कम न्यूनतम जमा

16 जुलाई को मध्य प्रदेश के कटनी जिला सीएससी केंद्र में टेलीमेडिसिन शिविर का कम न्यूनतम जमा आयोजन किया गया। शिविर के दौरान, 100 परामर्श किए गए।
न्यूनतम बैलेंस पर पेनाल्टी से ग्राहक परेशान, बैंक बिना सूचना काट रहे पैसे
काॅरपोरेशन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, देना बैंक आदि न्यूनतम बैलेंस के लिए 500 से 1000 रुपए की राशि ही ले रहे हैं, वहीं एसबीआई और आईडीबीआई अपने ग्राहकों को तीन से पांच हजार रुपए का न्यूनतम बैलेंस रखने के लिए कम न्यूनतम जमा बाध्य कर रहे हैं। इन दो बैंकों के ग्राहकों में इससे आक्रोश है। अधिक समस्या इस बात को लेकर है कि ग्राहकों को इसकी पहले से जानकारी नहीं दी जा रही है।
सॉफ्टवेयर के माध्यम से कम बैलेंस वाले खातों से स्वत: पेनाल्टी के रूप में रुपए काट लिया जा रहे हैं। इससे नाराज आईडीबीआई और एसबीआई के कई ग्राहक खाता बंद करवा चुके हैं। एसबीआई की बोर्ड ऑफिस शाखा से एक महिला ग्राहक ने खाता खोलने के 15 दिनों के अंदर ही उसे बंद करवा लिया। उन्होंने बताया कि 2100 रुपए से खाता खोला, लेकिन बाद में उन्हें बताया गया कि तीन हजार बैलेंस रखने पड़ेंगे। इससे उन्होंने खाता बंद करवा दिया। इस बीच बैंक ने उन्हें दौड़ाया भी और 100 रुपए जुर्माने के रूप में काट भी लिए। ऐसे ही मामले आईडीबीआई के ग्राहकों के भी हैं।
पीपीएफ अकाउंट में जमा की सीमा
Deposit limits of PPF Account
न्यूनतम जमा सीमा: PPF account में हर साल कम से कम ₹500 जमा करना अनिवार्य है। अगर किसी साल ( Financial year) के दौरान आप कम से कम ₹500 जमा नहीं करते हैं तो आपका PPF account, डिफॉल्ट अकाउंट की कैटेगरी में डाल दिया जाएगा। Default PPF account को दोबारा चालू कराने के लिए, ₹50 पेनल्टी लगती है साथ ही बकाया न्यूनतम जमा की रकम भी जमा करनी पड़ती है। जितने साल तक आपने न्यूनतम जमा नहीं की होगी, उन सभी वर्षों के लिए ₹50 प्रति वर्ष के हिसाब से पेनाल्टी देनी होगी और बकाया न्यूनतम रकम का टोटल भी जमा करना पड़ेगा।
अधिकतम जमा सीमा: आप अपने PPF account में हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। अगर आप किसी तरीके से, एक साल के भीतर 1.5 लाख रुपए से अधिक जमा करेंगे तो आपका कम न्यूनतम जमा ट्रांजेक्शन रिजेक्ट हो जाएगा। अगर आपने ऑफलाइन भी एक साल के भीतर 1.5 लाख रुपए से अधिक जमा करते हैं, तो आपकी अतिरिक्त रकम स्वीकार नहीं की जाएगी। अगर जमा हो भी गई है तो लौटा दी जाएगी।
बच्चे के नाम पीपीएफ अकाउंट होने पर जमा सीमा
आप अपने PPF account के अलावा अपने बच्चे के नाम भी PPF Account खुलवा सकते हैं। जब तक बच्चा वयस्क (18 वर्ष की उम्र का) नहीं हो जाता उस Account में पैसा जमा करने और निकालने का अधिकार भी आपके पास रहेगा। तब तक अधिकतम जमा का नियम दोनों कम न्यूनतम जमा PPF Accounts के योग (Total) पर लागू होगा। मतलब यह कि अपने PPF Account और बच्चे के PPF Account को मिलाकर आप सालाना 1.5 लाख रुपए से अधिक नहीं जमा कर सकते।
बच्चे के वयस्क (18 साल की उम्र पूरी) होने पर उसका PPF Account अलग से गिना जाएगा और फिर अधिकतम जमा का नियम भी अलग-अलग लागू होगा। तब आप दोनों लोग अलग-अलग अपने खातों में 1.5-1.5 लाख रुपए हर साल जमा कर सकते हैं। तब दोनों लोग अलग-अलग टैक्स छूट भी ले सकते हैं।
हर अकाउंट में न्यूनतम जमा होना जरूरी
लेकिन न्यूनतम जमा के मामले में शुरू से ही हर PPF Account का अलग-ध्यान रखना होगा। आपको अपने बच्चे के PPF Account में, और अपने खुद के पीपीएफ अकाउंट में, हर साल अलग-अलग कम से कम 500 रुपए जमा करना अनिवार्य है।
5 तारीख तक पैसा जमा होने पर मिलती है पूरे कम न्यूनतम जमा महीने की ब्याज
किसी महीने में जमा राशि पर आपको पूरे केे पूरे रेट पर ब्याज मिल सके इसके लिए जरूरी है कि पैसा 5 तारीख तक जमा हो जाए। अगर 5 तारीख के बाद आप पैसा जमा करते हैं तो फिर वह अगले महीने की जमा में गिनी जाएगी। क्योंकि आपको PPF Account में जो ब्याज मिलता है वह 5 तारीख और 31 तारीख के दौरान न्यूनतम जमा रकम पर मिलता है।
सबसे बेहतर तो यह रहेगा कि आप 5 अप्रैल के पहले ही साल भर की किस्त एक साथ जमा कर दें। ताकि पूरे साल भर की ब्याज आपको अपनी जमा पर मिल जाए। लेकिन, ऐसा नहीं हो पा रहा है तो फिर जिस भी महीने में जमा करना है, उसकी 5 तारीख तक पैसा जरूर जमा कर दें। अगर चेक से पैसा जमा करते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि 5 तारीख से पहले पैसा ट्रांसफर हो जाना चाहिए।
FD Time Period: जानें, कम से कम कितने दिनों कम न्यूनतम जमा के लिए कर सकते हैं फिक्स डिपॉजिट
एफडी की अधिकतम समयसीमा की बात करें तो आमतौर पर बैंक 120 महीने यानी 10 साल तक के लिए एफडी को बैंक में रखने की अनुमति देते हैं। हालांकि यह भी कुछ शर्तों के साथ होता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है, लेकिन किसी भी हाल में यह 20 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
फिक्स डिपॉजिट करवाने के फायदे
किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में एफडी कराने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसमें किसी तरह का रिस्क नहीं रहता। एफडी में कम न्यूनतम जमा वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर भी सामान्य से ज्यादा होती है। इसके अलावा एफडी की समय अवधि समाप्त होने के बाद निवेशक को पूरी राशि ब्याज सहित वापस मिल जाती है।
पंजाब नेशनल बैंक के सेविंग अकाउंट में अब डबल रखना होगा न्यूनतम बैलेंस, कम पैसा रखने कम न्यूनतम जमा पर चार्ज भी दोगुना
सरकारी बैंक ने सामान्य बैंकिंग परिचालन से संबंधित विभिन्न सेवाओं के लिए लगने वाले शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है. ये बदलाव आगामी 15 जनवरी 2022 से लागू होंगे.
पंजाब नेशनल बैंक के बचत खाते में अब कम बैलेंस होने पर लगने वाला चार्ज भी दोगुना कर दिया है. इसके अलावा बैंक ने लॉकर विज . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : January 10, 2022, 17:51 IST
नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने नए साल पर अपने ग्राहकों को जोर का झटका जोर से ही दिया है. सरकारी बैंक ने सामान्य बैंकिंग परिचालन से संबंधित विभिन्न सेवाओं के लिए लगने वाले शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है. ये बदलाव आगामी 15 जनवरी 2022 से लागू होंगे.
पीएनबी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, बैंक ने बचत खातों, लॉकर्स, डिमांड ड्राफ्ट और करंट अकाउंट जैसी सुविधाओं के नियमों में भी बदलाव किया है. बचत खाते में अब कम बैलेंस होने पर लगने वाला चार्ज भी दोगुना कर दिया है. डिमांड ड्राफ्ट को कैंसिल कराने पर अब 50 रुपये ज्यादा देने होंगे.
बचत खाते में अब होने चाहिए 10000 रुपये
पीएनबी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अब शहरी इलाकों में रहने वाले ग्राहकों के लिए अपने बचत खाते में कम से कम 10,000 रुपये का बैलेंस होना जरूरी है. अब तक यह राशि 5000 रुपये थी. कम बैलेंस होने पर लगने वाला चार्ज भी दोगुना कर दिया है. अब तक यह 300 रुपये था. अब 600 हो गया है. ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस से कम राशि होने पर 200 रुपये की जगह 400 रुपये प्रति तिमाही चार्ज देना होगा.
पीएनबी ने लॉकर शुल्क (locker charges) में भी बदलाव किए हैं. एक्स्ट्रा लार्ज साइज के लॉकरों को छोड़कर सभी टाइप के लॉकर पर अब ज्यादा शुल्क देना होगा. अर्बन और महानगरों में लॉकर के चार्ज को कम न्यूनतम जमा 500 रुपये तक बढ़ाया गया है. छोटे साइज के लॉकर का चार्ज ग्रामीण इलाके में पहले एक हजार रुपये था, जिसे 1,250 रुपये कर दिया गया है. शहरी इलाके में छोटे लॉकर का चार्ज 1,500 से बढ़ाकर 2 हजार रुपये कर दिया गया है. मध्यम साइज के लॉकर का चार्ज ग्रामीण इलाके में 2 हजार से बढ़कर 2,500, जबकि शहरी इलाके कम न्यूनतम जमा में 3 हजार से बढ़कर 3,500 रुपये हो गया है.
कम हुई लॉकर विजिट
पीएनबी ने लॉकर विजिट की संख्या भी घटा दी है. एक साल में अब 12 बार लॉकर के लिए आप विजिट कर सकते हैं. इसके बाद हर विजिट पर 100 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देना होगा. गौरतलब है कि अब तक 15 बार लॉकर विजिट की सुविधा उपलब्ध थी. यानी अब आप अपने लॉकर को देखने के लिए कम विजिट कर सकेंगे.
अब बैंक में करंट अकाउंट (Current account) को खोलने के 14 दिन और एक साल के अंदर अगर आप बंद कराते हैं तो 800 रुपये का शुल्क देना होगा. अब तक यह 600 रुपये था. इसके कम न्यूनतम जमा अलावा, एक फरवरी से आपकी किसी किस्त या निवेश का डेबिट पैसा न होने से फेल होता है तो इसके लिए 250 रुपये देने होंगे. अभी तक इसके लिए 100 रुपये लगते थे. अगर आप डिमांड ड्राफ्ट (demand draft charges) को कैंसिल कराते हैं तो अब 150 रुपए देने होंगे. इसके लिए अभी 100 रुपये ही ग्राहक को देने होते थे.
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कम न्यूनतम जमा
सभी नागरिकों को सेवानिवृत्ति की आय प्रदान करने के उद्देश्य से 1 जनवरी, 2004 को राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) शुरू की गई थी। एनपीएस का उद्देश्य पेंशन सुधारों की स्थापना नागरिकों के बीच सेवानिवृत्ति के लिए बचत की आदत पैदा करना है ।
1मई 2009 से प्रभावी होने के साथ असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों सहित स्वैच्छिक आधार पर देश के सभी नागरिकों के लिए एनपीएस प्रदान किया गया है । सेवानिवृत्ति से ग्राहक को बचाने में मदद करने के लिए एनपीएस निम्न महत्वपूर्ण विशेषताएं प्रदान करता है:
सब्सक्राइबर को एक अनूठा स्थायी रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (पीआरएएन) आवंटित किया जाएगा
यह अनूठा खाता संख्या ग्राहक के लिए जीवनपर्यंत के लिए रहेगा। यह अद्वितीय PRAN भारत में किसी भी स्थान से इस्तेमाल किया जा सकता है।