एएसआई संकेतक

Q. वार्षिक सर्वेक्षण उद्योग (एएसआई) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर मापी जाएगी ऊंचाई और वजन
बेहतर स्वास्थ्य को लेकर स्कूली छात्रों की ऊंचाई और वजन के माप का चार्ट तैयार किया जाएगा। इसको लेकर शिक्षा निदेशालय की समावेशी शिक्षा एएसआई संकेतक शाखा ने परिपत्र जारी किया है। परिपत्र के अनुसार, अच्छा स्वास्थ्य खुशी और सीखने के लिए एक शर्त है। अच्छे स्वास्थ्य का एक संकेतक माप ऊंचाई और वजन चार्ट में दिखता है। यह बच्चे के समग्र विकास का मानदंड है।
इस संबंध में सभी स्कूल प्रमुखों को प्रत्येक बच्चे की ऊंचाई और वजन का माप करने के निर्देश दिए गए हैं। पांच नवंबर तक स्कूलों को डाटा भेजना होगा। सभी स्कूल बच्चों के जन्मतिथि की दोबारा से जांच करेंगे। अगर किसी प्रकार की सुधार की आवश्यकता होती है तो उसे ठीक किया जाएगा। सभी जिलों के उप शिक्षा निदेशक सुनिश्चित करेंगे कि अपने क्षेत्राधिकार वाले स्कूलों में यह कार्य समयबद्ध होगा। अगर जांच में कुछ सामने आता है तो स्वास्थ्य परामर्श दिया जाएगा।
एएसआई संकेतक
Q. Consider the एएसआई संकेतक following statements with reference to Annual Survey एएसआई संकेतक of Industries ASI:1. It is a comprehensive survey covering both organised and unorganised sectors.2. It covers all the companies एएसआई संकेतक registered under the Companies Act.Which of the statements given above is/are correct?Q. वार्षिक सर्वेक्षण उद्योग एएसआई के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:1. यह एएसआई संकेतक संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों को कवर करने वाला एक व्यापक सर्वेक्षण है।2. इसमें कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत सभी कंपनियां शामिल हैं।उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है / हैं ?
श्री सूर्य पहाड़ (असम)
विशाल ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर स्थित, श्री सूर्य पहाड़, असम के सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासत स्थलों में से एक है। असम के गोलपाड़ा शहर से लगभग 12 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित, यह स्थल एक पहाड़ी इलाके में स्थित है, जिसमें कई शैलकर्तित शिवलिंग, मन्नत स्तूप और हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों के देवी-देवताओं की नक्काशीदार आकृतियाँ हैं। 'सूर्य की पवित्र पहाड़ी' के रूप में भी प्रसिद्ध, श्री सूर्य पहाड़, यद्यपि अब खंडहर में तब्दील हो चुका है, फिर भी यह प्राचीन असम के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास एएसआई संकेतक में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
श्री सूर्य पहाड़ का प्रवेश द्वार
ऐतिहासिक लालकिला के रखरखाव की जिम्मेदारी डालमिया ग्रुप को देने पर कांग्रेस खड़े किए सवाल
नई दिल्ली, 28 अप्रैल: कांग्रेस ने ऐतिहासिक लालकिला के रखरखाव एएसआई संकेतक की जिम्मेदारी एक निजी समूह को दिये जाने पर शनिवार को सवाल उठाया। कुछ ही दिन पहले एक उद्योग घराने ने पर्यटन मंत्रालय के साथ 'धरोहर को गोद लेने' की उसकी योजना के तहत एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। सहमति ज्ञापन के तहत ' द डालमिया भारत' समूह धरोहर और उसके चारों ओर के आधारभूत ढांचे का रखरखाव करेगा। समूह ने इस उद्देश्य के लिए पांच वर्ष की अवधि में 25 करोड़ रूपये खर्च करने की प्रतिबद्धता जतायी है।
मंदी मिटानी है तो छुट्टी लें और कहीं घूम आएं
लेखिका: नीरज कौशल
अगर लाखों भारतीय सिर्फ छुट्टियां मनाने देश के पर्यटक स्थलों पर जाने लग जाएं तो क्या उससे सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ लेगी? क्या अर्थव्यवस्था हमारे ज्यादा काम करने के बजाय काम से छुट्टी लेकर चार धाम की यात्रा करने से पटरी पर लौटेगी? आप मानें या न मानें, दोनों सवालों के जवाब हां में हैं। हम ज्यादा काम करके अपनी आमदनी बढ़ाते हैं और अपनी उस कमाई को खर्च करके भी देश की जीडीपी में योगदान करते एएसआई संकेतक हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में घरेलू पर्यटकों का और पर्यटन का योगदान ठीक से रेखांकित नहीं हो पाया है।
हाल के दशकों में घरेलू पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। साल 2000 में 22 एएसआई संकेतक करोड़ घरेलू पर्यटक यात्राएं दर्ज की गई थीं जो 2018 आते तक करीब नौ गुना बढ़कर 182 करोड़ हो चुकी थी। इन का एक बड़ा हिस्सा धार्मिक यात्राओं एएसआई संकेतक का है, लेकिन खर्च आप चाहे केदारनाथ की तीर्थयात्रा पर करें या कुफ्री में स्कीइंग पर, जुड़ेगा वह जीडीपी में ही। विदेशी पर्यटकों का आना भी बढ़ा है, पर इनका अनुपात काफी कम है। 2000 एएसआई संकेतक में इनकी संख्या 60 लाख थी जो 2016 में बढ़कर 2.47 करोड़ हुई। किसी देसी पर्यटक के मुकाबले एक विदेशी सैलानी काफी ज्यादा खर्च करता है, लेकिन देसी पर्यटकों की संख्या इतनी विशाल है कि इनका योगदान बहुत ज्यादा हो जाता है।