आईफोरेक्स क्या है?

आरबीआई ने 2013 में जून से सितंबर के बीच 14 अरब डॉलर की शुद्ध बिक्री की थी. उस समय भारत में कथित तौर पर टेपर-टेन्ट्रम का दौर चल रहा था. तब फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह बॉन्ड बायबैक की रफ्तार धीमी करेगा जिसके बाद यूएस ट्रेजरी यील्ड्स में तेजी आई थी और भारत समते अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं को झटका लगा था.
अद्वितीय ट्रेडिंग स्थितियां
- फ्री डेमो अकाउंट
- क्रमश: ट्यूटोरियल और लेख
- ऑनलाइन वेबिनार और स्थानीय सेमिनार
- आपका अपना अकाउंट मैनेजर
- तंग स्प्रैड
- सुपरफास्ट ट्रेड निष्पादन
- हाई-टेक फॉरेक्स ट्रेडिंग टूल
- जोखिम से परम बचाव और सुरक्षा
निवेश करें
- एक अनुभवी ट्रेडर होने की आवश्यकता नहीं है
- फ़ॉलो करने के लिए बड़ी संख्या में स्ट्रेटेजी
- जब भी स्ट्रेटेजी मैनेजर कमाते हैं तो लाभ प्राप्त करें
- अपने निवेश पर पूर्ण नियंत्रण
FXTM Invest
फॉलो करें। बचाएं।ें। आगे बढ़ें।
Choose experienced traders, follow them, and sit back while they do all the work.
पिछला निष्पादन भावी परिणामों की कोई गारंटी नहीं होता।
फ़ॉलो करने के लिए उपयुक्त ट्रेडर का पता लगाएं
अनुभवी ट्रेडर चुनें, उन्हें फॉलो करें और जब वे काम करें तो आप आराम से बैठें। प्रत्येक सफल ट्रेड से आपका निवेश आईफोरेक्स क्या है? पोर्टफोलियो बढ़ेगा, जबकि आपके समय और प्रयासों की बचत होगी।
भारत 2013 के 'टेपर टेन्ट्रम' दौर से भी तेजी से खर्च कर रहा है फॉरेक्स रिजर्व, क्या है इसकी वजह?
फॉरेक्स रिजर्व से जुलाई में आरबीआई ने 19 अरब डॉलर बेचे.
पिछले शुक्रवार को जारी किए डेटा में बताया गया कि आरबीआई ने इस साल जनवरी से जुलाई के बीच फॉरेक्स रिजर्स से नेट 38.8 अरब . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 19, 2022, 19:13 IST
भारत का फॉरेक्स रिजर्व 2 साल के निचले स्तर पर आ गया है.
देश के पास 9 महीने के आयात के लिए पर्याप्त फॉरेक्स रिजर्व है.
2013 में केवल 7 महीने के आयात के लिए रिजर्व आईफोरेक्स क्या है? बच गया था.
नई दिल्ली. भारत अपने विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) को बहुत तेजी से खर्च कर रहा है. खर्च की स्पीड 2013 के ‘टेपर टेन्ट्रम’ दौर से भी अधिक है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई ऐसा भारतीय रुपये को बहुत ज्यादा गिरने से बचाने के लिए कर रहा है और चूंकि देश के पास अच्छी मात्रा में फॉरेक्स रिजर्व है तो आरबीआई आगे कुछ और समय तक ऐसा कर सकता है.
Share Market ने पूरे किए सपने, नौकरी छोड़ आधी दुनिया की सैर कर चुकी है ये लड़की
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 06 जून 2022,
- (अपडेटेड 06 जून 2022, 12:58 PM IST)
- दुनिया घूमने के लिए छोड़ी बैंकर की नौकरी
- शेयर मार्केट में ट्रेड कर कमाती हैं पैसे
अच्छी-खासी सैलरी वाली बैंकर (Banker) की नौकरी को भला कौन छोड़ना चाहता है. हालांकि दुनिया में ऐसे भी लोग होते हैं, जिनका सपना अलग होता है. कोलकाता (Kolkata) की रहने वाली राजर्षिता सुर (Rajarshita Sur) की कहानी भी ऐसी ही है. राजर्षिता का सपना दुनिया घूमने का था और इस कारण उन्होंने बैंकर की नौकरी की परवाह नहीं की. सुर के सपने को पूरा करने में मददगार बना शेयर मार्केट (Share Market).
सम्बंधित ख़बरें
11 रुपये वाला शेयर 86000 के पार, जानिए MRF आईफोरेक्स क्या है? क्यों है भारत का सबसे महंगा स्टॉक!
कल हो सकती है इस IPO की लिस्टिंग, ग्रे मार्केट में शेयर का धमाल
दिवाली के दिन खुलेगा स्टॉक मार्केट, ये शेयर खरीदना हो सकता शुभ!
Tata Steel, IndusInd के शेयर चढ़े, बाजार ने की ठोस शुरुआत
RIL, HDFC के शेयर हुए धड़ाम. वोलेटाइल ट्रेड में छठे दिन भी गिरा बाजार
सम्बंधित ख़बरें
ऐसे की शेयर मार्केट में शुरुआत
राजर्षिता सुर ने बैंक की नौकरी छोड़ने के बाद इंडीपेंडेंट तरीके से स्टॉक मार्केट में ट्रेड (Stock Market Trading) करने लगीं. शुरुआत में उन्होंने एक कॉरपोरेट फर्म के साथ तीन साल तक प्रॉपरायटरी इक्विटी ट्रेडर के रूप में काम किया. इस नौकरी के साथ-साथ वह अपना ट्रेड भी करती रहीं. धीरे-धीरे राजर्षिता को शेयर मार्केट की चाल समझ आने लगी और उन्होंने ठीक-ठाक फंड भी बना लिया. बस फिर क्या था, उन्होंने ये नौकरी भी छोड़ दी और दुनिया घूमने निकल पड़ीं.
कर चुकीं दुनिया के इन हिस्सों की सैर
आज राजर्षिता सुर की पहचान एक इन्वेस्टमेंट गुरू (Investment Guru) के रूप में बन चुकी है. उन्हें शेयर मार्केट में ट्रेड करते हुए आठ साल हो चुके हैं. राजर्षिता सुर अभी तक ब्रिटेन (Britain), तुर्की (Turkey), दक्षिण पूर्वी एशिया (South East Asia) और लगभग 70 फीसदी यूरोप (Europe) की सैर कर चुकी हैं. अभी-अभी उन्होंने नेपाल (Nepal) का ट्रिप पूरा किया है और अब केन्या (Kenya) व आइसलैंड (Iceland) जाने की तैयारी में हैं. राजर्षिता हर साल विदेश की सैर करने के लिए कम-से-कम 10 लाख रुपये अलग रख दिया करती हैं. उनका कहना है कि आईफोरेक्स क्या है? वह हर महीने 3-4 फीसदी फायदा कमाने का टारगेट रखती हैं. जैसे ही ये टारगेट अचीव होता है, वह ट्रेडिंग बंद कर सैर करने निकल पड़ती हैं.
जानिए फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में-
Forex trading के बारे में आपको भली-भांति जानकारी हो या क हो फिर भी आप यहां पर बहुत ही अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं यदि आप थोड़ा बहुत भी जानते हैं तो बहुत अच्छी बात है यदि नहीं तो आज हम इसके बारे में आपको पूरी जानकारी देने वाले हैं आपको मैं यह बता दूं कि इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको इसकी थोड़ी बहुत जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग को समझने से पहले आपको यह समझना जरूरी है की सभी देशों की अपनी एक मुद्रा होती है प्रत्येक राष्ट्र की मुद्रा एक दूसरी राष्ट्र की मुद्रा से या तो वह मजबूत होती है या फिर कमजोर होती है कहने का मतलब यह है कि इस वैश्वीकरण के युग में आप दुनिया के किसी भी देश में अपना व्यापार कर सकते हैं और Internet ने इसे बहुत ही आसान बना दिया है आज के समय में व्यक्ति चाहे तो वह घर बैठकर इंटरनेट के माध्यम से वाह अनेक राष्ट्र की मुद्रा जैसे - Dollars, Pound ,Yuro कमा सकता है लेकिन हम आज इस लेख के माध्यम फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में अपना ध्यान आकर्षित करेंगे क्योंकि फॉरेक्स ट्रेडिंग पैसा कमाने का एक बहुत ही बढ़िया आसान तरीका है इन्वेस्टमेंट करने का
लेकिन यह तभी संभव है जब आपके पास कोई Forex Broker के पास रजिस्टर्ड अकाउंट होगा जैसे कि भारत में बहुत सी ब्रोकिंग कंपनियां है जहां आप बहुत ही आईफोरेक्स क्या है? आईफोरेक्स क्या है? आसान आसानी तरीके से अपना डीमेट ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करा कर आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं
What is Forex Trading -
फॉरेक्स ट्रेडिंग में forex का मतलब फॉरेन और ट्रेडिंग का मतलब व्यापार होता है.
यदि हम सरल भाषा में आईफोरेक्स क्या है? बात करें तो फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब है एक दूसरी देश की मुद्राओं में व्यापार करना होता है
अर्थात एक दूसरे या विभिन्न देश की मुद्राओं पर बढ़ने या घटने पर व्यापार होता है यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश की मुद्राओं में व्यापार करना चाहता है तो उसे सबसे पहले वहां की मुद्रा का Knowledge होना जरूरी है जैसे कि यदि हम घूमने या व्यापार करने के लिए अमेरिका जाते हैं तो वहां का डॉलर हमारे पास होना बहुत ही जरूरी होता है वैसे ही फॉरेक्स मार्केट में होता है
Example
यदि हम यूएसए अमेरिका में पढ़ना चाहते हैं तो यदि वहां हम जाते हैं सबसे पहले मुझे यह पता होना चाहिए कि वहां कौन सी करेंसी चलती है जैसे कि आपको पता होना चाहिए अमेरिका में डॉलर चलता है तो इंडिया से हम अमेरिका जाते हैं तो हमारे पास रुपया होता है न कि डॉलर तो उसे सबसे पहले एक्सचेंज कराना जरूरी होता है क्योंकि इंडियन करेंसी वहां किसी जगह Accept नहीं जाति तो जैसे यदि हम बात करें इंडिया की तो इंडिया का ₹75 के बराबर अमेरिका का 200 होता है जो किया अगस्त 2020 का है
फॉरेक्स ट्रेडिंग में कैसे काम होता है?( How works forex trading )
फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडियन इक्विटी मार्केट की तरह काम करता है फर्क बस इतना है कि यदि हम शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं तो वहां स्टॉक के शेयर प्राइस पर निर्भर करता है लेकिन यदि हम फॉरेक्स ट्रेड करते हैं तो यहां पर उस देश की करेंसी पर निर्भर करता है
उदाहरण
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि अभिषेक फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और उसके जानकारी के मुताबिक उसे पता चलता है कि आज डॉलर की compare में ₹75 चल रहा है और यह 4 महीने बाद ₹80 तक जा सकता है तो अभिषेक ने तुरंत $1000 से Trade लगा लेता है और जैसे ही ट्रेड 80 आ जाता है तो वह अपनी पोजीशन मार्केट से निकाल लेता है यहां पर उसे ₹5000 का प्रॉफिट मिलता है
यदि हम बात करें भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में तो यहां के लोग बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट करते हैं क्योंकि उनको इस विषय में पूरी तरह जानकारी नहीं आईफोरेक्स क्या है? होती है कुछ लोगों को यह भी लगता है कि यहां इंडिया में फॉरेक्स ट्रेडिंग करना अवैध गैर-कानूनी है लेकिन जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यदि आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको SEBI REGISTER BROKING कंपनी से अपना खाता खुलवाना होगा तो उसके बाद आप आसानी से ट्रेड कर सकते हैं भारत में बहुत सी सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनियां है जहां आप अपना खाता ओपन करवाकर ट्रेडिंग कर सकते हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के कुछ टिप्स -
जैसे कि हमने ऊपर पढ़ा है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग बिल्कुल स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही होती है फर्क बस इतना होता है कि शेयर बाजार में प्रॉफिट या लॉस shares के प्राइस पर निर्भर करता है वहीं पर फॉरेक्स ट्रेडिंग में उस करंसी के एक्सचेंज पर निर्भर करता है जैसे कि आपको पता होगा कि शेयर बाजार में कभी आपको प्रॉफिट होता है तो कभी नुकसान भी होता है ठीक उसी प्रकार यहां भी होता है कभी आपको प्रॉफिट तो कभी लोग भी हो सकता है। यहां हम आपको कुछ सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप फॉलो करके कुछ अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं
- Forex trading करने से पहले आपको इसके विषय में जानकारी होना बहुत ही जरूरी होता है
- फॉरेक्स मार्केट सप्ताह में 5 दिन 24 घंटे तक खुला रहता है भारत में यहां 5:00 बजे तक बंद हो जाता है इसलिए यहां आपको इंटरडे ग्रेड से थोड़ा बचना चाहिए
- किसी भी प्रकार की स्कीम से बचना चाहिए और अपना अकाउंट सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनी से ही ओपन कर आना चाहिए
- प्रतीक ट्रेडिंग में आपको स्टॉपलॉस लगाना आईफोरेक्स क्या है? बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि यहां आपको बड़े लॉस से बचाता है
- और जिस दिन आप ट्रेड लगाते हैं उस समय से उस मार्केट का फॉलो करना चाहिए
- अपनी आवश्यकता अनुसार ट्रेडिंग कभी भी नहीं करनी आईफोरेक्स क्या है? आईफोरेक्स क्या है? चाहिए क्योंकि इसमें लॉस होने का chance भी अधिक होता है जब भी मार्केट अच्छा movementom होता है उस आईफोरेक्स क्या है? समय आपको ट्रेड करना चाहिए
पिछले शुक्रवार को जारी किए डेटा में बताया गया कि आरबीआई ने इस साल जनवरी से जुलाई के बीच फॉरेक्स रिजर्स से नेट 38.8 अरब . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 19, 2022, 19:13 IST
भारत का फॉरेक्स रिजर्व 2 साल के निचले स्तर पर आ गया है.
देश के पास 9 महीने के आयात के लिए पर्याप्त फॉरेक्स रिजर्व है.
2013 में केवल 7 महीने के आयात के लिए रिजर्व बच गया था.
नई दिल्ली. भारत अपने विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) को बहुत तेजी से खर्च कर रहा है. खर्च की स्पीड 2013 के ‘टेपर टेन्ट्रम’ दौर से भी अधिक है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई ऐसा भारतीय रुपये को बहुत ज्यादा गिरने से बचाने के लिए कर रहा है और चूंकि देश के पास अच्छी मात्रा में फॉरेक्स रिजर्व है तो आरबीआई आगे कुछ और समय तक ऐसा कर सकता है.