फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख

फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में
सवाल "क्या है विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग?" सबसे में से एक शुरुआत के बीच सवाल पूछे है लेकिन अभी भी एक खाता खोलने के लिए चाहते हैं जो व्यापारियों व्यापार के बारे में पता नहीं है और शुरू करने के लिए कुछ जानकारी की जरूरत है। समझ विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग जानने के क्या विदेशी मुद्रा का अर्थ है - एक मुद्रा मुद्रा बाजार विदेशी मुद्रा है। 24 घंटे एक दिन और एक दुनिया भर में व्यापारियों का लाखों सप्ताह फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख 5 दिन अत्यधिक तरल वित्तीय साधनों और व्यापार की मात्रा का लाभ ले लो। विदेशी मुद्रा दुनिया के सबसे में से एक रहा है क्रांतिकारी और नवीन वित्तीय बाजारों तक। क्या विदेशी मुद्रा के बारे में और अधिक आकर्षक है कि, यह सबसे शायद है है व्यापार के लिए सबसे सस्ती अभी तक संभावित लाभदायक बाजार।
क्या विदेशी मुद्रा व्यापार में एक बहुत ही सरल तरीका है यह समझाने के लिए है कि यह ट्रेडिंग मुद्राओं के बारे में कहा जा सकता है मुद्रा बाजार, जो एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जाता है। एक स्पष्ट और पूर्ण क्या समझ है करने के लिए विदेशी मुद्रा व्यापार हम मौद्रिक प्रणाली के विकास और उद्भव पर एक नज़र लेने के लिए आप का समर्थन है विदेशी विनिमय बाजार के। करने के बाद कि यह क्या उपकरणों रहे हैं समझने के लिए आसान हो जाएगा वहाँ, कारोबार कैसे वे ऐसे में विभाजित किया गया है समूह के रूप में प्रमुख, नाबालिग, और विदेशी मुद्राओं और क्यों समग्र व्यापार की जरूरत है।
विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग का लाभ
- कोई शुल्क या अप्रत्यक्ष कमीशन नहीं
- 24 घंटे बाजार कार्रवाई
- व्यापार मुद्रा जोड़े के दर्जनों करने के लिए की क्षमता
- अपने लाभ के अवसरों को अधिकतम करने के लिए प्रचलित उत्तोलन
- लाभ की क्षमता बढ़ती है और गिरती कीमतों से
- उच्चतम करने के लिए अन्य वित्तीय बाजारों की तुलना में तरलता
- पहुँच ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से विभिन्न उपकरणों से बाजार
करेंसी अब्ब्रेविएशंस
नीचे दी गई तालिका निम्न सूची प्रदान करती है:
सफल व्यापार के लिए 10 स्वर्ण नियम
व्यापारी बनना मुश्किल नहीं है, लेकिन आसान शुरुआत का मतलब आसान लाभ नहीं है। व्यापार एक तरह की कला है। एक व्यापारी की सफलता कई कारकों फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख पर निर्भर करती है, जो ब्रोकर की पसंद, जमा के आकार और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ समाप्त होती है.
विनिमय बाजार क्या है - विदेशी विनिमय बाजार के कार्य
विदेशी विनिमय बाजार एक विकेन्द्रीकृत वैश्विक बाजार है जहां सभी दुनिया की मुद्राओं का कारोबार होता है एक दूसरे, और व्यापारी मुद्राओं के मूल्य परिवर्तन से लाभ या हानि बनाते हैं। विदेशी मुद्रा बाजार को विदेशी मुद्रा बाजार, FX या मुद्रा ट्रेडिंग मार्केट के रूप में भी जाना जाता है।
क्यों विदेशी मुद्रा व्यापार
यह खंड अन्य वित्तीय बाजारों पर विदेशी मुद्रा बाजार के मुख्य लाभ बताता है। यहां आप यह पता लगा सकते हैं कि क्यों विदेशी मुद्रा बाजार व्यापारियों के लिए इतना आकर्षक है और विदेशी मुद्रा बाजार के सभी फायदों को सीखता है।
प्रमुख मुद्रा जोड़े
सबसे सक्रिय रूप से कारोबार मुद्रा जोड़े के समूह मेजर के रूप में माना जाता है. वे इसलिए, वे अत्यधिक तरल कर रहे हैं, विदेशी मुद्रा बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा शामिल है, और. प्रमुख मुद्रा जोड़े बाजार में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय मुद्रा जोड़े, शामिल हैं. समूह का प्रमुख हिस्सा आप एक ही बार मंख दो ऐसे अमेरिकी डॉलर (USD), यूरो (EUR), जापानी येन (JPY), भारतीय रुपया (INR), स्विस फ्रैंक (CHF) के रूप में सबसे अधिक तरल मुद्राओं की कहां मिल सकती जोड़े शामिल , कैनेडियन डॉलर (सीएडी), ऑस्ट्रेलियन डॉलर (AUD) और न्यूजीलैंड डॉलर (NZD).
माइनर मुद्रा जोड़े
माइनर मुद्रा जोड़े के समूह प्रमुख मुद्रा . की तुलना में अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय साधन भी शामिल है. अमेरिकी डॉलर और यूरो: यह बल्कि स्थानीय प्राथमिक तरलता दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्राओं द्वारा प्रदान की सब से पहले जो मूल्य की मुद्राओं से बना है.
एक्सोटिक करेंसी पेयर्स
ट्रेडिंग वॉल्यूम और उच्च फैलता अपेक्षाकृत कम की विशेषता है जो विदेशी मुद्रा जोड़े के समूह मुद्रा बाजार में उपलब्ध कम से कम लोकप्रिय साधन भी शामिल है. अमेरिकी डॉलर और यूरो: वे लगभग फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख पूरी तरह से मुख्य रिजर्व मुद्राओं द्वारा प्रदान की जाती है, जो तरलता मुद्राओं से मिलकर..
करेंसी ट्रेडिंग: ट्रेड फोरेक्स
विदेशी विनिमय बाजार में निवेशकों मुद्रा दर में फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख उतार-चढ़ाव पर लाभ है। मजबूत दर (उद्धरण) बड़ा अपने लाभ को बदलता है या नुकसान है .
बुक्स ओन टेक्निकल इंडीकेटर्स
व्यापार के क्षेत्र में सफलता तक पहुँचने के लिए विधेयक विलियम्स के मुताबिक, एक व्यापारी बाजार का सही और पूरे ढांचे को पता होना चाहिए. यह पांच आयामों में बाजार का विश्लेषण करने और खाते कुछ विदेशी मुद्रा इंडीकेटर्स में लेने के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है.
करेंसी मार्किट
मुद्रा बाजार में व्यापार के विभिन्न बाजारों के साथ तुलना में, न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से 100 गुना बड़ा है, और यह भी रूप में बांड बाजार और शेयरों के रूप में 3 बार बड़े बाजार संयुक्त। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार वाणिज्यिक कंपनियों, सेंट्रल बैंकों, बचाव धन, बैंकों, निवेशकों और खुदरा विदेशी मुद्रा दलालों के मिलकर बनता है। यह बाजार है जहां दुनिया भर से प्रतिभागियों की विभिन्न मुद्राओं पर अटकलें का अवसर है, है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार बेहद कुशल, हो के रूप में वे कर रहे हैं बहुत बड़े और तरल करने के लिए माना जाता है। मुद्रा बाजार, आभासी है, जिसका मतलब है कि वहाँ कोई केंद्रीय भौतिक स्थान कि विदेशी मुद्रा बाजार माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा लेनदेन हो बैंकों और दुनिया भर में दलालों की एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क में.
चार्ट पैटर्न पर ट्यूटोरियल
रुझान निरंतरता पैटर्न वर्तमान बाजार के रुझान में ठहराव के दौरान गठन और मुख्य फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख रूप से आंदोलन जारी रखने निशान हैं. इन नमूनों प्रदर्शित कीमत कार्रवाई प्रचलित प्रवृत्ति में एक ठहराव है कि संकेत मिलता है और उस पैटर्न से बाहर तोड़ने पर मूल्य प्रवृत्ति एक ही दिशा में जारी रहेगा. वे व्यापारियों अपनी पूरी उत्क्रमण से कीमत आंदोलन में ठहराव अंतर करने के लिए मदद करते हैं.
Forex Trading Kya Hai: क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग, जानें यहां कैसे कमा सकते हैं पैसे
What is Forex Trading: फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। यूरो को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो डॉलर को रुपये से, यह सब फॉरेक्स यानी फॉरेन एक्सचेंज मार्केट का ही हिस्सा है। आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।
हाइलाइट्स
- फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है
- 5.3 ट्रिलियन डॉलर के दैनिक लेनदेन के साथ है दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्केट
- फॉरेक्स मार्केट में आप भी पैसे कमा सकते हैं, उसके लिए बस एक ट्रेडिंग अकाउंट चाहिए
आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है और आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं। बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनैंशल ऑर्गनाइजेशन्स की तरह। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।
फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐसे करती है काम
फॉरेक्स मार्केट में एक करंसी को दूसरी करंसी से बदला जाता है। ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात होती है एक्सचेंज रेट। मतलब एक करंसी को दूसरी करंसी से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी। आपने आमतौर पर फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की अपेक्षा इतनी है। आसान भाषा में कहें तो इस वक्त 16 नवंबर को रुपये की दर डॉलर की अपेक्षा 71.84 है यानी एक डॉलर खरीदने के लिए आपको 71.84 रुपये चुकाने होंगे।
फॉरेक्स मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसे
यहां आपको उदाहरण देते हैं जिसके जरिए आप फॉरेक्स मार्केट से पैसे कमा सकते हैं या ट्रेडिंग कर सकते हैं। आप डॉलर (USD) के बदले 1,000 यूरोज़ (EUR) लेने का मन बनाते हैं। मान लीजिए कि जिस वक्त आपने यूरो खरीदे उस वक्त डॉलर/यूरो का एक्सचेंज रेट 1.45 था यानी आपको 1,000 यूरो खरीदने के लिए 1,450 डॉलर देने पड़े। कुछ समय बाद एक्सचेंज रेट में थोड़ा परिवर्तन हुआ और यह बढ़कर 1.55 हो गया। अब जब आप 1,000 यूरो बेचेंगे तो आपको 1,550 डॉलर मिलेंगे। इस तरह आपको कुल 100 डॉलर का फायदा हुआ। इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 रहा, तो आपको उन्हीं 1000 यूरो के बदले 1,350 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 100 डॉलर का नुकसान हुआ।
फॉरेक्स मार्केट में बड़े-बड़े प्लेयर्स, एजेंट्स, फाइनैंशल कंपनियां इसी तरह पैसे बनाती हैं।
दुनिया में फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट में होता है सबसे ज्यादा ट्रेड
ग्लोबल फॉरेन एक्सचेंज मार्केट एक प्लेटफॉर्म है, जहां कई देशों की करेंसी में ट्रेडिंग होती है। इस मार्केट को फॉरेक्स (एफएक्स) या करेंसी.
दूसरे बड़े फॉरेक्स मार्केट्स में जापान, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। सबसे ज्यादा ट्रेड अमेरिकी डॉलर में होता है। टोटल फॉरेन एक्सचेंज ट्रांजैक्शन में अमेरिकी डॉलर की हिस्सेदारी 80 फीसदी से ज्यादा है। इंटरनैशनल मार्केट्स में मुख्य पेयर्स में यूरो/अमेरिकी डॉलर, अमेरिकी डॉलर/जापानी येन, ग्रेट ब्रिटेन पौंड/अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी डॉलर/सीएचएफ शामिल हैं। फॉरेक्स मार्केट के टॉप पार्टिसिपेंट्स में कमर्शल ऐंड इन्वेस्टमेंट बैंक, हेज फंड्स, सेंट्रल बैंक्स, कॉरपोरेट्स, ट्रेडर्स और स्पेकुलेटर्स शामिल हैं। बीआईएस ट्रायएनुअल सर्वे 2010 के मुताबिक, फॉरेक्स मार्केट टर्नओवर में अमेरिका, इंग्लैंड, जापान और स्विट्जरलैंड के बड़े बैंकों की हिस्सेदारी 75 फीसदी है।
डेली टर्नओवर में स्पॉट मार्केट की हिस्सेदारी एक-तिहाई से ज्यादा है। फॉरेक्स टर्नओवर बढ़ने से ग्लोबल फंड मैनेजमेंट एसेट्स में भी बढ़ोतरी हुई है। फॉरेक्स डेरिवेटिव मार्केट में ओवर-दी-काउंटर (ओटीसी) सेगमेंट और एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव्स शामिल हैं। करेंसी फ्यूचर्स का सबसे बड़ा ग्लोबल एक्सचेंज शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज (सीएमई) है। इसके बाद मेक्सिकन डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (मेक्सडेर), ब्राजीलियन मर्केंटाइल एंड फ्यूचर्स एक्सचेंज (बीएमएंडएफ), कोरिया एक्सचेंज (केआरएक्स) और जोहानिसबर्ग स्टॉक एक्सचेंज (जेएसई) शामिल हैं।
दुनियाभरमेंकिसीअहममैक्रो-इकनॉमिकइवेंटसेपहलेकरेंसीफ्यूचर्सकाइस्तेमालट्रेडिंग, आर्बिट्राजऔरस्पेकुलेशनकेलिएहोताहै।दुनियाभरमेंएसेटक्लासकेरूपमेंफॉरेक्सएक्चेंजकीअहमियतबढ़रहीहै।इलेक्ट्रॉनिकट्रेडिंगप्लेटफॉर्मसेमार्केटतकइन्वेस्टर्सकीपहुंचआसानहुईहै।करेंसीमार्केटमेंऑनलाइनट्रेडिंगकीशुरुआत 1990 केदशककेअंतमेंहुईथी।इंडियामेंकरेंसीफ्यूचर्सएक्सचेंजकीशुरुआत 2008 मेंहुईथी।यहांमुख्यएक्सचेंजमेंमल्टिकमोडिटीएक्सचेंज (एमसीएक्स-एसएक्स) औरनैशनलस्टॉकएक्सचेंज (एनएसई) शामिलहैं।येएफिशिएंटऔरट्रांसपेरेंटट्रेडिंगप्लेटफॉर्मप्रवाइडकरतेहैं।
लेखकएंजेलब्रोकिंगमेंअसोसिएटडायरेक्टर (कमोडिटीज ऐंड करेंसीज) हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? कैसे शुरू करें।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से भले ही आप परिचित हों या नहीं, लेकिन लाभ प्राप्त करने का यानिकी निवेश से कमाई करने का यह भी एक शानदार तरीका है। इसलिए इसे समझने से पहले हमें यह समझना होगा की प्रत्येक देश की अपनी अलग अलग मुद्रा होती है। और प्रत्येक राष्ट्र की मुद्रा एक दुसरे के मुकाबले मूल्य के आधार पर कमजोर एवं मजबूत होती है। कहने का अभिप्राय यह है की इस वैश्वीकरण के युग में पूरी दुनिया में कहीं भी बिजनेस किया जा सकता है और फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख इन्टरनेट ने इसे और आसान बना दिया है।
आज व्यक्ति चाहे तो भारत में बैठे बैठे विदेशी मुद्रा जैसे डॉलर, यूरो, पौंड इत्यादि कमा सकता है यह सब इन्टरनेट के कारण मुमकिन हुआ है। खैर इस लेख में हम केवल फॉरेक्स ट्रेडिंग पर ही अपना ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करेंगे। वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में फोरेक्स ट्रेडिंग भी कमाई करने का एक माध्यम बन सकता है। लेकिन यह कार्य व्यक्ति केवल किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही कर सकता है। हालांकि विभिन्न देशों की मुद्राओं के प्रति हमारा आकर्षण बचपन से ही पैदा हो जाता है।
इसलिए यदि हमारे पास भारत के अलावा किसी अन्य देश की मुद्रा कभी आती है तो हम उसे संग्रहित करना शुरू कर देते हैं। वयस्क होने पर मुद्राओं के प्रति यही आकर्षण हमें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में और जानने को उत्सुक करता है। लोगों की इसी उत्सुकता को ध्यान में रखते हुए आज हम फॉरेन करेंसी एक्सचेंज ट्रेडिंग के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है (What is Forex Trading in Hindi):
फॉरेक्स ट्रेडिंग में पहला शब्द फ़ॉरेक्स का अर्थ फॉरेन एक्सचेंज होता है। साधारण शब्दों में फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ एक दुसरे के बीच विभिन्न विदेशी मुद्राओं का व्यापार करना है अर्थात इस प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न देशों की मुद्राओं में उनके मूल्य के घटते बढ़ते रहने के कारण व्यापार होता है। कोई भी व्यक्ति जो विदेशों से किसी भी प्रकार का कोई सौदा करना चाहता है उसे वह सौदा खरीदने के लिए उस देश की मुद्रा की आवश्यकता हो सकती है।
चाहे कोई छुट्टी पर भ्रमण करने के लिए गया हो, या फिर वह विदेश से कुछ खरीदना चाहता हो, या किसी सर्विस के लिए भुगतान कर रहा हो इत्यादि के लिए उसे उस देश की मुद्रा की आवश्यकता होती है। उदाहरणार्थ: अमेरिका में स्थित कॉलेज का शुल्क देने के लिए व्यक्ति को US Dollor की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि अमेरिका में स्थित कॉलेज भारतीय रूपये में फीस स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए डॉलर में भुगतान करने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति को US Dollor खरीदने होंगे।
इन्हें खरीदने के लिए व्यक्ति को उस समय निर्धारित डॉलर मूल्य के आधार पर भारतीय रुपयों में भुगतान करना होगा। बस इन्हीं आवश्यकताओं के फलस्वरूप फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत होती है जहाँ विदेशी मुद्रा की बिक्री एवं विनिमय किया जाता है। और जहाँ व्यक्ति ने भारतीय रूपये देकर US Dollor की प्राप्ति की उसे Exchange कहा जाता है। इस स्थिति में इस एक्सचेंज द्वारा US Dollor फॉरेन एक्सचेंज मार्किट से खरीदे जायेंगे। साधारण शब्दों में विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहलाती है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है ?
फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग की तरह ही है बस फर्क सिर्फ इतना है की इक्विटी ट्रेडिंग में कमाई या नुकसान के लिए शेयर का मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। तो वहीँ फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में एक्सचेंज मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए व्यक्ति अपनी अपेक्षा एवं जानकारी के अनुसार कोई भी मुद्रा खरीद सकता है। और अच्छे ढंग से समझने के लिए आप नीचे दिए गए उदाहरणों को पढ़ सकते हैं।
उदाहरणार्थ:
माना की प्रमोद नामक व्यक्ति डॉलर की बढती हुई कीमतों का लाभ उठाना चाहता है चूँकि डॉलर आज 70 रूपये पर कारोबार कर रहा है। प्रमोद को अपनी जानकारी एवं अनुभव के आधार पर लगता है की यह तीन महीनों के अन्दर अन्दर 73 रूपये तक जा सकता है। तो इस स्थिति में व्यक्ति USD खरीद सकता है और जब तीन महीने बाद यह 73 रूपये पर पहुँच जाए तो इन्हें बेच सकता है। इस प्रकार व्यक्ति प्रत्येक 1000$ पर 3000 रूपये तक की कमाई कर पाने में सफल होगा।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:
हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।
इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।
वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।
सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :
यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपको मार्किट की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
- यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
- स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
- प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने फोररेक्स मार्केट के बारे में लेख की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
- ट्रेडिंग से हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
- ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।
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इनका नाम महेंद्र रावत है। इनकी रूचि बिजनेस, फाइनेंस, करियर जैसे विषयों पर लेख लिखना रही है। इन विषयों पर अब तक ये विभिन्न वेबसाइटो एवं पत्रिकाओं के लिए, पिछले 7 वर्षों में 1000 से ज्यादा लेख लिख चुके हैं। इनके द्वारा लिखे हुए कंटेंट को सपोर्ट करने के लिए इनके सोशल मीडिया हैंडल से अवश्य जुड़ें।