दिन के कारोबार के लिए एक परिचय

किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं?

किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं?

दीर्घकालिक आर्थिक विकास परियोजनाओं के रूप में क्रिप्टोकरेंसी

इन वर्षों में हमने देखा है कि कैसे प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और उद्योग अपने संचालन के तरीके में विकसित हुए हैं बिट है , यह वहाँ है जहाँ हम महसूस करते हैं कि सब कुछ कुछ शब्दों में उस प्रगति पर निर्भर करता है जिसे मनुष्य अपनी आवश्यकताओं के अनुसार चलाता है।

शुरुआत में क्रिप्टोकुरेंसी बाजार को सीमित तरीके से देखा गया था, महत्वपूर्ण नहीं माना जाता था, कम, मध्यम और लंबी अवधि में परिणाम देखने के लिए उपलब्ध मुद्रा का निवेश करने में सक्षम किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? होने का विकल्प बहुत कम था।

पैसे का भविष्य डिजिटल हो सकता है, महामारी के सबसे हालिया समय ने हमें दिखाया कि वैश्विक मौद्रिक प्रणाली कितनी कमजोर हो सकती है, क्योंकि उस समय निष्पादित किए जा सकने वाले अधिकांश ऑपरेशन डिजिटल थे।

यही कारण है कि बिटकॉइन के उपयोग को विभिन्न तकनीकी प्लेटफार्मों के स्तर पर मजबूत किया गया है, साथ ही क्रिप्टोकरेंसी के आदान-प्रदान में अग्रणी डिजिटल मुद्रा के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत किया गया है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश को कई वित्तीय और आर्थिक विकास परियोजनाओं द्वारा माना जाता है जो भविष्य में दुनिया भर में वाणिज्यिक संचालन का नेतृत्व करेंगे।

इन उपकरणों की विशेषता वाली अस्थिरता के बावजूद, ब्लॉकचेन तकनीक द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा विश्वसनीय तरीके से लेनदेन के निष्पादन की गारंटी देती है।

भविष्य के किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? लिए एक परियोजना या एक वित्तीय खेल?

दीर्घकालिक आर्थिक विकास परियोजनाओं के रूप में क्रिप्टोकरेंसी

ब्लॉकचेन तकनीक की क्षमता ने कई कंपनियों और निजी निवेशकों को यह महसूस करने की अनुमति दी है कि इस तकनीक के माध्यम से आज कई लेनदेन किए जाते हैं, जो इस प्रक्रिया में सुरक्षा की गारंटी देता है।

इस प्रकार के वित्तीय संचालन को विकेंद्रीकृत तरीके से करने की संभावना अत्यधिक आकर्षक है, क्योंकि यह न केवल प्रक्रिया में शामिल पार्टियों को भाग लेने की अनुमति देता है, बल्कि लेनदेन कमीशन लागत को भी कम करता है।

कोई भी ब्लॉकचेन का मालिक नहीं है इसलिए लेनदेन निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से निष्पादित किए जाते हैं, इस वातावरण में प्रबंधित की जाने वाली एकमात्र संपत्ति डिजिटल मुद्राओं पर उपयोगकर्ताओं की है।

इस प्रकार के प्लेटफॉर्म का सबसे अधिक उपयोग करने वाले दो क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स और निश्चित रूप से, डिजिटल वित्तीय बाजार हैं।

कई छोटे निवेशक, यदि उनके पास इस संबंध में तैयारी नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है और आपूर्ति और मांग के बीच उनके चक्र और उतार-चढ़ाव कैसे काम करते हैं, तो वे केवल जुए, यानी भाग्य से निवेश कर सकते हैं।

यह वह जगह है जहां सवाल उठता है कि क्या क्रिप्टो निवेश एक तरह का वित्तीय खेल हो सकता है, क्योंकि कई नौसिखिए बेतरतीब ढंग से काम करते हैं और इसे लापरवाह माना जाता है।

अपने आप में, क्रिप्टो संपत्ति आमतौर पर अस्थिर होती है और काफी उच्च जोखिम स्तर के साथ होती है और यही वह जगह है जहां एक प्रासंगिक निवेश योजना को निष्पादित किया जाना चाहिए, जहां जोखिम प्रबंधन सहित मानदंडों के एक सेट पर विचार किया जाना चाहिए।

भविष्य के निवेश, यदि एक विशिष्ट क्रिप्टो परियोजना के पिछले प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए एक संगठित तरीके से विकसित किया जाता है, तो इसे एक लाभदायक दीर्घकालिक वित्तीय परियोजना माना जा सकता है, यह देखते हुए कि बाहरी कारक मौजूद हैं और क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में हस्तक्षेप कर सकते हैं।

संभावना एक लाख में केवल एक संभावना है जहां यह वास्तविकता के अधीन नहीं है क्योंकि बाजार और उसके व्यवहार का विश्लेषण नहीं किया जाता है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी व्यवसाय या निजी विकास प्रदान करती है

दीर्घकालिक आर्थिक विकास परियोजनाओं के रूप में क्रिप्टोकरेंसी

आज हम सुनते हैं कि कितनी कंपनियां क्रिप्टोकरेंसी के माहौल में शामिल हुई हैं, साथ ही साथ छोटी और लंबी अवधि में निजी निवेश करने की संभावना भी है।

यह विचार करने के मामले में कि किस क्षेत्र में सबसे बड़ी वृद्धि देखी गई है, चाहे व्यवसाय में या व्यक्ति में, यह मूल्यांकन करना उचित है कि एक निश्चित राशि को भुनाने के लिए किस प्रकार की डिजिटल संपत्ति को चुना जाता है।

ऐसी कई कंपनियां हैं जिन्होंने बड़ी मात्रा में पैसा जमा किया है, जैसे कि टेस्ला, और जिन्होंने इस पैसे को बीटीसी में जमा किया है, जो निश्चित रूप से इस साल बिटकॉइन मूल्यांकन के मामले में सबसे अधिक फायदेमंद नहीं था, लेकिन फिर भी, अधिग्रहण की प्रारंभिक कीमत इस क्रिप्टोक्यूरेंसी की सभी कीमतों पर, लाभप्रदता उचित है।

यह वहां है जहां बहुत से लोग कम पूंजी के साथ निवेश करते हैं और लाभ प्राप्त होने पर इसे बढ़ाते हैं, यह सूक्ष्म और स्थूल दोनों स्तरों पर विकास है।

निष्कर्ष

जिस क्षण में क्रिप्टोकरेंसी को निवेश विकल्प के रूप में अधिक अनुपात में माना जाता है, वह आमतौर पर संकट के समय में होता है, जहां लोग जिनके पास एक निश्चित राशि है, वे इसे निवेश में निपटाना पसंद करते हैं, जो कि उनके वित्त को कम करने के बजाय रिटर्न का उत्पादन कर सकते हैं। बचत।

उपयोगकर्ताओं के लिए बिटकॉइन एक्सचेंज करने का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका आमतौर पर इसके इंटरनेट प्लेटफॉर्म के माध्यम से उत्पन्न होता है जिसे बिटकॉइन-प्राइम ट्रेडिंग सिस्टम के रूप में जाना जाता है।

E Rupee क्या है (Indian Digital Currency) | E Rupee Digital Currency Explained in Hindi 2022-2023

E Rupee क्या है (Indian Digital Currency) : क्या आपने बिटकॉइन और एथेरियम जैसे काउंस के नाम सुने है? इससे मुख्य तौर पर क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है। हाल के समय इन क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बाजार में काफी सारी न्यूज आती रहती है जिसके चलते आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी सबसे ट्रेडिंग टॉपिक बन कर ऊबर कर आया है। इसी को मध्य नजर रखते हुए भारत सरकार ने इस वर्ष के शुरुवात में देश का बजट जारी करते हुए यह ऐलान किया था कि भारत सरकार भी आरबीआई से रेगुलेटेड डिजिटल करेंसी की शुरुवात वर्ष 2022 से 2023 के बीच में करेगी।

तो हाल ही में 1 नवंबर को आरबीआई ने देश का डिजिटल करेंसी E Rupee को लॉन्च कर दिया है। अगर आप भी यह जानना चाहते है कि यह E Rupee क्या है? यह E Rupee किस प्रकार से काम करेगा इन सभी विषयो पर हमने इस आर्टिकल के द्वारा चर्चा करने का प्रयास किया है।

E Rupee (Indian Digital Currency) क्या है

E Rupee क्या है (Indian Digital Currency) : E Rupee एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है जिसे सेंट्रल बैंक ऑफ डिजिटल करेंसी द्वारा जारी किया गया है। अगर हम इसे आसानी से आपको बताए तो E Rupee, उसी समान किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? है जैसे नोटो को आरबीआई द्वारा छापा जाता है।

E Rupee को भी आरबीआई द्वारा ही रेगुलेट किया जाएगा। हमारे देश की केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 में बजट को जारी करते समय इस बात की घोषणा की थी देश में डिजिटल करेंसी भी जारी होंगे। जिसे 1 नवंबर 2022 को जारी किया गया है।

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E Rupee किस तरह से काम करेगा

अब आप सोचते होंगे कि E Rupee का डाटा आरबीआई को कैसे मालूम चलेगा तो हम आपको बता दे कि यह E Rupee उन्ही सभी प्रिंसिपल और टेक्नोलॉजी पर काम करेगा जिस पर बिटकॉइन और एथेरियम जैसे क्रिप्टो करेंसी काम करते है। यह E Rupee भी ब्लॉकचैन टेक्नोलोजी पर काम करता है।

आपको बता दे कि E Rupee को कुछ ऐसे इस्तेमाल करने से रेग्यूलेट किया जाएगा जिससे आपके बैंक पासबुक पर भी इसकी जानकारी रिफ्लेक्ट करेगी।

E Rupee कहा पर इस्तेमाल किया जाएगा

अभी के लिए E Rupee को केवल पायलट प्रोजेक्ट के लिए लाया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट की बात करे तो इसमें होल सेल मार्केट जिस पर सरकार लेन देन करती है अभी केवल वही इस E Rupee का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे ही सेंट्रल बैंक ऑफ डिजिटल करेंसी पायलट टेस्टिंग का नाम से रही है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पहले ही कह चुकी है कि इस डिजिटल करेंसी को भारत के बाजार में लाने का मकसद केवल भारत के बाजार में मौजूद लेन देन के तरीके को बदल कर अच्छा बनाना है। E Rupee के कारण आने वाले समय में लोगो को मौजूदा करेंसी के अलावा एक और भुगतान का तरीका मिल पायेगा जिससे वो लेन देन कर पाने में सक्षम हो पायेंगे।

E Rupee Digital Currency के फायदे क्या है

E Rupee Digital Currency के ऐसे तो कई फायदे है जिसमे से कुछ के किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? बारे में हमने विस्तार से बताने का प्रयास किया है। तो चलिए शुरू करते हैं।

  • डिजिटल करेंसी आने के बाद आपको अपने पास नोट रखने की चिंता खत्म करनी होगी। जिससे लोगो को अपने पैसे को लाने जाने में जो भी असुविधा होती है उससे भी गुजरना नही पड़ेगा।
  • E Rupee को सेंट्रल बैंक को डिजिटल करेंसी द्वारा जारी किया जा रहा है। तो आप सभी के मोबाइल में वॉलेट ऐप के तौर पर मौजूद होगी जिससे आप कुछ ही समय के अंदर ट्रांजेक्शन कर पाने में सक्षम हो जाएंगे।
  • E Rupee Digital Currency के आने के बाद आपको चेक, बैंक पासबुक की जरूरत ही नही होगी। आप इनके बिना भी लोगो के साथ ट्रांजेक्शन कर पाने में सक्षम हो पायेंगे।
  • E Rupee Digital Currency के आने के किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं? बाद बाजार में जो नकली नोट की समस्या आ जाती है लोगो को उससे भी राहत प्राप्त होगी।
  • E Rupee Digital Currency के आने के बाद से आरबीआई का जो करेंसी को छपवाने का जो खर्चा है वो भी नाममात्र ही होगा।
  • E Rupee Digital Currency ना कभी फट पाएगा न ही मिटाया जा सकेगा और इसी उम्र हमेशा के लिए होगी जो हमे अभी के समय में इस्तेमाल होने के नोट के साथ नही देख पाते।
  • E Rupee Digital Currency बिटकॉइन और एथेरियम जैसे क्रिप्टो करेंसी से बेहतर साबित होंगे और इसमें किसी भी प्रकार का झोखिम नही होगा।

Cryptocurrency और E Rupee Digital Currency में अंतर क्या है

ऐसे देखा जाए तो Cryptocurrency और E Rupee Digital Currency दोनो ही ब्लॉक चैन की टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रही है।

क्रिप्टो करेंसी की बात करे तो इसे किसी एक कंपनी के द्वारा रेग्यूलेट किया जा रहा है और सरकार का इस पर कोई भी नियंत्रण नहीं है जिसके चलते क्रिप्टो करेंसी का प्राइस काफी ज्यादा ऊपर नीचे होता रहता है वो अगर आप क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा लगाते है तो यह ज्यादा रिस्की साबित होता है।

वही E Rupee Digital Currency की बात करे तो यह सरकार द्वारा नियंत्रित होती है। E Rupee Digital Currency को आप बाद में नोटो में भी तब्दील कर सकते है। E Rupee Digital Currency के प्राइस की बात करे तो वो कोई घटता बढ़ता नही है।

सबसे मुख्य अंतर जो क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में है वो यह है कि क्रिप्टो करेंसी को लोग इन्वेस्टमेंट के तौर पर इस्तेमाल करते है वही E Rupee Digital Currency को लोग मुख्य तौर पर लेन देन के लिए इस्तेमाल करेंगे।

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको E Rupee Digital Currency क्या है?, E Rupee किस तरह से काम करता है?, E Rupee कहा पर इस्तेमाल किया जा सकता है?, E Rupee Digital Currency के फायदे क्या है? और Cryptocurrency और E Rupee Digital Currency में अंतर क्या है?

इन सब विषयो पर विस्तार रूप से चर्चा की है। अगर आपको भी यह आर्टिकल पसंद आता है तो आप इसे अपने दोस्तो के साथ शेयर कर सकते हैं वही अगर आपको आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी भी प्रकार का कोई सवाल या सुझाव आपके मन में आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कॉमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।

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