क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए

Cryptocurrency : क्रिप्टो में डूबे भारतियों के अरबों रूपए, देश पर पड़ेगा इसका असर
कुछ दिन पहले क्रिप्टो मार्किट क्रैश हो गयी थी जिसकी वजह से भारतियों के निवेश किये अरबों रूपए डूब गए जिसकी वजह से देश पर इसका असर देखने को मिल रहा हैं। क्रिप्टो की वजह से करोड़ों इन्वेस्टर रातो रात कंगाल हो गए हैं। आइये जानते हैं पूरी खबर।
HR Breaking News, New Delhi : विश्व में क्रिप्टो करेंसी में आई बड़ी गिरावट से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. वहीं भारत में इसका खास असर नहीं हुआ है. इसका श्रेय सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के सतर्क रुख को जाता है. आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार किया है और उसने इसमें लेनदेन को लेकर आगाह भी किया है. वहीं सरकार ने क्रिप्टो लेनदेन की मांग को कम करने के लिए कर का रास्ता चुना है. क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 2021 में तीन हजार अरब डॉलर था, जिसका कुल बाजार मूल्य अब एक हजार अरब डॉलर से भी कम रह गया है.
दिवालिया हुआ बाजार
हालांकि, भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है. भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर रही थी. हालांकि, सरकार बहुत विचार-विमर्श के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल मुद्राओं के संबंध में वैश्विक सहमति की आवश्यकता है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं.
क्रिप्टो बाजार में गिरावट
आरबीआई के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी को विशेष रूप से विनियमित वित्तीय प्रणाली से बचकर निकल जाने के लिए विकसित किया गया है और यह उनके साथ सावधानी बरतने के लिए पर्याप्त कारण होना चाहिए. उद्योग का अनुमान है कि भारतीय निवेशकों का क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों में निवेश केवल तीन प्रतिशत है. वैश्विक क्रिप्टो बाजार में गिरावट के बावजूद, भारत की क्रिप्टोकरेंसी कंपनियां अभी तक किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स और जेबपे का परिचालन जारी है.
उठाए गए कदम उचित
सरकार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की वजह से भारत में क्रिप्टो का बड़ा बाजार नहीं खड़ा हो सका. अगर भारतीय संस्थाएं क्रिप्टो में शामिल हो गई होतीं, तो देश में कई लोगों के पैसे डूब जाते. एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) के अध्यक्ष कमलेश शाह के अनुसार, आरबीआई और सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देने के लिए उठाए गए कदम इस क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए समय उचित हैं. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी जून में जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी को ‘स्पष्ट खतरा’ बताया था.
क्रिप्टोकरेंसी का निवेश रिटर्न में जरूर दिखाएं
पिछले सप्ताह आयकर विभाग के छत्तीसगढ़ कार्यालय ने एक व्यक्ति को नोटिस भेजकर आय संबंधी जानकारी साझा करने के लिए कहा है। विभाग ने कुल 26 सवालों के जवाब मांगे हैं जिसमें पिछले तीन वर्षों के आयकर रिटर्न के ब्योरे और क्रेडिट कार्ड लेनदेन के साथ यह भी पूछा गया है कि क्या वह क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश करते हैं? इसमें कुल 21 सवालों में काफी विस्तृत तरीके से क्रिप्टोकरेंसी संबंधी निवेश, एक्सचेंजों पर लेनदेन का ब्योरा, नोटबंदी के समय किया गया निवेश, निवेश की गई राशि, क्रिप्टो वॉलेट की विशिष्ट पहचान संख्या आदि बहुत सी जानकारी मांगी गई है। इसी तरह के नोटिस दूसरे निवेशकों को भी जारी किए गए हैं।
दरअसल क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच इस बात को लेकर हमेशा से संशय की स्थिति रही है कि वे अपने निवेश को आयकर रिटर्न में दर्शाएं या नहीं और क्रिप्टोकरेंसी पर आयकर देने से इसे सरकारी स्वीकार्यता मिलेगी या नहीं। सवाल यह भी है कि कहीं इसके बाद सरकार उस व्यक्ति पर नजर तो नहीं रखने लगेगी? साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को आयकर रिटर्न में दिखाने क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए के तरीकों को लेकर भी निवेशकों के पास समुचित जानकारी नहीं है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है तो उसे आयकर रिटर्न भरते समय इसका खुलासा जरूर करना चाहिए। कर संबंधी सलाह देने वाली कानूनी फर्म क्वैगमायर कंसल्टिंग के संस्थापक अनुष भसीन की राय है कि व्यक्ति को अपनी हर प्रकार की आय का खुलासा आयकर रिटर्न में करना चाहिए। वह कहते हैं, 'आयकर कानून काफी सरल है। किसी आय की कानूनी वैधता जांचने के बजाय उसका जोर इस बात पर रहता है कि किसी भी स्रोत से आय हो तो उस पर कर चुकाया जाना चाहिए।'
तो क्या आयकर रिटर्न भरने से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को सरकारी स्वीकार्यता माना जाएगा? उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता विजय पाल डालमिया इससे इनकार करते हैं। वह कहते हैं, 'आयकर रिटर्न भरने से आपकी आय या उसके स्रोत को कानूनी वैधता नहीं मिलती। हालांकि देश में क्रिप्टोकरेंसी को अवैध घोषित नहीं किया गया है और सभी निवेशकों को रिटर्न में संबंधित जानकारी घोषित करनी चाहिए।' भसीन कहते हैं, 'आयकर कानून के अनुसार कानूनी तौर पर वैध अथवा अवैध, किसी भी तरीके से हुई आय को आयकर रिटर्न में शामिल करना चाहिए। अगर हम आय को रिटर्न में नहीं दिखाते तो कानूनी तरीके से कमाई गई आय भी अवैध या काला धन मान ली जाएगी।'
सामान्य वेतनभोगियों को आईटीआर-1 फॉर्म भरना होता है लेकिन अगर कोई व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन कर रहा है तो उसे कारोबार की प्रकृति के हिसाब से फॉर्म का चयन करना होगा। कारोबारी गतिविधियों के लिए आईटीआर-3 फॉर्म भरा जाता है। भसीन बताते हैं, 'क्रिप्टोकरेंसी गतिविधियों को तीन श्रेणियों में बांटना होगा। पहला, लंबी अवधि का निवेश होता है, जिसमें निवेशक को पूंजीगत लाभ कर के हिसाब से गण्ना करनी होगी। दूसरा, दैनिक या उतार-चढ़ाव को देखकर खरीद-बिक्री करना होता है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन से होने वाली आय को कारोबारी आय के तहत दिखाना होगा। तीसरा, अगर आप माइनिंग करते हैं तो इसे पूरी तरह वाणिज्यिक गतिविधि माना जाएगा। इसमें आय के साथ साथ माइनिंग में आने वाले खर्च की गणना भी करनी होगी और उसके बाद ही शुद्घ लाभ या हानि को आयकर रिटर्न में दर्शाना होगा।'
एक समस्या यह भी आती है कि क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने-बेचने पर ही कर देना क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए होगा अथवा क्रिप्टो-टु-क्रिप्टो कारोबार को भी इसमें शामिल करना चाहिए? भसीन कहते हैं, 'वर्तमान आयकर कानून में स्पष्ट प्रावधान है कि किसी भी वस्तु या जिंस की खरीद के बाद उसके आदान-प्रदान या बिक्री पर कर देना होगा। इसलिए अगर हम क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए एक क्रिप्टोकरेंसी को दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में बदलते हैं तो उसे भी आयकर रिटर्न में दर्शाना चाहिए।' एक से अधिक बार खरीद या बिक्री पर होने वाले लाभ-हानि की गणना के लिए 'फस्र्ट इन फस्र्ट आउट' (फीफो) प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। भसीन की सलाह है कि अगर निवेशक को वास्तव में हानि हुई है तो उसे रिटर्न में दिखाया जाना चाहिए ताकि आगे के वर्षों में उसे लाभ के बदले ऑफसेट किया जा सके।'
विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर किसी क्षेत्र विशेष से संबंधित आय पर देश में स्पष्टï नियम नहीं बनाए गए हैं तो भी उस पर आयकर देना होगा। भसीन कहते हैं, 'आयकर कानून बिल्कुल स्पष्ट है। किसी भी स्रोत से आपको आय हुई है तो उस पर कर देना होगा।' क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में कानूनी परामर्श देने वाली संस्था क्रिप्टो कानून के संस्थापक काशिफ रजा कहते हैं, 'दो हालात हो सकते हैं। अगर सरकार कानून बनाकर क्रिप्टोकरेंसी को नियमित करती है तो इस करेंसी में किए गए सभी प्रकार के लेनदेन का खुलासा एक निश्चित अवधि में करने के लिए कहा जा सकता है। अगर सरकार इस पर प्रतिबंध लगा देती है तो सभी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी को एक निश्चित अवधि में समाप्त करने के लिए कहा जाएगा। दोनों ही परिस्थितियों में आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश सार्वजनिक करना होगा और अगर आपने इसकी जानकारी आयकर रिटर्न में नहीं दी तो सरकार आपसे सवाल पूछ सकती है।'
भसीन बताते हैं कि अगर क्रिप्टोकरेंसी में किए गए सभी तरह के निवेश के बजाय आंशिक निवेश की ही सूचना दी जाती है तो 50 फीसदी जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर किसी भी तरह की जानकारी साझा करने से कन्नी काट ली जाए तो 200 फीसदी जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा संदेह होने पर आयकर विभाग किसी भी व्यक्ति से पूछताछ कर उसकी आय के बारे में जानकारी मांग सकता है। वह कहते हैं, 'आयकर कानून की धारा 131 के तहत की गई पूछताछ में कोई जवाब नहीं देने पर धारा 132 के तहत विभाग छापा मार सकता है।'
अगर निवेशक विदेशी एक्सचेंजों पर क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार कर रहे हैं तो उन्हें अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता है। डालमिया बताते हैं, 'विदेशी एक्सचेंजों पर कारोबार के मामले में आयकर कानून के साथ साथ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) की धाराएं भी लगती है। अगर इन परिसंपत्तियों या निवेश का खुलासा नहीं किया जाता है तो काला धन (अज्ञात विदेशी आय तथा परिसंपत्ति) एवं कर अधिनियम 2015 की धारा 49 के तहत दंड दिया जा सकता है।' भारत सरकार ने दूसरे देशों के साथ इस तरह के कई समझौते भी किए हैं। भसीन बताते हैं, 'भारत सरकार के 103 देशों के साथ समझौते हैं जिसमें क्रिप्टोकरेंसी के लिए लोकप्रिय माल्टा, एस्टोनिया और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड भी शामिल हैं। केंद्र इन सभी देशों से अपने नागरिकों द्वारा किए गए लेनदेन का ब्योरा मांग सकती है।'
भारत में फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक सभी बैंकों को इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खाते बंद करने का आदेश दे चुका है। इसलिए निवेशकों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अभी तक के सभी लेनदेनों का विवरण एक जगह इक_ïा करें ताकि जरूरत पडऩे पर आसानी से इसका उपयोग किया जा सके। एक्सचेंजों से समय-समय पर निवेश संबंधी रिपोर्ट डाउनलोड कर उसे अपने रिकॉर्ड में शामिल करें। अगर आपने इससे पहले कभी आयकर रिटर्न में क्रिप्टोकरेंसी का खुलासा नहीं किया है तो पिछले वर्षों का संशोधित रिटर्न भरा जा सकता है। भसीन बताते हैं कि इसके लिए 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है और 1 फीसदी प्रतिमाह की दर से ब्याज भी वसूला जाता है।
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी आपको दिला सकती है फायदा
दुनिया डिजिटल हो चुकी है, हम रोज किसी ना किसी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुनते ही है. जैसे- Bitcoin, Polka-Dot, Setllar इत्यादि. ऐसी ही एक क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin भी है. Dogecoin भी अन्य प्रकार की दूसरी क्रिप्ट्रोकरैन्सी की तर्ज पर एक डिजिटल करेंसी है जिसमें आप ट्रेड कर सकते है. जिस तरह से जमाना तेजी से क्रिप्टोकरेंसी की ओर की रुझान जता है, वैसे ही आपको रोजाना कोई न कोई नयी करेंसी के बारे में सुनने को मिलता है. आपने सुना होगा की Bitcoin ने पिछले 1 साल में 300 गुना ज्यादा का रिटर्न दिया है. इसी के साथ Dogecoin भी काफी तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है. हाल ही के आंकड़ो पर नजर डाले तो bitcoin से भी ज्यादा Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. यह Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी काफी चर्चाओं में भी है क्योंकि इस करेंसी का price इसके पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बेहद ही तीव्र गति से Upper circuit को क्रॉस कर रहा है.
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी क्या है
Table of Contents
यह एक क्रिप्टोकरेंसी है. इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है. इस करेंसी को आप छू नही सकते है पर फिर भी आप इसमें ट्रेड कर सकते है.
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी का मालिक कौन है
दुनिया में बिटकॉइन के बाद सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के रूप में Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को ही जाना जाता है. इस Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को 2013 में अमेरिका के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस औन जैक्सन पालमर ने मजाक मजाक में ही बना डाला था.
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को बनाने के पीछे भी एक हास्यप्रद किस्सा है जो की एक कुत्ते के मीम से संबंधित है और इसी प्रेरणा से प्रेरित होकर इस कॉइन को बनाया था. जब इसे बनाया गया था तो इसके बाद काफी समय के बाद भी इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ था पर वर्तमान में यह करेंसी चर्चाओं में आसमान छू रही है.
Dogecoin चर्चा में क्यों है
Dogecoin के वर्तमान में चर्चाओं का कारण टेसला के को-फाउंडर का एक ट्वीट है. इस ट्वीट में टेसला के को-फाउंडर ने कहा की वह स्पेस एक्स की तरफ एक रॉकेट लॉंच करेगा और उस रॉकेट में वे इस Dogecoin की एक कॉपी भेजेंगे। इसके बाद तो मानो इस की Price में बहार आ गई और इसमें 5 से 6 रुपये तक का उछाल आ गया।
Dogecoin का 2021 में प्रेडिक्शन
वर्तमान में Dogecoin की चर्चाओं के बाजार गर्म क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए है उसी तरह लोगों का इसके लिए आकर्षण भी बड़ा है. यदि आप भी इस करेंसी को खरीदने में दिलचस्पी रखते है तो उसके पूर्व आपको इस करेंसी की नियम व शर्तो के बारे में विस्तार पूर्वक जानना होगा, इसका सीधा कारण है कि, यदि इसमें नुकसान होता है तो इसके लिए भी आप ही जिम्मेदार होते है.
2021 में इस करेंसी में निवेश करने की सलाह हर कोई दे रहा है क्योंकि इस Dogecoin क्रिप्टो करेंसी की कीमत बहुत ही जल्द सातवें आसमान पर जाने वाली है। ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है की इस करेंसी की कीमत इस साल के अंत तक 0.004 डॉलर से 0.0063 तक बढ़ सकती है।
अगर 2021 के आगे सोचे तो ऐसा कहा जा सकता है Dogecoin की आने वाले समय में भी इस करेंसी की कीमत काफी तेजी से बढ़ेगी. यदि आप आज आप इस करेंसी में विनिवेश करते है तो आपको इससे काफी अच्छा परिणाम देखने को मिल सकता है। इस साल के अंत यह आपको अच्छा रिजल्ट दे सकता हैं.
Dogecoin कैसे खरीदें (How to Buy)
दोस्तों आप भारत में इस करेंसी में निवेश करना चाहते है तो आपको यह पता होगा की भारत में इस तरह की क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना आसान नहीं होता है. यदि आप करेंसी में निवेश करना चाहते है तो भारत में ऐसी ऐप्पलीकेशन है जो आपको इन करेंसी में निवेश करने में मदद करती है. इस ऐप्पलीकेशन में Buyucoin, Bitbns, Zevpay इत्यादि शामिल है.
अगर आप इन ऐप के जरिये निवेश करना चाहते है तो उसके लिए आपको इन में से किसी ऐप में अपने पूरे डॉक्यूमेंट के साथ kyc करना होता है.
कहां से डाउनलोड करें इन Apps को
इन सभी apps को आप अपने मोबाइल के प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है. एक बात का ध्यान रखें की इन ऐप्स में आपको अपने निजी दस्तावेज भी सबमिट करने होते है तो इन ऐप का उपयोग करने से पहले आप स्वयं यह जान ले की क्या वास्तव में यह ऐप सुरक्षित है या नहीं.
Dogecoin का फ्यूचर क्या है
कुछ विद्वानों की माने तो का फ्यूचर काफी अच्छा बताया जा रहा है। ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है की इस की वर्तमान की रेट में 50 से 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अगर आप इसमें आज निवेश करते है तो यह आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है और यह क्रिप्टोकरेंसी आपको भविष्य में एक अच्छी कमाई कर के दे सकता है।
Dogecoin की वर्तमान कीमत क्या है (Present Price)
भारतीय मुद्रा के हिसाब से अगर इस करेंसी की दर देखे तो, भारत में इस करेंसी की रेट वर्तमान में मात्र 23.97 रूपये है.। यह रेट हर रोज कुछ न कुछ point बढ रही है. वर्तमान में अगर आप इस करेंसी में निवेश करते है तो आपको भविष्य में इससे काफी कुछ मिल सकता है.
क्या आपको Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए (Investment)
अगर आप इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते है तो यह आपकी निजी राय है। भारत में जिस तरह से खबर जोरो पर चल रही है की भारत में क्रिप्टोकरेंसी को बैन किया जा सकता है, उस हिसाब से आपको इसमें निवेश करने से पहले थोड़ा सोचना होगा कि क्या आपको वास्तव में निवेश करना है या नही!
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय सावधानियां
दोस्तों यदि आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रुपए कमाने की सोच रहे है तो आपको उससे पहले कुछ सावधानियां भी बरतनी होगी, यह सावधानियां आपके निवेश करने की प्रक्रिया को एक नई दिशा दे दें.
- Dogecoin में यदि आप किसी ऐप के जरिये निवेश कर रहे है तो इस बात को एक बार परख ले की आप जिस ऐप में निवेश कर रहे है वह सुरक्षित है या नहीं क्योंकि आजकल कई Spamming वाली ऐप भी बाजार में उपलब्ध है.
- Dogecoin में निवेश करने से पहले इसके जोखिम के बारे में जरूर एक बार पढ़ ले ताकि आप सही क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए करेंसी में निवेश कर पाएं.
- किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आप उस करेंसी की प्राइस का Analyse जरूर कर लें. साथ ही आपको उस करेंसी के व्यावसायिक स्थिति के बारे में जान लेना चाहिए ताकि आप एक सही जगह निवेश कर सके.
इस लेख में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान करने की कोशिश की गई है. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। आप अपने सुझाव हमें नीचे कमेंट कर के बता सकते है.
Faq
Ans : भारत के साथ पूरे विश्व में जानी जाने वाली यह करेंसी एक क्रिप्टोकरेंसी है जिसमें आप आसानी से ट्रेड कर सकते है।
Ans : करेंसी को अमेरिका के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिल्ली मार्कस ने बनाया है।
Ans : Dogecoin को आज से 7 साल पहले 2013 में लांच किया गया था।
Ans : इस करेंसी को बनाने के लिए C++ लैंग्वेज का उपयोग किया गया है।
क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए
If you have any interest in trading and investment, it would be hard not to look into cryptocurrency trading. Cryptocurrencies such as bitcoin, Ethereum, Litecoin, and over 25 other digital assets have excited investors with the possibility of substantial profits and an entirely new way of thinking about what a currency is and how it works.
To start trading cryptocurrencies with us, follow these simple steps:
Step 1. Create a profile
Sign up on our site, confirm your email address, and start a trading account. In some cases, you may also need to complete the verification process.
Step 2. Choose the platform
Choose whether you want to use the MetaTrader 4 or MetaTrader 5 platform to trade. MetaTrader 4 is the long-established and arguably the best standard for pure Forex trading, while MetaTrader 5 allows you क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए to better set up your trading preferences. Research both and see which suits you best.
Step 3. Make your first deposit
Once your email and identity are verified, you can add funds to your trading account. Don’t forget that adding funds allows you to get a 50% deposit bonus and maximise your potential profit.
Step 4. Download the crypto trading system
Download the appropriate desktop or mobile MetaTrader app, and sign in with your trading account number, which you have received after the account registration in steps 1 and 2.
Step 5. Add cryptocurrencies to the asset lists
In order to start trading cryptocurrencies within the MetaTrader systems, you need to add them into the asset list:
Desktop: right-click on Market Watch and select Show All
Mobile: press +, select Crypto, and then choose the currencies you want to trade.
What you need to know about trading cryptocurrency
Trading cryptocurrency pairs don't require any specific knowledge. It's not that different from trading Forex, commodity, or other markets. Despite the asset's unusual nature, the crypto price rises and falls just like any other currency, stock, or commodity. As the crypto market is also affected by predictable external factors, you have the opportunity to make a substantial profit.
You can trade bitcoin, Ethereum, Litecoin, Bitcoin Cash, Ripple, and 25 other pairs with us 24/7. However, there is server maintenance when trading is unavailable from 12:00 a.m to 2:00 a.m. on Saturday and 3:30 a.m. to 4:00 a.m. on Sunday. In addition, you'll be able to get our free trading signals plugin that offers detailed technical analysis and some of the best crypto price predictions in the market.
Low costs and buying power
A क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए sensible approach to any sort of investment is to minimise initial outlay while maximising the potential for profit. Our service will set you up well in this regard by offering some of the lowest spreads in the business and the opportunity to trade micro lots as small as 0.01 lot. So you don’t need a huge initial outlay to profit from bitcoin, Litecoin, Ethereum, Bitcoin Cash, Ripple, or any of our other digital assets.
We’ll also provide a free leverage to maximise your profit potential. You can trade with leverage up to 1:25. There are no commissions and deposit or withdrawal fees.
Don’t miss the perfect moment
When investing in something as volatile as cryptocurrency, maximising your profit relies on buying and selling with pinpoint accuracy the second the market offers the most potential. We allow you to do this thanks to some of the fastest execution on the market.
Buy and sell for the price you see, with no delays, and make deposits and withdrawals instantly.
How to predict the biggest cryptocurrencies’ price
So now that you’re fully briefed on trading cryptocurrencies, it’s time to learn more about the currencies we offer.
Bitcoin
Bitcoin is the first digital currency, created back in 2009. Bitcoin is one of the most volatile and popular instruments among cryptocurrencies.
Bitcoin Cash
Bitcoin Cash, a fork of Bitcoin, is an altcoin that was issued in 2017. Intraday traders usually focus on Bitcoin Cash during the Tokyo and London trade sessions, when it’s most volatile.
Ethereum
Ethereum is a system that supports smart contract technologies to invest in the ICOs of new start-up companies. The more start-ups are interested in Ethereum, the more expensive it becomes. Technical analysis figures work well with Ethereum.
Litecoin
Litecoin was first issued in 2011 and is quite similar to Bitcoin. The Litecoin price greatly depends on Bitcoin. That makes it possible to use the pairs with Bitcoin as the main currency to successfully forecast Litecoin changes.
Ripple
Ripple, often referred to as XRP, was released in 2012 and since then it became one of the largest cryptocurrencies. It demonstrates decent volatility, which attracts many day traders.
सरकार, रिजर्व बैंक की वजह से वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो में गिरावट के असर से अछूता रहा भारत
नवभारत टाइम्स 3 दिन पहले
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) विश्व में क्रिप्टो करेंसी में आयी बड़ी गिरावट से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है, वहीं भारत में इसका ख़ास असर नहीं हुआ है। इसका श्रेय सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सतर्क रुख को जाता है।
आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है और उसने इसमें लेनदेन को लेकर आगाह भी किया है।
वहीं सरकार ने क्रिप्टो लेनदेन की मांग को कम करने के लिए कर का रास्ता चुना है।
क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 2021 में तीन हजार अरब डॉलर था, जिसका कुल बाजार मूल्य अब एक हजार अरब डॉलर से भी कम रह गया है।
हालांकि, भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है।
भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए रही थी।
हालांकि, सरकार बहुत विचार-विमर्श के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल मुद्राओं के संबंध में वैश्विक सहमति की आवश्यकता है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं।
आरबीआई के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी को विशेष रूप से विनियमित वित्तीय प्रणाली से बचकर निकल जाने के लिए विकसित किया गया है और यह उनके साथ सावधानी बरतने के लिए पर्याप्त कारण होना चाहिए।
उद्योग का अनुमान है कि भारतीय निवेशकों का क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों में निवेश केवल तीन प्रतिशत है।
वैश्विक क्रिप्टो बाजार में गिरावट के बावजूद, भारत की क्रिप्टोकरेंसी कंपनियां अभी तक किसी जल्दबाजी में नहीं हैं। भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स और जेबपे का परिचालन जारी है।
सरकार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की वजह से भारत में क्रिप्टो का बड़ा बाजार नहीं खड़ा हो सका। अगर भारतीय संस्थाएं क्रिप्टो में शामिल हो गई होतीं, तो देश में कई लोगों के पैसे डूब जाते।
एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) के अध्यक्ष कमलेश शाह के अनुसार, आरबीआई और सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देने के लिए उठाए गए कदम इस समय उचित हैं।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी जून में जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी को ‘स्पष्ट खतरा’ बताया था।