा ऐसे शेयरों में व्यापार करना चाहिए जो रोज़ गतिशील हैं और चाल दिखा रहे हैं। इस तरह के स्टॉक को खोजने का एक तरीका खबर में आ रहे नामों को देखना है।
समाचार का स्टॉक पर सीधा प्रभाव पड़ता है, इस प्रकार यह स्टॉक की कीमत को भी प्रभावित करता है।
स्टॉक, की कमाई की रिपोर्ट, ऑर्डर डेटा, अपग्रेड / डाउनग्रेड, उत्पाद घोषणा, एफडीए घोषणाएं, आर्थिक डेटा रिलीज, राजनीतिक मुद्दे और अन्य मैक्रो और कंपनी से संबंधित समाचारों के आधार पर किसी भी दिशा में बड़े इंट्राडे चाल की दिशा बन सकती हैं।
4. ट्रेडिंग वॉल्यूम
स्टॉक की मात्रा मापी जाती है कि किसी निश्चित समय अवधि में इसे कितनी बार खरीदा और बेचा गया है, आमतौर पर एक ही दिन में। उच्च मात्रा के साथ एक स्टॉक, एक उच्च रूझान का सुझाव देता है- जो या तो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है।
स्टॉक की मात्रा में वृद्धि अक्सर मूल्य वृद्धि का एक संकेत है, जो या तो ऊपर या नीचे की ओर हो सकता है।
उच्च मात्रा वाले स्टॉक बढ़े हुए व्यापार और महत्वपूर्ण मूल्य प्रदान करते हैं जो कि सफल दिन के कारोबार के लिए आवश्यक है।
5. उच्च उपलब्धता और उतार–चढ़ाव
उच्च उपलब्धता वाले स्टॉक व्यापारियों को दिन में कई बार व्यापार करने और स्टॉक में छोटे से छोटे मूल्य में बदलाव का फायदा उठाने का अवसर प्रदान करते हैं।
इस तरह के स्टॉक मूल्य में अच्छे बदलाव और अधिक उतार-चढ़ाव प्रदान करते हैं जिससे व्यापारियों को आसानी से अच्छी कीमत पर स्टॉक में प्रवेश करने और बाहर निकलने का अवसर मिल जाता है।
उतार-चढ़ाव मापती है कि किसी शेयर की कीमत किसी निश्चित समय में कितनी अधिक ऊपर या नीचे होगी। सबसे अधिक ऊपर नीचे वाले स्टॉक में ट्रेडिंग करना व्यापार का एक कुशल तरीका है क्योंकि वे अधिक लाभ कमाने ट्रेडिंग विचार की क्षमता प्रदान करते हैं।
जितना अधिक मूल्य में उतार-चढ़ाव होता है, व्यापारियों के लिए इंट्राडे व्यापार से लाभ उठाने का अवसर उतना ही अधिक होता है। ये सभी उच्च उतार-चढ़ाव वाले स्टॉक को दिन के कारोबार के लिए अधिक बेहतर बनाते हैं बनिस्पत उनके जिसमे उतर चढ़ाव मामूली होता है।
हालांकि, व्यापारियों को मजबूत उतार-चढ़ाव वाले शेयरों के साथ उच्च मात्रा वाले शेयरों को भी देखना चाहिए, जो आसान प्रवेश और निकास के लिए आवश्यक है।
6. 52- सप्ताह के उच्च या निम्न स्तर वाले स्टॉक
52-सप्ताह का उच्च / निम्न मूल्य वे उच्चतम और निम्नतम मूल्य है, जिस पर पिछले वर्ष के दौरान किसी शेयर ने कारोबार किया है।
व्यापारियों को 52 सप्ताह के उच्च / निम्न मूल्य के शेयरों की तलाश करनी चाहिए, क्योंकि ऐसे शेयरों ट्रेडिंग विचार में उच्च दिलचस्पी होती है और इसलिए दैनिक व्यापार के लिए अधिक गति दिखाई देती है।
आमतौर पर, यह देखा जाता है कि यदि शेयर की कीमत 52 सप्ताह के क्षेत्र (या तो ऊपर या नीचे) से टूटती है, तो मूल्य में चाल उसी दिशा में जारी रहने की उम्मीद है।
वे विपरीत ट्रेडों को भी रख सकते हैं, जहां 52 सप्ताह के उच्च स्तर को प्रतिरोध स्तर के रूप में और 52 सप्ताह के निचले स्तर ट्रेडिंग विचार को समर्थन क्षेत्र के रूप में माना जाना चाहिए।
इस प्रकार, दिन के व्यापारी 52-सप्ताह के उच्च / निम्न क्षेत्र में घूमने वाले शेयरों का चयन कर सकते हैं और लाभदायक ट्रेडों को उत्पन्न करने के लिए उपरोक्त रणनीतियों को लागू कर सकते हैं।
विश्व बैंक के सैमुअल पी फ्राइबर्गर के एक NBER के पेपर से पता चला कि मीडिया की भावना, उभरते और उन्नत दोनों बाजारों में दैनिक स्टॉक रिटर्न का एक महत्वपूर्ण भविष्यवक्ता है।
इसलिए, दिन के व्यापारियों के लिए समय-समय पर समाचारों की सुर्खियों की समीक्षा करना महत्वपूर्ण है।
साथ ही उन्हें यह समझने और निर्धारित करने में भी सक्षम होना चाहिए कि समाचार किसी विशेष स्टॉक को किस हद तक प्रभावित करेगा
इसलिए, समाचार और उनकी समीक्षा पर नज़र रखते हुए, एक व्यापारी को संभावित दिन के व्यापार की एक सूची खोजने में मदद करता है।
शेयर बाजार निष्कर्ष
ट्रेडिंग में पहला कदम यह पता लगाना है कि क्या व्यापार करना है और दूसरा बाजार में सही समय पर रणनीति लागू करना है और अधिकतम रिटर्न उत्पन्न करने के लिए रणनीतियों को काम में लाना है।
व्यापारियों को जल्दी शुरू करना चाहिए। उन्हें बाजार में शुरुआत के समय ही, क्षेत्रों और स्टॉक का गहन विश्लेषण करना चाहिए।
उन्हें हमेशा ऐसा स्टॉक चुनना चाहिए जो उनकी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुकूल हो, जैसे कि उसके पास कितनी पूंजी है, वह किस प्रकार का निवेश करना चाहता है और उसकी जोखिम सहने की ताकत आदि। शेयर बाजार के विभिन्न स्कीम्स में जानकारी के लिए आप StockEdge कि सहायता ले सकते है|
ट्रेडिंग अधिक उद्देश्यपूर्ण और कम चेतना-संबंधी होनी चाहिए। व्यापारियों को किसी भी स्टॉक से भावनात्मक रूप से जुड़ना नहीं चाहिए, चाहे सकारात्मक या नकारात्मक, बल्कि उन्हें केवल लाभ और हानि पर ध्यान देना चाहिए और हमेशा नुकसान को रोकने का पालन करना चाहिए।
व्यापारियों को चल रहे बाजार की प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए पर्याप्त रूप से विवेकपूर्ण होना चाहिए और नुकसान की संभावना को कम करने के लिए आमतौर पर एक अपट्रेंड में मजबूत शेयरों और एक कमजोर स्टॉक के विपरीत मजबूत शेयरों को प्राथमिकता देना चाहिए।
जब बाजार किसी भी स्पष्ट दिशा को स्थापित करने में विफल रहता है तो ट्रेडिंग से बचना ही हमेशा फायदेमंद होता है ।
चीन से विपरीत हांगकांग ने लिया बड़ा फैसला, Crypto अपनाने के लिए बढ़ाया कदम!
Hong Kong ने एशिया में क्रिप्टोकरेंसी का हब बनने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसके तहत क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में रिटेल ट्रेडिंग की इजाजत देने की तैयारी की गई है. जिसके बाद लोग क्रिप्टो को डिजिटल-एसेट के तौर खरीद-फरोख्त कर पाएंगे.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 31 अक्टूबर 2022,
- (अपडेटेड 31 अक्टूबर 2022, 8:42 PM IST)
पिछले कई महीनों से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. कई दिग्गज कह रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला फूट चुका है. लेकिन इस बीच हांगकांग क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी अमलीजामा पर विचार कर रहा है.
दरअसल आने वाले दिनों में हांगकांग के लोग क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन कर पाएंगे. हांगकांग ने एशिया में क्रिप्टोकरेंसी का हब बनने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसके तहत क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में रिटेल ट्रेडिंग की इजाजत देने की तैयारी की गई है. जिसके बाद लोग क्रिप्टो को डिजिटल-एसेट के तौर खरीद-फरोख्त कर पाएंगे.ट्रेडिंग विचार
हांगकांग में क्रिप्टो पर कानून संभव
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हांगकांग की सरकार की ओर से सोमवार को इसपर फैसला लिया गया है. सरकार ने कहा कि आसानी से लोगों तक इसकी पहुंच कैसे हो, इस पर तेजी से काम किया जाएगा. साथ ट्रेडिंग विट्रेडिंग विचार चार ही दुनियाभर के वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंजों को कारोबार के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा नई वर्चुअल-एसेट लाइसेंसिंग नियम पर भी काम हो रहा है.
बता दें, जहां हांगकांग ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. वहीं चीन में इससे उलट क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया था कि दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी के सबसे ज्यादा नए निवेशक भारत, ब्राजील और हांगकांग के थे.
हांगकांग की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं
हांगकांग की वित्तीय सेवा और ट्रैजरी ब्यूरो ने सोमवार को टेक कॉन्फ्रेंस में इस प्लान की घोषणा की है. मालूम हो कि कोविड से पहले पूरी दुनिया से बड़ी संख्या में लोग हांगकांग घूमने जाते थे. लेकिन महामारी की वजह से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई. इसलिए क्रिप्टो के पीछे आर्थिक फैसले को भी जोड़कर देखा जा रहा है.
फिलहाल रिटेल निवेशक बिनेंस (Binance) जैसे बिना लाइसेंस वाले एक्सचेंजों पर क्रिप्टो ट्रेड कर सकते हैं. लेकिन VASP सिस्टम लागू होने के बाद फिर केवल VASP लाइसेंस प्राप्त एक्सचेंज ही किसी भी क्रिप्टो सेवाओं की पेशकश कर सकेंगे, इनमें से कुछ रिटेल निवेशक को भी क्रिप्टो सर्विस ऑफर कर सकेंगे.
क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत में क्या योजना बन रही है?
भारत सरकार ने संसद में क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफ़िशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने का फ़ैसला लिया है. इस विधेयक के बारे में जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं है.
यह विधेयक भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा.
क्रिप्टो करेंसी पर भारत के हर क़दम पर दुनिया की नज़र है. संसद के अगले सत्र में अगर इस विधेयक को पेश किया जाता है तो इस पर निवेशकों की क़रीबी नज़र होगी.
इमेज स्रोत, BEATA ZAWRZEL/NURPHOTO VIA GETTY IMAGES
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ़ कर चुकी हैं कि सरकार की योजना क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की नहीं है. असल में सरकार क्रिप्टो करेंसी के आधार वाली तकनीक ब्लॉकचेन को रक्षा कवच देना चाहती है.
हालांकि, 25 साल की रुचि पाल की उम्मीदें अभी भी बहुत ऊंची हैं और उन्होंने क्रिप्टो करेंसी में ही व्यापार करने का फ़ैसला किया है.
वो कहती हैं, "मुझे नहीं लगता है कि सरकार इस पर प्रतिबंध लगाएगी. हां वे इसे विनियमित ज़रूर करेगी लेकिन प्रतिबंध नहीं लगाएगी. मैं सोचती हूं कि 2017 में भी ऐसा ही हुआ था जब हर कोई क्रिप्टो करेंसी पर बात कर रहा था और कुछ कार्रवाई हुई थी और फिर सबकुछ समाप्त हो गया था."
भारत सरकार जिस डिजिटल करेंसी पर विचार कर रही है उस पर वो क्या सोचती हैं? इस सवाल पर रुचि कहती हैं, "यह बहुत मुश्किल चीज़ है. इसको शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. हम इसे अंतरराष्ट्रीय लेन-देने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. यह अच्छा विचार है लेकिन हमें बिटकॉइन की तरह इसको स्वीकार करने में वक़्त लगेगा. यह हमारी ज़िंदगियों पर ख़ास असर नहीं डालेगा."
भारतीय बड़ी संख्या में क्रिप्टो करेंसी ख़रीद रहे हैं लेकिन इसको लेकर कोई आधिकारिक डाटा नहीं है. वे पर्याप्त लाभ कमाने के मौक़े को छोड़ना नहीं चाहते हैं.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले एक व्यक्ति बिना नाम सार्वजनिक किए हुए कहते हैं, "मैं चाहता ट्रेडिंग विचार हूं कि अगर कोई प्रतिबंध लगने वाला है तो मैं उसके होने से पहले अच्छा लाभ कमाऊं. मैं पैसा बनाने का मौक़ा छोड़ना नहीं चाहता हूं."