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करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में

करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में
current account vs savings account

सेविंग अकाउंट और करंट क्या होता है अंतर जाने और benefit ?

हैल्लो दोस्तों आज हम बात करेंगे current account क्या होता है हम जब भी कभी ATM मे पैसे निकलने जाते है तो हमें एक चीज Atm पैसे निकलने वक्त जरूर पूछता है की current account से पैसे निकलना है की saving account से पैसे निकलना है लेकिन हम saving अकाउंट के ऑप्शन पर ही क्लीक करते है लेकिन उसके निचे current account के ऑप्शन पर हम click नहीं करते या फिर ध्यान नहीं देते है आज हम इसी टॉपिक पर बात करेंगे Current account होता क्या है। IRCTC क्या है Account Open और Ticket Booking कैसे करें?

Current account को हम हिंदी भाषा मे चालू खाता भी कहते है। current अकाउंट regular transaction के लिए होता है ये अकाउंट करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में उनलोगो के लिए होता है जो Business और day-to-day transaction के लिए involve होते है। Current अकाउंट manually business Organization के द्वारा open किये जाते है। Current अकाउंट मे deposit और withdrew की कोई लिमिट नहीं होती है। बैंक current अकाउंट वाले को उसके account की इतनी use laity देता है इसलिए उन्हें उनके अकाउंट balance मे कोई भी interest नहीं मिलता।

Saving account क्या है

Current account के बारे मे तो हम सब जान गए है की इसकी क्या facilities है अब हम बात करेंगे saving account के बारे मे जो आम तौर पर हम सब का bank अकाउंट खुला है। saving अकाउंट का मतलब है आप जो अपने bank account मे पैसे जमा कर रहे है वो एक save place पर जमा या deposit करने मे आपका help करता है। एक saving अकाउंट पर हमें लगभग 4 से 6% तक intrest मिलता है।BHIM app क्या है इससे पैसे कैसे ट्रांसफर करें?

हम saving अकाउंट को individualiy या Joint open करा सकते है और जायदातर banks मे आपको saving अकाउंट open रखने के लिए उसमे minimum balance रखना जरुरी होता है। Saving अकाउंट कई प्रकार के होते है जैसे Regular saving account, Sallery saving account, Zero balance saving account, होते है।

अब हम बात करेंगे saving account और current account के कुछ अंतर तो चलिए जानते है।

सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या अंतर है?

  • Saving account लोगों के पैसे save करने लिए increase करता है और current account बिजनेस transaction को निरन्तर करने मे काम आता है।
  • अगर आप saving account open करते हो तो आपका bank एक month मे limit transaction ही allow करेगा और वही current account वाले को ऐसी कोई limit नहीं होती transaction की और उसे transaction की कोई चार्ज नहीं कटती।
  • Saving account वाले को अपने deposit पर 4 से 6% तक का interest मिल जाता है और current account वाले को कोई भी interest नहीं मिलता उसके deposit पर।
  • कई सारे ऐसे bank है जिनके saving account वाले holder अगर अपने account मे minimum balance नहीं रखते है तो उस पर Penalty लगाए जाते है और current account वाले पर भी ये minimum balance का concept होता है पर उस पर high penalty लगाई जाती है।
  • Saving account वाले holder उतना ही पैसा withdrew कर सकते है जितना उसके account मे है और current account वाले के अकाउंट मे पैसा नहीं भी होगा तो भी वो जितना मर्जी निकाल सकते है बाद मे उसे high interest के साथ deposit करना पड़ता है।

सेविंग अकाउंट के फायदे

अब हम बात करेने सेविंग अकाउंट के फायदे generality bank अपने सेविंग अकाउंट होल्डर को 3.5% से 4% तक interest देता है मगर कुछ bank 6% से 7% तक भी interest देता है अगर आप उसके हिसाब से अपने अकाउंटे मे minimun balance maintain करते हो। बहुत सारे ऐसे bank है जो अपने saving account holder के साथ medical insurance और life insurance ऑफर करती है।

आप अपने saving bank अकाउंट के साथ online bill payment and रीचार्ज करने की सारी सुविधा मिल जाती है अगर आप financial Market मे ट्रेड या invest करना चाहते है तो आपका saving account होना बहुत जरुरी है। आपको पता है भारत मे Gold सबसे high price मे रहती है अगर आप large balance के साथ saving account holder है तो आपको Gold purchase पर 2 से 5% कर डिस्काउंट भी मिल जाता है। अगर आपको हमारा पोस्ट अच्छा लगा हो तो share जरूर करें।

How to Become Rich: सैलरी मोटी. सेविंग जीरो, क्या आपके पास तीन बैंक अकाउंट नहीं हैं?

आज हम आपको बचत, खर्च और निवेश के बारे में विस्तार से बताते हैं. इन तीनों का सीधा संबंध आपके बैंक खातों से है. अगर आप नौकरीपेशा हैं या फिर किसी रोजगार से जुड़े हैं.

मनी सेविंग टिप्स

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2022,
  • (अपडेटेड 25 जुलाई 2022, 4:48 PM IST)
  • अच्छी-खासी सैलरी के बावजूद नहीं कर पाते हैं बचत?
  • बचत, खर्च और निवेश के बीच तालमेल बैठाना होगा

बचत और खर्च एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. बचत (Saving) के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है. अक्सर ऐसे लोग मिल जाते हैं, जिनकी सैलरी या कमाई लाखों में है. लेकिन बचत के नाम पर कुछ भी नहीं, यानी जो भी कमा रहे हैं, सब खर्चे हो जा रहे हैं.

दरअसल, बचत के लिए कमाई का दायरा तय नहीं है. महत्वपूर्ण ये है कि आप अपने भविष्य को लेकर कितने सजग हैं. कई दफा कम आमदनी वाले भी मोटी रकम सेविंग से जोड़ लेते हैं, जबकि कुछ लोग अच्छी-खासी सैलरी के बावजूद भी बचत नहीं कर पाते हैं. इसलिए सेविंग का फैसला असंभव नहीं है. इसके लिए बचत, खर्च और निवेश के बीच तालमेल बैठाना होगा.

आय और खर्च के बीच तालमेल जरूरी

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अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि कमाते तो बहुत हैं, लेकिन पैसे कहां खर्चे हो जाते हैं, पता नहीं चलता. ये पूरा मामला मिस मैनेजेमेंट का है. ऐसे लोगों के पास खर्च की कोई लिस्ट नहीं होती है. आज हम आपको बचत, खर्च और निवेश के बारे में विस्तार से बताते हैं. इन तीनों का सीधा संबंध आपके बैंक खातों से है. अगर आप नौकरीपेशा हैं या फिर किसी रोजगार से जुड़े हैं. इस समस्या से हल के लिए आपके पास कम से कम तीन बैंक खाते होने चाहिए.

पहला अकाउंट (1st Account): अगर आप जॉब (Job) करते हैं, तो आपको हर महीने सैलरी (Salary) मिलती होगी, जो अकाउंट में डिपॉजिट होती होगी. अगर आपका कोई बिजनेस (Business) है तो फिर आपके पास करेंट अकाउंट (Current Account) जरूर होगा. सैलरी अकाउंट को इनकम अकाउंट (Income Account) भी नाम दे सकते हैं. निवेश के पहले कदम के तौर पर सैलरी के अलावा आपकी जो भी आय (Income) है, उसे भी हर महीने इसी खाते में डालें. जिससे ये आपको पता चल जाएगा कि आपकी कुल आमदनी कितनी है.

दूसरा अकाउंट (2nd Account): पहले बैंक खाते (Bank Account) से जब आपको पता चल जाएगा कि आदमनी कितनी है तो फिर उसमें से महीनेभर के खर्च को दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दें. यानी दूसरे खाते की पहचान खर्च के रूप में होगी. इसे Spend Account नाम दे सकते हैं. इस अकाउंट में महीनेभर के खर्च की राशि होगी. जिसमें से आप जरूरत के हिसाब से खर्च कर सकेंगे.

तीसरा अकाउंट ((3rd Account): जब बचत और खर्च के बीच आप संतुलन बैठा लेंगे तो फिर आपका अगला कदम निवेश होगा. यानी खर्च के बाद पहले अकाउंट (सेविंग) में जो भी रकम बचेगी, उसे आप कहीं भी निवेश कर सकते हैं. लेकिन उसे निवेश करने के लिए आपको अलग से बैंक खातों की जरूरत होगी.

बता दें, निवेश से पहले आपको तय करना है कि हर महीने कितना निवेश करना है, और उस अमाउंट को पहले अकाउंट से सीधे तीसरे अकाउंट में यानी निवेश खाते (Invest Account) में ट्रांसफर कर दें. जिसके बाद इस खाते से हर महीने निवेश करें. हालांकि, शुरुआत में बहुत ज्यादा रकम से निवेश की शुरुआत न करें, इससे आपके घर का बजट बिगड़ सकता है. धीरे-धीरे आय बढ़ने के साथ निवेश को बढ़ाएं.

कुल मिलाकर आपके पास तीन बैंक अकाउंट होना चाहिए. पहले में आमदनी का ब्योरा हो, दूसरे में महीनेभर के खर्च का लेखा-जोखा और तीसरे में निवेश के लिए फंड. जब आप लगातार 6 महीने तक इस रूटीन को फोलो करेंगे तो फिर आपकी ये शिकायत दूर हो जाएगी कि आमदनी तो काफी है. लेकिन पैसे कहां खर्च हो जाते हैं ये पता नहीं चलता है.

करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट में क्या फर्क है ?

current account vs savings account

current account vs savings account

नमस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले है की current account vs savings account में क्या फर्क होता है। हम दोनों अकाउंट करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में इस्तेमाल तो करते है। लेकिन हमें अभीतक करंट और सेविंग अकाउंट के बारे में जानकारी नहीं है। की करंट अकाउंट क्या है। सेविंग अकाउंट क्या हैसेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या फर्क है। तो चलिए सबसे पहले जानते है करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट क्या है।

करंट अकाउंट क्या है (curent account in hindi)

करंट अकाउंट एक तरह का बिज़नेस अकाउंट होता है। यानि की जिन लोगो को बैंक के साथ नियमित रूप से ट्रांसक्शन करने होते है। यानि की हर रोज बैंक पैसे निकलने या डालने होते है। उनके लिए करेंट अकाउंट होता है। करेंट अकॉउंट में आपकी ट्रांसक्शन की कोई लिमिट नहीं होती।

करंट अकाउंट ज्यादातर ये अकसर फर्म या बड़ी कंपनी खुलवाती है। क्युकी उन्हें हररोज बैंक में ट्रांसक्शन करना होता है। करेंट अकाउंट में आपके रखे पैसो पर आपको कोई भी ब्याज नहीं मिलता। और नहीं आपको बैंक में सेविंग अकाउंट जैसे मिनिमम पैसे सेव रखने की कोई जरुरत नहीं होती।

करंट अकाउंट के फायदे

अगर आप बैंक में करंट अकाउंट ओपन करते हो। तो आप बैंक से कभी भी कितने भी पैसे निकल सकते हो। आपके ट्रांसक्शन की कोई सिमा नहीं होती। आप ऑनलाइन सेवावो से कहीभी पैसे ट्रांसफर कर सकते है। या आप upi का भी इस्तेमाल कर सकते है।

करंट अकाउंट एक बिज़नेस के लिए होता है। आप चाहे तो बैंक से अपने व्यापर के लिए लोन भी ले सकते है। करंट अकाउंट में अगर आप कोई बैलेंस बनाये रखते है। तो बैंक आपको ओवरड्राफ्ट की सुविधा देता है।

यानि की अगर आपने करंट अकाउंट में ५ लाख रुपये बनाये रखते है। और अगर आपको आपातकालीन वक्त पर पैसो की जरुरत पड़ती है। तो आपको बैंक ओवरड्राफ्ट यानि एक्स्ट्रा पैसे देती है। और उसका आपको ब्याज देना होता है। यानि आप बैंक से उधार पैसे भी ले सकते है। ये कोई लोन नहीं होता। ये आपको बैंक खुद देता है आपके आपातकालीन वक्त पर।

सेविंग अकाउंट क्या है

सेविंग अकाउंट को हिंदी में बचत खता भी कहा जाता है। सेविंग अकाउंट हर कीके लिए होता है। सेविंग अकाउंट का मतलब होता है। आप खर्चे हुए पैसो की बचत। यानि की आप आपके खर्चे निकलकर जो पैसे बचते है उन्हें आप बैंक में सेविंग अकाउंट में जमा करते है। उसेही सेविंग अकाउंट कहा जाता है।

सेविंग अकाउंट मैक्सिमम बैलेंस

हर बैंक की अपनी अपनी मिनिमम बैलेंस बनाये रखना अलग होता है। १०० रुपये से लेकर १०००० रुपये तक की बैंक में बैलेंस बनाये रखना होता है। और हर बैंक का पेनल्टी रकम भी अलग अलग होती है

आपने अगर सेविंग अकाउंट में मिनियम पैसे नहीं रखे तो आपको पेनल्टी लगती है। सेविंग अकाउंट में आपको मिनिमम बैलेंस यानि की पैसे रखने होते है। और अगर आपकी मिनिमम बैलेंस कम होती है। तो बैंक आपसे पेनल्टी लेती है।

सेविंग अकाउंट के फायदे

सेविंग अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा ये है ,की बैंक आपके सेव किये गए पैसो पर आपको कुछ ब्याज देता है। जैसे की सरकारी करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में बैंक में आपको ३% से ४% तक ब्याज दिया जाता है। वही खाजगी बैंक में आपको ५ % से लेखर ६% तक या उससे भी ज्यादा ब्याज दिया जाता है। हर बैंक का अपना अपना ब्याज का परसेंटेज अलग होता है।

बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करते ही बैंक आपको ट्रांसेक्शन के लिए चैकबुक देती है। साथ ही आपको डेबिट कार्ड ,मोबाइल बैंकिंग ,नेटबैंकिंग जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है। आपका अगर महीने के ट्रांसक्शन अच्छे है। आपने मिनिमम रकम बैंक में जमा की है। और बैंक से आपके रिलेशन अच्छे है तो आप आपके सेविंग अकाउंट पर बैंक से लोन भी ले सकते है।

हलाकि current account vs savings account ये दोनो भी आप एकहि बैंक में अकाउंट खोल सकते है। लेकिन आपका ट्रांसक्शन दोनों का सेपरेट यानि अलग अलग होता है। तो चलिए समझते है current account vs savings account में क्या फर्क होता है।

current account vs savings account different

सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में अंतर

आप जब बैंक सेविंग अकाउंट ओपन करते हो। तो आपको महीने के मिनिमम ट्रांसक्शन की लिमिट होती है। जब की करंट अकाउंट में आपको कोई भी लिमिट नहीं होती। और करेंट अकाउंट में आपको कोईभी पैसे रखने की जरुरत नहीं होती। और सेविंग अकाउंट में कई बैंक में आपको मिनिमम अमाउंट रखनी होती है।

current account vs savings account ये दोनों बिलकुल अलग अकाउंट होते है। सेविंग अकाउंट बचत कहते की लिए होता है। और आपकी बचत पर बैंक आपको ब्याज देती है। लेकिन करंट अकाउंट में ऐसा नहीं है। बैंक आपको कोई भी ब्याज नहीं देती। है लेकिन आप इन दोनों अकाउंट पर बैंक से लोन जरूर ले सकते है।

सेविंग अकाउंट में आपको गोल्ड यानि सोने पर २ % या ३ % तक की छूट होती है। और करंट अकाउंट में आपको गोल्ड पर कोई छूट नहीं होती। करेंट अकाउंट से आप कभी भी पैसे निकल सकते है। लेकिन करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में सेविंग अकाउंट से आप रोजाना पैसे नहीं निकल सकते। और आपको सेविंग में कुछ रकम जमा रखनी होती है।

आप करंट अकाउंट को सेविंग अकाउंट नहीं बना सकते। या आप सेविंग आकउंट को करंट अकाउंट में नहीं बदल सकते। ये दोनों अलग होते है। आप चाहे तो एक बैंक में current account vs savings account ये दोनों अकाउंट खोल सकते है।

निष्कर्ष

अकाउंट के प्रकार आपको उनके नाम से मालूम हो जाते है। यानि की करंट अकाउंट मतलब चालू खाता और सेविंग अकाउंट मलतब बचत खाता। सेविंग में पैसे सेव करना और करंट में पैसो का ट्रांसक्शन नियमित होना।

हमें यकीं है की आपको अभीतक current account vs savings account के बारे में विस्तार में जानकारी मिल गयी होगी। और आपको आजका ये हमारा लेख काफी पसंद आया होगा।

अगर आपको आजका ये हमारा लेख फायदेमंद साबित रहा हो तो करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा। ताकि उन्हें भी current account vs savings account के बारे में विस्तार में पता चले।

और ऐसेही बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़े लेख पढ़ने के लिए आप हमारे ब्लॉग पर नियमित विजिट कर सकते है। हम यहापर नियमित लेख पब्लिश करते है। हमारा आजका यह लेख यहातक पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

Current Account ( चालू खाता) क्या होता है ?

आप Current Account ( चालू खाता) में रोजाना बहुत लेनदेन कर सकते है और आपको किसी भी परकार का कोई व्याज नही मिलता है क्युकी आप रोज लेन देन करते है है और आपको बहुत सारे सुविदा दी जाती है और यह सब सुविदा आपको सेविंग अकाउंट में नहीं दी जाती है,आपको लिमिट मिलती है जैसे की एटीएम में आप 5 से 6 टाइम ही महीने में पैसे निकाल सकते है,और Current Account ( चालू खाता) में ऑनलाइन Transaction पर कोई लिमिट नहीं होती है ।

Current Account Kya Hota hai

Current Account ( चालू खाता) क्या होता है

करंट अकाउंट जिससे हम चालू खाता भी कहते है जैसे की उसके नाम से ही पता चल जाता है ,अगर आपको करंट अकाउंट खुलवाना है तो आपको तो आपको कोई कंपनी,बिज़नस,बिजनेसमैन है तो आप करंट अकाउंट खुलवा सकते है और आपको बता दू की आपको करंट अकाउंट पर कोई व्याज नहीं मिलता है और आप इन्वेस्टमेंट के लिए करंट अकाउंट नहीं खुलवा सकते है ,अगर आप रोज लेनदेन करते है तो आपको करंट अकाउंट की जरुरत होगी जिस्स्से आप बहुत लेनदेन कर सकते है चेक और ऑनलाइन के द्वारा ,जैसे आपको पता होगा की जो बड़ी कंपनी जैसे की अमेज़न,फ्लिपकर जैसे कंपनी के अकाउंट में रोज के लाखों लेनदेन होते है,तो इसी लिए करंट अकाउंट की जरुरत पड़ती है ,करंट अकाउंट में ओवरड्राफ्ट की सुविदा भी दी जाती है ।

चालू खाता खुलवाने के लिए न्यनतम कितने राशी होनी चाहिये ?

अगर आपको करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना है तो आपको बैंक में मिनिमम बैलेंस अकाउंट में रखना पड़ता है ,सभी बैंक में अलग अलग मिनिमम बैलेंस रखना पड़ता है आपको State Bank of India में आपको 10000 मिनिमम बैलेंस रखना पड़ेगा ।

चालू खाता खोलने की लिए कितने पैसे की जरुरत होती है ?

Current Account Kya Hota hai

जब आप बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए जाते है तो आपके मन में एक सवाल आता होगा की करंट अकाउंट के लिए कितने पैसे को जरुरत होगी,आपको बता दू की ज्यदातर बैंक में आप 10000 रु में अकाउंट खुलवा सकते है ।

चालू खाते के फायदे और नुक्सान

अगर चालू का सबसे बड़ा फायदा ये होता है की आप बहुत से लेनदेन कर सकते है और आपको कोई भी चार्ज नहीं किया जायगा ,और आपको करंट अकाउंट में ओवरड्राफ्ट की सुविदा भी मिलती है ।

आपको सेविंग अकाउंट की ही तरह एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग दी जाती है और आप उससे बहुत बार लेनदेन कर सकते है ,और उस पर कोई चार्ज नही लिया जाता है ।

अगर कोई वक्ति बिजनेसमैन है तो उसके लिए करंट अकाउंट ही खुलवाना चाहिये क्युकी इसमें बहुत सारे सुविदा मिलती है ।

आपको चेक बुक की सुविदा फ्री मिलती है हर महीने या फिर 3 महीने के बाद फ्री में आपको चेक बुक मिलती है अगर आपको ज्यदा चेक बुक चाहिये तो आप कुछ शुल्क देकर ले सकते है ।

ऑनलाइन किसी दुसरे बैंक में पैसे ट्रान्सफर करते है ,NEFT और RTGS की मदत से तो आपको उसमे कुछ छुट मिल जाती है ।

करंट अकाउंट से होने वाले नुक्सान की बात करे तो आपको इसमें रखे पैसे पर कोई भी व्याज नहीं मिलता है ।

करंट अकाउंट में आपको एक न्यनतम बैलेंस रखना पड़ेगा जो की 10000 रुपया तक हो सकता है ।

चालू खाता खुलवाने के लिए जरुरी कागजात

  • आधार कार्ड /वोटर कार्ड /ड्राइविंग लाइसेंस
  • पैन कार्ड
  • कंपनी/फर्म का एड्रेस प्रूफ
  • पार्टनर्स और डायरेक्टर्स का आईडी और एड्रेस प्रूफ
  • बैंक खाता खोलने के लिए एक कैंसिल चेक

Frequently Asked Questions

Ans : करेंट अकाउंट को चालू खाता भी कहा जाता है. यह अकाउंट कंपनी या कारोबारियों के लिए होता है. इन्‍हें रोजाना पैसे के लेनदेन की जरूरत पड़ती है. जहां पैसे का लेनदेन बड़े पैमाने पर होता है, वहां लोग करेंट अकाउंट का इस्‍तेमाल करते हैं ।

Ans : बचत को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए एक बचत खाता खोला जाता है। चालू खाता एक नियमित या लगातार लेन-देन की सुविधा के लिए डिज़ाइन किया जाता है। बचत खाता किसी भी व्यक्ति के लिए आदर्श विकल्प है जो वेतनभोगी कर्मचारियों की तरह स्थिर या नियमित आय अर्जित करते हैं।

Ans :करंट अकाउंट की एक minimum monthly balance limit होती हैं जिसमे आपको कम से कम उस लिमिट जितने पैसे अपने अकाउंट में रखने ही होते हैं। ये लिमिट ज्यादातर बेंको में 5000 से 10000 रूपये की होती हैं। एक ख़ास बात इस खाते की जो है की इसमें बैंक कोई ब्याज (interest) नहीं देता बल्कि कुछ खातो में कुछ सर्विस चार्ज लिया जाता हैं ।

Ans : बचत खाते (सेविंग्स अकाउंट), खुदरा वित्तीय संस्थाओं द्वारा बनाये रखे जाने वाले खातों को कहते हैं जो ब्याज तो प्रदान करते हैं लेकिन जिन्हें सीधे तौर पर धन के रूप में (उदाहरण के लिए, एक चेक लिखकर) इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है ।

Ans :आरबीएल बैंक में बचत खाते पर 1 लाख रु तक पर 4.75 फीसदी ब्याज मिलता है। वहीं 1 से 10 लाख रु तक पर आपको 6 फीसदी ब्याज मिलेगा। 10 लाख रु से 5 करोड़ रु तक की राशि पर आपको 6.75 फीसदी ब्याज मिलेगा ।

Ans :यदि आप एक Current Account खुलवाना चाहते है तो आपको निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी –
पैन कार्ड
पासपोर्ट साइज की फोटो
व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट – GST Registratio/Shop Establishment Registration (For Proprietorship), Partnership Deed (For Partnership), Incorporation Certificate (For Company)

Ans : अगर आप बैंक में अकाउंट खोलना चाहते हैं तो अपना पैन और आधार कार्ड तैयार रखें. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक में खाता खोलने के लिए आधार और पैन जरूरी कर दिया है. केवाईसी (नो योर कस्टमर या KYC) से जुड़े अपने नए दिशानिर्देशों में केंद्रीय बैंक ने इसका जिक्र किया है ।

Current Account ( चालू खाता) क्या होता है ? – Video

Conclusion

मुझे उम्मीद है की इस आर्टिकल्स से आपको पता चल गया होगा की करंट अकाउंट क्या होता है और कोन कोन से कागजात जरुरी होते है अगर आपको कोई भी समस्या है तो आप निचे लिख सकते है ।

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