Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें

मोजर बेयर इंडिया के शेयर की कीमत जुलाई 2018 में 2 रुपये पर आ गई. जुलाई 2003 में इस शेयर की कीमत 110 रुपये से ऊपर थी. इस दौरान एमटीएनएल के शेयरों ने भी 105 रुपये से 15 रुपय तक का गोता लगाया है. शेयरों का चुनाव करने के लिए पेशेवर सलाहकारों की मदद भी ली जा सकती है.
10+ Golden share market tips in Hindi – शेयर बाजार टिप्स
Stock Market से Equities यानि की Share खरीद कर पैसा बनाना इतना भी आसान नही है, जितना की एक नये निवेशक सोचते है। इसमें आपको हर समय बाजार के रुख पर कड़ी नजर बनाये रखनी होती है, साथ ही Research और बेहतर Planning करनी होती है।
इस article – Share market investing tips (in Hindi) में मैंने काफी शोध करके आपके लिए 10 से भी ज्यादा कुछ ऐसे टिप्स और रूल्स को लिखें है जिनको शेयर मार्केट में निवेश करने के पहले आपको जरूर पढ़ लेने चाहिये।
ये सभी टिप्स आपको share market में invest करने के लिए आपकी कुछ परेशानियों और कमियों को दूर करेंगे।
शेयर खरीदते और बेचते समय इन बातों को ध्यान में रखे
1. पहले सीखें – First learn
कभी भी बिना कुछ जाने समझे स्टॉक मार्केट में नहीं कूदना चाहिए। पहले शेयर बाजार को अच्छे से समझिये तब इसमें आइये।
सीखने के लिए अपने आप को समय दीजिये, business related newspaper को पढ़िए, कंपनियों के बिज़नेस प्लान को Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें समझिये, balance sheet को पढ़ना सीखिए, P/E, EPS, ROE को अच्छे से जान लीजिये तब किसी Share bazar में invest कीजिये।
2. Long term investment सबसे अच्छा
शेयर बाजार में आपको लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए। इससे मुनाफा होना निश्चित है। Intra-day Trading से कम समय में ज्यादा पैसे कमाये जा सकते है लेकिन इसमें रिस्क है। इससे आपको loss भी हो सकता है। इसलिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ही करें।
3. उसी का खरीदे जिसे आप जानते और समझते है
शेयर बाजार में आप किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते है, लेकिन आपको शुरुआत में उसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहिए जिसे आप जानते है, यानि की दैनिक जीवन में जिसके products का उपयोग करते है।
Tips – Share bazar (market) में Invest कैसे करें – पहले योजना बनाये
Share Bazar Tips – शेयर मार्केट टिप्स
7. Portfolio के लिए Risk Profile बनायें
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करना रिस्क भरा होता है, इसलिए आप अपना रिस्क प्रोफाइल जरूर बना लें। इसमें एक तरह से सुनिश्चित कर ले की आप कितना रिस्क ले सकते है।
ज्यादातर brokers आपको stop loss order का option देते है। इससे ये फायदा होता है की जैसे ही शेयर के भाव में गिरावट आने लगती है तब आपका शेयर ऑटोमेटिकली आपके ब्रोकर के द्वारा एक निश्चित मूल्य(particular price) पर बेच दिया जाता है। इससे आप नुकसान उठाने से बच जाते है।
शेयर बाजार का काम केसे सीखे
शेयर मार्केट को लोग जितना मुश्किल समझते हैं यह उतना भी मुस्कील नही हैं कोई भी व्यक्ति शेयर मार्केट के बारे में सिख सकता हैं लगातार कोशिश करने से आप शेयर बाजार सिख सकते हैं निवेश करने के लिए आपको शेयर बाजार का विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं हैं यदि आप धीरे धीरे और व्यवस्थित तरीके से सीखते हैं तो निश्चित ही आप शेयर बाजार के एक्सपर्ट बन सकते हैं
शेयर बाजार सीखने के लिए अपना पहला कदम उठाने वाले लोग जो नए शुरुआती लोग हैं उन्हें गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के तहत कई स्रोतों को सीखने की जरूरत होती हैं ऐसे कई विकल्प हैं जिनके माध्यम से आप शेयर बाजार की मूल बातो को सिख सकते हैं
शेयर मार्केट सीखने के शानदार तरीके
शेयर मार्केट के बारे मे सीखने के लिए निम्न तरीके हैं
1. एक सलाहकार या मित्र ढूंढे :
आपको एक अच्छे सलाहकार की मदद लेनी चाइए जैसे की परिवार के किसी सदस्य ,मित्र,अतीत या वर्तमान में जो आपके प्रोफेसर हैं या फिर Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें कोई भी व्यक्ति हो सकता हैं जिसे शेयर बाजार की मूलभूत समझ हो एक अच्छा सलाहकार आपके सवाल का जबाव देने , सहायता करने ,उपयोगी संसाधनों के बारे में बताने जब बाजार में कठिनाई हो तब आपका उत्साह बनाए रखने के लिए तैयार रहता हैं
2. ऑनलाइन कोर्स की मदद
बहुत सी ऐसी साइट्स हैं जो। ऑनलाइन शेयर मार्किट का कोर्स करवाती हैं और सर्टिफिकेट प्रदान करती हैं अगर आप शेयर। मार्केट सीखना चाहते हैं तो आपको इस तरह के कोर्स में शामिल होना चाहिए
ट्रेंडिंग सीखने में कितना समय लगता है
बेसक यह बताना तो असंभव हैं की व्यक्ति को शेयर मार्केट के काम को सीखने में कितना समय लगेगा क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता हैं
हालांकि यह कहा जा सकता है की आप 1 से 5 साल के बीच में तो शेयर मार्केट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेंगे यह आप पर निर्भर हैं की आप उस काम को कितनी लगन से सीखते हैं ।
शेयर बाजार से कैसे कमाया जा सकता है पैसा?
निवेश करना सरल है, मगर इसे खेल नहीं समझना चाहिए. इसके लिए बाजार की समझ तो जरूरी है ही. बाजार में सफल होने का कोई फॉर्मूला या शॉर्ट-कट नहीं है. मगर कुछ बातों पर अमल कर मुनाफा बढ़ाया जा सकता है. आइए जानते हैं क्या हैं ये बातें.
अपना होमवर्क पूरा करें
दिग्गज वैश्विक फंड प्रबंधक पीटर लिंच का कहना है, "यदि आप किसी कंपनी के बारे में अध्ययन नहीं करते हैं, तो अच्छे शेयर का चयन करना जुआ ही है. आप पत्ते देखे बिना ही अपनी चाल चल रहे हैं." लिंच ने कहा कि निवेश सिर्फ वहीं करें, जिसके बारे में आपको पता हो.
ऑनलाइन फाइनेंस पोर्टल 5नेंस के संस्थापक और सीईओ दिनेश रोहिरा का मानना है कि बाजार से कमाई करने का कोई शॉर्ट-कट नहीं है. उन्होंने कहा, "धीरज के साथ गहन मंथन करना अनिवार्य है. अच्छे बिजनेस में निवेश करना चाहिए."
पैसों के लेनदेन की क्या है प्रक्रिया?
अमेरिकी बाजार में निवेश के लिए भारतीय करेंसी को US डॉलर में बदलना होता है. फॉरेन एक्सचेंज संबंधी गतिविधि होने के कारण यहां RBI के लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के नियमों का पालन जरूरी है. नियमों के तहत एक व्यक्ति बिना विशेष अनुमति के एक वित्तीय वर्ष में 2,50,000 डॉलर यानी करीब 1 करोड़ 80 लाख रूपये भारतीय सीमा के बाहर निवेश कर सकता है.
किसी भी बाजार में निवेश से बनाए पैसे पर भारत सरकार टैक्स लगाती है. नियमों के अनुसार अवधि के मुताबिक शार्ट या लांग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स लगाया जा सकता है. हालांकि डिविडेंड पर टैक्स US गवर्नमेंट लगाती है.
निवेश से पहले किन बातों को समझना जरूरी?
US या अन्य विदेशी बाजारों में निवेश से पहले इन्वेस्टमेंट से जुड़े विभिन्न तरह की फीस और चार्ज को समझना काफी जरूरी है. रुपये को डॉलर में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया से लेकर म्यूचुअल फंड द्वारा चार्ज की जाने वाली एक्स्ट्रा फीस कमाई पर असर डाल सकती है. ब्रोकरेज कंपनियां भी स्पेशल दरों पर ब्रोकरेज चार्ज करती है. ऐसे में बेहतर है कि शार्ट टर्म के लिए और ज्यादा समझ के बिना निवेश ना करें. लंबे समय के निवेश ज्यादा रिटर्न दिला सकता है. ज्यादा रिस्क से बचने के लिए इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड में निवेश बेहतर हो सकता है.
बाइडेन ने कर दी नोटों की बौछार, क्या करेंगे हमारे शेयर बाजार?
मोटी कमाई के लिए घर पर बैठकर खरीदें Apple, Google और Tesla जैसी कंपनियों के शेयर, ये रहा पूरा प्रोसेस
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: Jan 13, 2022 | 6:00 AM
भारतीयों में विदेशी शेयरों, खासकर अमेरिकी कंपनियों (US Companies) के शेयरों में निवेश का चलन तेजी पकड़ बना रहा है. अगर आप भी घर बैठे एपल, गूगल, टेस्ला जैसे शेयरों को खरीदने के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. अमेरिकी कंपनी ऐप्पल (Apple) की कुल मार्केट वेल्यू 3 ट्रिलियन डॉलर के पार हो गई है. टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook) और गूगल (Google) जैसी कंपनियां भी तेजी से अमीर होती जा रही हैं. इन कंपनियों की तेजी से होती ग्रोथ को देखकर भारत से भी कई निवेशक अमेरिकी कंपनियों में पैसा लगा रहे हैं. यह संभव हो सका है विदेश में निवेश करने वाले फंड के जरिए.एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इंडिया यानी एंफी की मानें तो 2021 में जनवरी से नवंबर के दौरान विदेश में पैसा लगाने वाले फंड्स ऑफ फंड्स में 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है.
(1) अंतरराष्ट्रीय स्टॉक वाले म्यूचुअल फंड्स में निवेश
विदेशों में निवेश का दूसरा तरीका सेक्टोरल या थीमैटिक फंड हैं. सेक्टोरल या थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में भारतीय और विदेशी शेयरों का मिश्रण हो सकता है. यानी इस तरह के फंड्स में ऐपल, गूगल सहित भारतीय कंपनियां शामिल हो सकती हैं.
(2) इंडेक्स फंड
एक और तरीका है जिसे इंडेक्स फंड कहा जाता है…. जिस तरह भारतीय शेयर बाजारों के अलग-अलग इंडेक्स के लिए इंडेक्स फंड उपलब्ध हैं उसी तरह वैश्विक शेयर बाजारों के लिए भी इंडेक्स फंड हैं… वैश्विक बाजारों में निवेश करने वाले इंडेक्स फंड भी दुनिया के किसी एक शेयर बाजार के किसी एक इंडेक्स को ट्रैक करके निवेश करते हैं… मोतीलाल ओसवाल एसएंडपी 500 इंडेक्स फंड इसका एक उदाहरण है.
वैश्विक बाजारों में निवेश का एक और तरीका इंटरनेशनल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ भी हैं, ये ईटीएफ सामान्य तौर पर 2 तरह हो सकते हैं- Country specific और Country neutral. Country specific ईटीएफ आपको किसी चुनिंदा देश में निवेश करने की अनुमति देते हैं. उदाहरण के लिए, वैनएक्क वेक्टर्स वियतनाम ईटीएफ आपको वियतनाम इक्विटी बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है. दूसरी ओर, Country neutral ईटीएफ आपको पूरी दुनिया में निवेश करने की अनुमति देते हैं.
(4) सीधा निवेश
ऐसा नहीं है कि सिर्फ फंड्स या ईटीएफ के जरिए ही आप अमेरिकी या अन्य विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं, बल्कि सीधे निवेश का तरीका भी है, जैसे भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए आप ब्रोकर के जरिए ट्रेडिंग कर सकते हैं, ठीक उसी तरह अमेरिकी बाजारों में भी कर सकते हैं, बशर्ते अमेरिकी ब्रोकर हायर करना होगा या फिर भारत में जो ब्रोकर अमेरिकी बाजारों में निवेश की सुविधा दे रहे हैं उनसे संपर्क करना होगा… दोनों ही परिस्थितियों में आपको इंटरनेशनल ट्रेडिंग खाता भी खोलना पड़ेगा और ट्रेडिंग के लिए करेंसी को डॉलर में बदलवाना होगा.. ऐसा करके आप सीधे ऐपल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के शेयर खरीद सकते Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें हैं.
(5) इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स (IDRs)
आप इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स यानी आईडीआर के जरिए भी विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं. आईडीआर मूल रूप से भारतीय करेंसी में होता है और सेबी रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी इसे तैयार करता है. आईडीआर को कंपनी की इक्विटी के बदले जारी किया जाता है ताकि विदेशी कंपनियों को भारत से धन जुटाने में सक्षम बनाया जा सके. चूंकि विदेशी कंपनियों को भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग कराने की अनुमति नहीं है, आईडीआर उन कंपनियों के शेयरों को खरीदने का एक तरीका है.