ऑनलाइन निवेश

सावधान, कहीं आपने भी तो डाउनलोड नहीं कर लिया ये ऐप, आनलाइन निवेश के चक्कर में हो सकती है ठगी
हैदराबाद पुलिस ने एक चीनी नागरिकों के रैकेट का भांडाफोड़ किया है, जो भारतीयो के साथ आनलाइन निवेश के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी कर रहा था, इसके जरिए भारतीयों के 900 करोड़ रूपये के घोटले का अनुमान है.
By: पूनम पनोरिया | Updated at : 14 Nov 2022 07:49 PM (IST)
ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
टेक्नालॉजी जहां एक तरफ हमारी कई चीजों को आसान कर रही है तो वहीं इस टेक्नालॉजी के चलते हमें काफी नुकसान भी झेलना पड़ता है. इंटरनेट का इस्तेमाल आज के समय लगातार बढ़ रहा है. शॉपिंग से लेकर खाना आर्डर करने तक सभी चीजें इंटरनेट ऑनलाइन निवेश ने बेहद आसान कर दी हैं और तो और इंटरनेट पर आपके लगभग सभी सवालों के जवाब उपलब्ध हैं. किसी भी ऑनलाइन निवेश विषय से जुड़ी जानकारी हो या फिर इंटरनेट के जरिए ऑफिस का काम करना या फिर पढ़ाई करना. सभी चीजों के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल आसान और अनिवार्य हो गया है.
ऐसे में इंटरनेट के इतने इस्तेमाल को देखते हुए आपको कई बार फ्रॉड मैसेजस् भी देखने को मिलते होंगे. अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉम व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर और यू-ट्यूब पर कई ऐसे फॉरवर्डेड संदेश आते हैं तो अलग अलग स्कीम का लालच देते हैं. जिनको लेकर कई बार हम सचेत हो जाते हैं तो कई बाद इनके जाल में फंस भी जाते हैं. ऐसा ही मामला हैदराबाद से सामने आया है. जहां एक 23 ऑनलाइन निवेश साल की महिला को व्हाट्सएप पर एक फॉरवर्ड मैसेज रिसीव हुआ. जो उसे उसके एक दोस्त द्वारा भेजा गया था.
मैसेज में महिला को निवेश करने पर अच्छा रिटर्न देने की बात कही गई थी. लेकिन इसके लिए उसे Loxam नाम से एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. महिला ने वो ऐप डाउनलोड कर लिया. जिसके बाद महिला का व्हाट्सएप नंबर एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया गया. जिसके बाद शुरूआत में महिला ने 1000 रूपये का निवेश किया. जिसके एक हफ्ते बाद उन्हें 1200 रूपये का रिर्टन वापस मिला. 200 रूपये का फायदा हुआ. जिसके बाद महिला ने 3000 रूपये का निवेश किया. जिसका रिटर्न पाने के लिए उसे रोजाना निवेश करने के लिए कहा गया.
शिकायतर्कता महिला ने बताया है कि उसे Loxam ऐप के एक ऐजेंट द्वारा ऐप के अगल अगल यूपीआई आईडी पर रूपये ट्रांसफर करने के लिए कहा. वो व्यक्ति ऑनलाइन निवेश खूद को Loxam ऐप का कर्मचारी बता रहा था. जिसके कहने पर महिला ने यूपीआई आईडी पर रूपये ट्रांसफर किए. लेकिन फिर उस व्यक्ति ने महिला के फोन उठाना बंद कर दिया और उसके रिटर्न आना भी बंद हो गए. और जो व्हाट्सएप ग्रुप उस व्यक्ति द्वारा बनाया गया था वो भी रिमूव कर दिया गया. जिसके बाद महिला ने इसकी शिकायत हैदराबाद पुलिस के साइबर क्राइम सेल को की. साइबर सेल ने 9 जून को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने उस ऐप पर 2.3 लाख रूपये निवेश किए लेकिन उसका कोई रिटर्न वापस नहीं आया.
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इस पूरे मामले को लेकर हैदराबाद पुलिस ने 4 महीनों तक छानबीन की, और 4 महीने बाद पुलिस को हैदराबाद में ही एक और ऐसा मामला मिला. जिसमें व्यक्ति के साथ इसी तरीके का फ्रॉड किया गया था. जिसके बाद पुलिस उस लोगों को ट्रैक करने में कामयाब हो गई जिन्होंने दोनों मामलों में इसी तरीके का फ्रॉड किया था. हैदराबाद पुलिस ने मुताबिक ये फ्रॉड चीनी नागरिकों के एक समूह द्वारा किया गया. जिसमें दोनों शिकायकर्ता आनलाइन निवेश घोटाले का शिकार हुए.
हैदराबाद पुलिस के मुताबिक जिस दूसरे व्यक्ति को इस ऐप के जरिए ठगा गया. उसने 1.6 लाख रूपये निवेश किए थे. लेकिन जब पुलिस ने इस ऐप को लेकर छानबीन की तो आनलाइन किसी भी तरीके की जानकारी इस ऐप को लेकर उपलब्ध नहीं थी. जबकि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने इंडसइंड बैंक के खाते में xindai technologies Pvt Ltd के नाम से खाते में रकम जमा कराई थी. पुलिस के अनुमान के मुताबिक इस ऐप के द्वारा भारत में 900 करोड़ रूपये के घोटाले का अनुमान है. साथ ही मिंट में छपी खबर के मुताबित बैंक के उन दस्तावेजों की भी पुष्टि की गई है जो इंडसइंड बैंक में चालू खाते xindai के नाम से दर्ज हैं और खाते के विवरण में किसी संगीता देवी का नाम है. और पुलिस का कहना है कि बैंक ये खाता किसी वीरेंद्र सिंह नामक व्यक्ति द्वारा खोला गया है. पुलिस ने इस मामले में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पिछले महीने इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी भी की थी. पुलिस की ओर से की गई पुछताछ पता चला था कि जैक नाम के चीनी नागरिक ने बैंक में खाते खुलवाए थे.
जानकारी के मुताबिक ये चीनी नागरिकों को समूह जो भारतीय नंबर के जरिए भारतीयों को कॉल करता है, इस मामले में पीड़ित महिला को अभी तक उसकी डूबी हुई रकम वापस नहीं मिली है. वहीं ये बेहद गंभीर विषय है. जिस तरीके से भारतीयों को चीनी नागरिकों द्वारा निवेश का झूठा झांसा देकर लूटने काम किया जा रहा हैं. जबकि गूगल और भारत सरकार ने भारत में इस तरीके के डिजिटल ऐप पर प्रतिबंद लगाया हुआ है. फिलहाल हैदराबाद पुलिस का साइबर सेल इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर सभी कड़ियों को जोड़ते हुए हर एंगल से छानबीन कर रहा है. पुलिस का अनुमान है कि देश में नागरिकों को ठगने के लिए चीनी नागरिकों द्वारा बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है. पुलिस ने नागरिकों से सचेत रहने की भी अपील की है.
Published at : 14 Nov 2022 07:49 PM (IST) Tags: Investment WhatsApp fraud ONLINE FRAUD हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
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Mutual Fund में SIP के जरिए निवेश की बना रहे हैं प्लानिंग तो इस तरह ऑनलाइन करें इन्वेस्ट, जानें स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस
आपको बता दें कि आप जिस भी कंपनी में SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं सबसे पहले उस कंपनी के बेवसाइट पर जाए. इसके बाद वहां सोशल मीडिया की तरह ही साइन अप कर सकते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 06 Apr 2022 04:45 PM (IST)
म्यूचुअल फंड में निवेश
आजकल हर व्यक्ति कमाने के साथ निवेश को भी बहुत जरूरी मानता है. आजकल बड़ी संख्या में लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करना पसंद कर रहे हैं क्योंकि यह कम जोखिम में निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा रिटर्न देने में मदद करता है. पिछले 10-15 ऑनलाइन निवेश सालों में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं या करने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. अगर आप एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से पैसे जमा कर सकते हैं. एसआईपी के जरिए आप हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश कर सकते हैं. तो चलिए हम आपको म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन SIP करने तरीके के बारे में जानते हैं-
सबसे पहले करें रजिस्ट्रेशन-
आपको बता दें कि आप जिस भी कंपनी में SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं सबसे पहले उस कंपनी के बेवसाइट पर जाए. इसके बाद वहां सोशल मीडिया की तरह ही साइन अप कर सकते हैं. अपना अकाउंट बनाने के लिए आपको मांगी गयी सभी जानकारी देनी होगी. इन डिटेल्स की मदद से आप SIP कर सकते हैं और बाद में राशि निकाल भी सकते हैं.
केवाईसी करवाना भी है जरूरी-
इसके बाद म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के केवाईसी भी करवाना जरूरी है. इसके लिए आपके पास आधार कार्ड नंबर देना होगा. इसके साथ ही आपको पैन कार्ड नंबर, एड्रेस प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत पड़ेगी. सभी जानकारी अपडेट करने के बाद आप एसआईपी कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं ऑनलाइन एसआईपी करने के तरीके के बारे में-
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म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन SIP करने का तरीका-
इसके लिए आप सबसे पहले कंपनी की वेबसाइट पर क्लिक करें और अपने पसंद की एसआईपी का चुनाव करें.
इसके बाद अपना नाम, मोबाइल नंबर, पैन की जानकारी आदि दिए गए एप्लीकेशन फॉर्म में फिल करें.
इसके बाद अपना यूजर आईडी और पासवर्ड बनाएं.
इसके बाद अपने बैंक डिटेल्स फिल करें और भी बैंक खाते में ऑटो-डेबिट अमाउंट को सेट करें.
इसके बाद कंपनी के वेबसाइट पर बनाएं अकाउंट में लॉगिन करें.
फिर अपने म्यूचुअल फंड में कितनी राशि की SIP कर रहे हैं उसे सेट करें.
अब हर महीने तय की गई राशि के द्वारा आप आसानी से ऑनलाइन माध्यम से SIP कर पाएंगे.
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Published at : 06 Apr 2022 04:45 PM (IST) Tags: Mutual fund investment tips monthly sip Mutual Fund Tip हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
सूरत : सोफिया ने फोन पर गोल्ड में ऑनलाइन निवेश के लिये ललचाया और फिर.
पहले आया एक अंजान मैसेज, फिर शुरू हुई बातचीत, फिर इन्वेस्टमेंट के बहाने लगा दिया चूना
साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है कि सूरत के नाना वराछा में ऑनलाइन अमरेली के रसोई के उपकरण बेचने वाले युवक से ठगों के एक गिरोह ने सोने में निवेश के नाम पर 13.77 लाख रुपये की ठगी की।
क्या है पूरा मामला
साइबर क्राइम थाना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत में नाना वराछा खतमधाम चौक के पास योगेश्वर सोसाइटी बी 100 में रहने वाले और मूल रूप से अमरेली के रहने वाले 32 वर्षीय राजेश रतिलालभाई कचड़िया सरथाना सिल्वर बिजनेस हब में ओम शिव एंटरप्राइजेज के नाम से ऑनलाइन रसोई का सामान बेचते हैं। अक्टूबर 2021 में, उनके व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से एक संदेश आया, जिसमें पूछा गया था, "क्या आप मुंबई दुर के लिए मेरे टूर गाइड हैं?" राजेश के मना करने पर कुछ देर बाद फिर से मैसेज आया, उस व्यक्ति ने अपनी पहचान सिंगापुर की सोफिया के रूप में ऑनलाइन निवेश बताई, जो यूबेस्ट-नमस्तेमैनेज कंपनी में गोल्ड इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट का काम करती है और उसे सिंगापुर का नंबर दिया। बाद में दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई।
इस तरह से हड़पे पैसे
उसके बाद सोफिया ने राजेश को एक लिंक भेजा। जिसे राजेश ने खोला ऑनलाइन निवेश तो खोलने पर यह UBest-नमस्ते का वेबसाइट का खुला। कुछ समय बाद, सोफिया ने ट्रेडिंग से अच्छे रिटर्न्स मिलने और पैसे मिलने का लालच करे हुए इसका ऐप डाउनलोड करके राजेश का एक खाता बनावाया। इसके बाद सोफ़िया ने राजेश को अधिक लाभ का लालच देते हुए ऐप में निवेश के बहाने अधिक लाख रुपये जमा करा लिए। राजेश ने इस बीच में से पैसे निकाले। लेकिन लाखों का निवेश करने के बाद जब पैसा नहीं निकला और सारा पैसा अटक गया तो उसने सोफिया से इसके बारे में पूछा। सोफिया ने केवल एक तकनीकी समस्या होने का नाटक कर पैसे आ जाने की बात ऑनलाइन निवेश कही। थोड़े समय बाद 14.43 लाख में से मात्र 65 हजार वापस आने पर राजेश को अपने साथ हुई ठगी का पता चला है। इसके बाद राजेश ने साइबर क्राइम ब्रांच में सोफिया और उसके गिरोह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया।