ओरेकल फाउंडेशन

भारत और बांग्लादेश मनाएंगे टैगोर जयंती
गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की 150वीं जयंती पर 7 जनवरी से साल भर तक तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। भारत और बांग्लादेश मिलकर नृत्य, संगीत.
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वालमार्ट फाउडेशन ने भारत के छोटे किसानों की मदद के लिए दो नए अनुदानों की घोषणा की
नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) खुदरा कंपनी वालमार्ट की परोपकार शाखा वालमार्ट फाउंडेशन ने गुरुवार को भारत में छोटे किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए करीब 33.16 करोड़ रुपये (45 लाख डॉलर) के दो नए अनुदानों की घोषणा की। वालमार्ट ने एक बयान में कहा कि दो नए अनुदानों के जरिए एनजीओ- टैनजर और प्रदान को मदद दी जाएगी, ताकि वे बाजार पहुंच बेहतर बनाने के लिए किसानों की मदद कर सकें। बयान में कहा गया कि दोनों एनजीओ किसान उत्पादन संगठन (एफपीओ) के जरिए महिला किसानों के लिए अवसर बढ़ाने पर खासतौर से ध्यान देंगे।
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आईआईटी कानपुर के विशिष्ट पूर्व छात्र उमंग गुप्ता का निधन, मूत्राशय कैंसर से थे पीड़ित
कानपुर। आईआईटी ओरेकल फाउंडेशन कानपुर के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र और भारतीय अमेरिकी सॉफ्टवेयर के अग्रणी उमंग गुप्ता का पिछली 19 अप्रैल को निधन हो गया। वह मूत्राशय कैंसर से पीड़ित थे। कैलिफोर्निया स्थित अपने घर पर उन्होने अंतिम सांस ओरेकल फाउंडेशन ली।
गुप्ता पहले भारतीय थे जिन्होंने अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी को नैस्डैक पर सार्वजनिक किया। उन्होंने 1971 में आई आई टी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1973 में केंट, ओहियो में केंट स्टेट यूनिवर्सिटी से एमबीए किया। आईआई कानपुर ने उन्हें 1996 में एक विशिष्ट पूर्व छात्र के रूप में मान्यता दी और 2020 में उन्हें इंस्टीट्यूट फेलो के सम्मान से सम्मानित किया।
आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने गुप्ता के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा “उमंग गुप्ता जीवन भर हमारे संस्थान के शुभचिंतक रहे हैं और उन्होंने संस्थान के अनुसंधान और विकास पूल को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आईआईटी कानपुर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में उनका योगदान और पैन आईआईटी पूर्व छात्र संघ की स्थापना में उनकी अग्रणी भूमिका को हमेशा के लिए संजोया जाएगा। उनके निधन से न केवल वैश्विक सॉफ्टवेयर उद्योग के लिए बल्कि पैन-आईआईटी बिरादरी के लिए भी नुकसान है। मैं संस्थान की ओर से उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
उमंग गुप्ता ने ओरेकल कॉर्पोरेशन के लिए पहली व्यावसायिक योजना लिखी, और बाद में गुप्ता टेक्नोलॉजीज की स्थापना और नेतृत्व किया। वह ओरेकल कंपनी छोड़ने वाले पहले कार्यकारी थे जिन्होंने अपने कंपनी शुरू की । गुप्ता टेक्नोलॉजीज ने माइक्रो कंप्यूटर के लिए एक एसक्यूएल रिलेशनल डेटाबेस सिस्टम बनाया और क्लाइंट सर्वर कंप्यूटिंग के युग की शुरुआत करने में मदद की।
गुप्ता टेक्नोलॉजीज 1993 में नैस्डैक पर सार्वजनिक हुई (नैस्डैक जीपीटीए), और इस तरह एक अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए एक भारतीय अमेरिकी द्वारा स्थापित पहली उद्यम सॉफ्टवेयर कंपनी बन गई। कंपनी भारतीय अमेरिकी सीईओ के नेतृत्व में टेक कंपनियों के सिलिकॉन वैली बूम की अग्रदूत थी। बाद में उन्होंने कीनोट सिस्टम में निवेश किया, जिसने वेबसाइटों के प्रदर्शन पर नज़र रखी और जल्द ही उमंग इसके सीईओ बन गए।
2002 में, गुप्ता संयुक्त राज्य अमेरिका में आईआईटी कानपुर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष बने, जिसने अपने अल्मा मेटर, आईआईटी कानपुर के लिए धन जुटाया। उन्होंने आईआईटी कानपुर एलुमनी एसोसिएशन को 10 लाख डॉलर देने का भी वादा किया। बाद में, ओरेकल फाउंडेशन उन्होंने सभी आईआईटी के पूर्व छात्रों के संघ को आगे लाने के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया और कई वर्षों तक सह-अध्यक्ष और अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
'बच्चों के साथ अधिक से ओरेकल फाउंडेशन ओरेकल फाउंडेशन अधिक समय व्यतीत करें पालक और शिक्षक'
धमतरी। रांवा में आयोजित दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण मुख्य वक्ता डा. किरणबाला पटेल प्रिंसिपल गीतांजली टीचर ट्रेनिंग कालेज मुर्शिदाबाद (वेस्ट बंगाल) डायरेक्टर प्रणाम किरण एजुकेशनल सोसायटी भिलाई ने कहा कि छात्रों को मनोवैज्ञानिक स्तर पर समझ कर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए उनके सुधार के लिए कार्य किया जाए।
वर्तमान परिवेश में तकनीक के अत्यधिक प्रयोग ने छात्रों के मनोविज्ञान पर बहुत अधिक असर किया है। जिसके नकारात्मक परिणाम अधिक आ रहे हैं। इनसे बचने के लिए पालक एवं शिक्षक बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं।
श्री दुख निवारण गुरुद्वारा परिसर रावां में इनोवेशन फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण में डा. किरणबाला पटेल ने कि छात्रों को समझाने के बजाय उनके उलझे हुए मन को समझने का प्रयास किया जाए। प्रत्येक बालक विशिष्ट क्षमताओं से परिपूर्ण है और उनकी ओरेकल फाउंडेशन क्षमताओं को निखारने के संयुक्त प्रयास पालक एवं शिक्षक तथा समाज को मिलकर करना होगा।
तभी हम एक सच्चे और अच्छे मानव संसाधन का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर चार सर्वोत्तम प्रशिक्षणार्थी आयशा खान, आयुषी गोस्वामी, उर्वशी साहू, रीतु साहू को प्रतिक्षा चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों ने डा. किरण वाला पटेल से शिक्षण गतिविधियों में कक्षा स्तर पर आने वाली कई मूलभूत समस्याओं पर प्रश्न किए।
अंत में सभी प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर कुल नौ विद्यालयों के 70 ओरेकल फाउंडेशन शिक्षक भाग लिया। कार्यक्रम में धनंजय मोरे-संचालक केन एकेडमी गुरुर, भूपेंद्र चौधरी संचालक आकृति प्ले स्कूल धमतरी सोमन साहू संचालक ओरेकल पब्लिक स्कूल धमतरी, गजेन्द्र पटेल संचालक आस्था विद्या मंदिर रावां, यीशुपाल साहू विजन इंग्लिश मीडियम स्कूल आमदी, पारख दास मानिकपुरी संचालक रेनबो इंग्लिश मीडियम स्कूल छोटी करेली, ग्वाल सर मार्निंग लाइट स्कूल लिमतरा शथा 70 शिक्षक शिक्षिकाएं प्रमुख रूप से शामिल रहे।
सुनिश्चित पाठ योजना बनाकर शिक्षक काम करें
शिक्षण गतिविधियों के ऊपर उन्होंने सुझाव दिया कि सुनिश्चित पाठ योजना बनाकर शिक्षक काम करें, जिसे पालकों के साथ भी साझा करें, विद्यालय की ओरेकल फाउंडेशन गतिविधियों में पालकों को अधिक से अधिक शामिल करने के प्रयास किए जाएं। पाठ योजना इस तरह से बनाई जाए कि वह शिक्षक एवं छात्रों के लिए सहज हो।
बढ़ती उम्र में छात्रों के साथ आने वाले व्यवहारिक समस्याओं को, छात्रों के आचरण एवं उनके द्वारा प्रदर्शित सकारात्मक एवं नकारात्मक व्यवहारों से पहचान करके उन्हें समाज के सकारात्मक पहलुओं की ओर बहुत सावधानी से ले जाने की आवश्यकता पर बल देना होगा।