क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार

तकनीकी क्रांति से आतंकवाद के रूप और प्रकार बदल रहे, ये बड़ी चुनौती : अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों का बचाव करते हैं और उन्हें पनाह भी देते हैं। आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है। ये हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश अपने इरादों में कभी सफल न हो सकें।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को काउंटर-टेररिज्म फाइनेंसिंग पर तीसरे 'नो मनी फॉर टेरर' (NMFT) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद नि:संदेह वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है। लेकिन आतंकवाद का वित्त पोषण, आतंकवाद से कहीं ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि आतंकवाद के Method को इसी फंड से पोषित किया जाता है। भारत, आतंकवाद के सभी रूपों और प्रकारों की घोर निंदा करता है।
अमित शाह ने कहा कि हमारा मानना है कि निर्दोष लोगों की जान लेने जैसे कृत्य को उचित ठहराने का कोई भी कारण स्वीकार नहीं किया जा सकता। भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। भारतीय सुरक्षा बलों और आम नागरिकों को निरंतर सीमा पार से प्रायोजित गंभीर आतंकी हिंसा की घटनाओं से जूझना पड़ा है।
अमित शाह ने कहा कि इंटरनेशनल कम्युनिटी का एक कलेक्टिव अप्रोच है कि आतंक के सभी रूपों की निंदा की जानी चाहिए। लेकिन तकनीकी क्रांति से आतंकवाद के रूप और प्रकार निरंतर बदल रहे हैं, ये हमारे लिए चुनौती है। दुर्भाग्य से कुछ देश ऐसे भी हैं, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए हमारे सामूहिक प्रयास को कमजोर और नष्ट करना चाहते हैं। कुछ देश आतंकवादियों का बचाव करते हैं और उन्हें पनाह भी देते हैं।
अमित शाह ने कहा कि आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है। ये हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश, अपने इरादों में कभी सफल न हो सकें। अगस्त 2021 के बाद दक्षिण एशियाई क्षेत्र में स्थिति में बहुत परिवर्तन आया है। सत्ता परिवर्तन तथा अल कायदा, ISIS का बढ़ता प्रभाव क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्तवपूर्ण चुनौती के रूप में उभरा है। नए समीकरणों ने टेरर फंडिंग की समस्या को और गंभीर बनाया है।
अमित शाह ने कहा कि आतंकवादी लगातार हिंसा को अंजाम देने, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और वित्तीय संसाधन जुटाने के नए तरीके खोज रहे हैं। आतंकवादी अपनी पहचान छुपाने और कट्टरपंथी सामग्री को फैलाने के लिए डार्क नेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों का बचाव करते हैं और उन्हें पनाह भी देते हैं। आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है। ये हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश अपने इरादों में कभी सफल न हो सकें।
अमित शाह ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी जैसी वर्चुअल संपत्ति का उपयोग भी बढ़ रहा है। हमें डार्क नेट पर चलने वाली इन गतिविधियों के पैटर्न का विश्लेषण करके समझना होगा, उनके उपाय खोजने होंगे। कुछ देश ऐसे हैं जो आतंकवाद से लड़के के हमारे सामूहिक संकल्प को कमजोर करना चाहते हैं।
Cryptocurrency क्या है ? Cryptocurrency के कुछ प्रकार
Cryptocurrency आज के समय में काफी लोकप्रिय हो रहा है तो आपके मन में भी यह विचार आ रहा होगा की आखिर यह Cryptocurrency क्या है ? तो आज हम इसी विषय पर विस्तार में Hindi में जानेंगें कि Cryptocurrency kya hai ?
बहुत हीं अल्प समय में Cryptocurrency नें बाजार में अपनी पहचान और पकड़ मजबूत कर ली है। यही कारण है कि सब लोग Cryptocurrency के बारे में जननें को उत्सुक हैं।
जिस प्रकार किसी भी देश की अपनी मुद्रा ( Currency ) होती है। जैसे रुपया, डॉलर, येन, रूबल, दीनार आदि Currency चलन में हैं और पूरे विश्व में मान्य हैं, वैसे हीं आज कल Cryptocurrency भी चलन में हैं। अधिकतर लोग बिटकॉइन और एथेरियम के बारे में जानते है परन्तु इसके अलावा हज़ारों प्रकार के Cryptocurrency आज कल बाजार में चलन में हैं। तो आइये जानते हैं Cryptocurrency के बारे में।
Table of Contents
Cryptocurrency क्या है ?
Cryptocurrency एक तरह की Currency है जो डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध है, यानी इसका प्रयोग Regular Currency की जगह पर online सामान Purchase करने या Service प्राप्त करने में किया जाता है। Cryptocurrency एक Decentralized Currency होती हैं जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। जिसका नियंत्रण न तो सरकार के हाँथ में होता है न किसी एजेंसी के हाँथ में यही कारण है की इसके मूल्य को नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
क्रिप्टोकरेन्सी एक वर्चुअल कर्रेंसी है जो Computer Algorithm पर बनी Peer to Peer कॅश प्रणाली है। Physically इसका कोई स्तीत्व नहीं है यह Digit के रूप में ऑनलाइन Internet पर उपलब्ध है। इसे क्रिप्टोकरेन्सी के अलावा Digital Currency, Virtual Currency और Electronic Currency के नाम से भी जाना जाता है। Cryptocurrency को बनाने के लिए Cryptography का स्तेमाल किया जाता है।
Cryptocurrency के कुछ प्रकार
जैसा की हमने ऊपर पढ़ा की बाजार में हज़ारों क्रिप्टोकरेन्सी उपलब्ध हैं परन्तु आज हम उनमें से कुछ जो काफी प्रचलन और चर्चा में हैं उनके बारे में जानते हैं।
Bitcoin ( BTC )
Bitcoin दुनिया की सबसे पहली Cryptocurrency है। इसे Satoshi Nakamoto के द्वारा साल 2009 में बनाया गया है। आज के समय में यह विश्व की सबसे ज्यादा प्रचलित और अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी है।
यह भी एक Decentralized करंसी है। शुरू में कोई भी देश इसको मान्यता नहीं दे रहे थे, परन्तु बाद में इसकी डिमांड और प्रचलन को देख कर ढेर सारे देश ने मान्यता दे दी परन्तु अब भी कई देशों में मान्यता नहीं है।
Ethereum (ETH)
Ethereum साल 2013 में प्रोग्रामर Vitalik Buterin के द्वारा इसे बनाया गया। Bitcoin के बाद सबसे ज्यादा प्रचलन में यह क्रिप्टोकोर्रेंसी है। एथेरियम भी ब्लॉकचेन पर आधारित एक डिसेंट्रलाइज़्ड ओपनसोर्स डिजिटल करेंसी है।
2016 में एक हैकर ने द डीएओ नामक एक थर्ड पार्टी प्रोजेक्ट में एक दोष का फायदा उठाया और $50 मिलियन का ईथर चुरा लिया।
नतीजतन, एथेरियम समुदाय ने चोरी किये गए एथेरियम को वापस लाने के लिए ब्लॉकचैन को हार्ड फोर्क करने के लिए वोट दिया और एथेरियम क्लासिक (ईटीसी) को मूल श्रृंखला के रूप में जारी किया गया।
Litecoin (LTC)
Litecoin भी Peer to Peer ओपनसोर्स क्रिप्टोकोर्रेंसी है। इसे सन 2011 में Charlie Lee द्वारा बनाया गया। यह क्रिप्टोकरेंसी टॉप फाइव क्रिप्टोकरेंसी में अपना स्थान बनाये हुए है इससे समझा जा सकता है की यह इलेक्ट्रॉनिक करेंसी के मार्किट में कितना लोकप्रिय है।
Litecoin में Block को Generate करने में मात्र 2.5 मिनट का समय लगता है वहीँ Bitcoin लगभग 10 मिनट का समय लेता है।अतः बहुत कम समय में इसमें ट्रांजिक्शन पूरा हो जाता है। इसमें Mining के लिए Script Algorithm का प्रयोग होता है।
Dogecoin (Doge)
Dogecoin (Doge) को Billy Markus के द्वारा बनाया गया। इसको बनाने का उद्देश्य सिर्फ एक मज़ाक था। इसे Bitcoin की तुलना एक कुत्ते से करने के लिए बनाया गया था, परन्तु इसने भी मार्किट में बहुत जल्दी अपनी पकड़ बना लिया और जल्द हि इसकी मार्किट वैल्यू $197 million से भी ज्यादा हो गई।
यह भी Script Algorithm के आधार पर काम करता है। इसके mining में भी बहुत हि कम समय लगता है।
Faircoin (FAIR)
फेयरकॉइन एक डिसेंट्रलाइज़्ड क्रिप्टोकरेंसी है जिसे मुख्य रूप से फेयरकॉप इकोसिस्टम द्वारा अपनाया और उपयोग किया जाता है। अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में, जैसे कि बिटकॉइन आदि की तुलना में इसका मूल्य स्थिर रहता है।
फेयरकॉइन एक इनोवेटिव ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जिसे जुलाई 2017 में मिश्रित प्रूफ-ऑफ-वर्क और प्रूफ-ऑफ-स्टेक प्रोटोकॉल से प्रूफ ऑफ कोऑपरेशन एल्गोरिथम (PoC) (PoC) तंत्र में बदल दिया गया है।
उन सुधारों के कारण, फेयरकॉइन को न केवल काफी कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तेजी से लेनदेन को सक्षम बनाता है और अन्य ब्लॉकचेन-आधारित मुद्राओं की तुलना में अधिक सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करता है।
मानव और तकनीकी दोनों स्तरों पर एक निश्चित स्तर के विश्वास और लोकतांत्रिक मूल्यों का परिचय देता है। यह एक क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर आर्थिक क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार अंतर को पाटने के लिए एक स्पष्ट मूल्य सेट को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
Dash (DASH)
डैश एक ओपन सोर्स क्रिप्टोकरेंसी है। यह एक altcoin है जिसे बिटकॉइन प्रोटोकॉल से फोर्क किया गया था। यह भी एक Decentralized Autonomous Organization (DAO) है जो अपने उपयोगकर्ताओं के एक उपसमूह द्वारा चलाया जाता है, जिसे “मास्टरनोड्स” कहा जाता है।
इसे सन 2014 में “Xcoin” के रूप में Ivan Duffield द्वारा बिटकॉइन प्रोटोकॉल के एक fork के रूप में लॉन्च किया गया था। डैश को बिटकॉइन की कमी को दूर करने के लिए लेनदेन की प्रक्रिया को तीव्र करने के उद्देश्य से बनाया गया था।
Peercoin (PPC)
Peercoin, जिसे PPCoin या PPC के रूप में भी जाना जाता है यह एक पीयर-टू-पीयर क्रिप्टोकरेंसी है जो प्रूफ-ऑफ-स्टेक और प्रूफ-ऑफ-वर्क सिस्टम दोनों का उपयोग करती है। Peercoin स्रोत कोड MIT/X11 सॉफ़्टवेयर लाइसेंस के अंतर्गत वितरित किया जाता है। प्रूफ-ऑफ-स्टेक सिस्टम में, व्यक्तियों की होल्डिंग के आधार पर नए सिक्के उत्पन्न होते हैं।
Bitcoin की तरह हीं Peercoin भी SHA-256 algorithm का स्तेमाल करता है. और इसमें भी लेन देन और mining करने में बहुत ही कम पॉवर की जरुरत पड़ती है।
Ripple (XRP)
रिपल (एक्सआरपी) एक पीयर-टू-पीयर संचालित क्रिप्टोकरेंसी है जिसे Internet पर तेज़ और प्रत्यक्ष Payment सुरक्षित तरीके से करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। रिपल कॉइन को पहली बार 2004 में वैंकूवर, बीसी, कनाडा में एक वेब डेवलपर रयान फुगर द्वारा बनाया गया था।
2005 में Fugger ने ग्लोबल नेटवर्क के माध्यम से एक ऑनलाइन सुरक्षित भुगतान विकल्प प्रदान करने के लिए एक वित्तीय सेवा के रूप में Ripplepay को बनाया था। इस प्रोटोकॉल के आधार पर, मई 2011 में एक नई डिजिटल मुद्रा प्रणाली दिखाई दी, जिसके लिए अपनी स्वयं की क्रिप्टो मुद्रा XRP जारी की गई।
Monero (XMR)
Monero (XMR) 2014 में जारी क्रिप्टोकरेंसी है, जो प्राइवेसी को मेंटेन करती है। यह क्रिप्टोनोट एप्लिकेशन लेयर पर आधारित एक ओपन-सोर्स प्रोटोकॉल है। यह अस्पष्ट सार्वजनिक बहीखाता का उपयोग करता है, जिसका अर्थ है कि कोई भी लेनदेन भेज या प्रसारित कर सकता है, लेकिन कोई भी बाहरी पर्यवेक्षक स्रोत, राशि या गंतव्य को नहीं बता सकता है।
इसमें हैश फ़ंक्शन रैंडमएक्स का उपयोग नए सिक्के जारी करने और नेटवर्क को सुरक्षित करने तथा लेनदेन को मान्य करने के लिए और Miners को प्रोत्साहित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
Cryptocurrency kya hai? यह कितने प्रकार के होते हैं?
Cryptocurrency kya hai? यह कितने प्रकार के होते हैं? : Currency अर्थात मुद्रा का प्रयोग हम या आप क्रय और विक्रय करने के लिए करते हैं ताकि अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा कर सकें. मुद्रा के रूप में हमारे पास सिक्के होते हैं या कागज के नोट. विनिमय के माध्यम के रूप में दुनिया के प्रत्येक देशों के पास अपनी – अपनी मुद्रा है. भारत की मुद्रा को हम रुपया या पैसा के नाम से जानते हैं.
रुपया या पैसा जिसे हम देख सकते हैं, छू सकते हैं क्योंकि यह एक भौतिक मुद्रा है जिससे आप भलीभांति परिचित हैं किन्तु क्या आपने कभी cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) के बारे में सुना है जो एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है और इसका भी इस्तेमाल एक्सचेंज के माध्यम के रूप में किया जाता है.
आमतौर पर जैसा कि हम सभी को ज्ञात है किसी भी देश की currency पर उस देश की सरकार या किसी वित्तीय संस्थान का नियंत्रण होता है किन्तु cryptocurrency पर कोई सरकार या संस्थान का अधिकार नहीं होता है.
इस लेख में हम जानेंगे कि – Cryptocurrency kya hai? Cryptocurrency के बारे में महत्वपूर्ण बातें, Cryptocurrency कितने प्रकार के होते हैं? क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है?
Table of Contents
Cryptocurrency kya hai?
Cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जिसका उपयोग एक्सचेंज के माध्यम के रूप में किया जाता है अर्थात इसके इस्तेमाल से कोई सामान या सर्विस ख़रीदा जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी से सामान या सर्विस के लिए ऑनलाइन एक्सचेंज किया जा सकता है.
इसमें बहुत ही उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि लेनदेन पूरी तरह सुरक्षित हो. क्रिप्टोकरेंसी decentralized digital money है जो कि ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. यह विनिमय का इंटरनेट आधारित माध्यम है जिसमें cryptography का इस्तेमाल transactions को सत्यापित करने के लिए किया जाता है.
Cryptocurrency के बारे में महत्वपूर्ण बातें
- वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग किया जा सकता है
- क्रिप्टोकरेंसी में क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार निवेश कर सकते हैं
- यह डिजिटल विनिमय का माध्यम है
- सामान्यतः मुद्राओं को उस देश की सरकार या संस्था द्वारा संचालित किया जाता है किन्तु क्रिप्टोकरेंसी किसी भी सरकार या संस्थान द्वारा नियंत्रित नहीं है.
- ऐसा माना जाता है कि पहली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin थी जिसे जापान के Satoshi Nakamoto ने बनाया था.
Cryptocurrency कितने प्रकार के होते हैं?
वैसे तो Cryptocurrency कई प्रकार के होते हैं जो कि Peer-to-Peer Electronic System के रूप में कार्य करती है. यहाँ पर कुछ महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी का नाम बताया जा रहा है जो निम्न है –
- Bitcoin (BTC) – पहली क्रिप्टोकरेंसी
- Ethereum (ETH)
- Ripple (XRP)
- Monero (XMR)
- Litecoin (LTC)
- Binance Coin (BNB)
- Tether (USDT)
क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है?
क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है? यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जो बहुत सारे लोगों के मन में उठता है. यदि आप भारत देश के निवासी हैं तो इस देश में Cryptocurrency को क़ानूनी मान्यता प्राप्त नहीं है. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया में और भी ऐसे कई देश हैं जहाँ इसप्रकार की currencies को मान्यता प्राप्त नहीं है.
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार Bitcoin में निवेश करनेवालों की अच्छी – खासी जनसँख्या भारत देश में भी हैं और आपको बता दें कि इस देश में किसी central authority द्वारा बिटकॉइन को न तो विनियमित किया जाता है और ना ही अधिकृत किया गया है इसलिए कहा जा सकता है कि यह स्वयं के जोखिम के साथ आता है.
हालाँकि बिटकॉइन पर भारत में किसी प्रकार का कोई प्रतिबन्ध नहीं है फिर भी इससे सम्बंधित यदि किसी प्रकार का कोई विवाद उत्पन्न हो जाए तो उसे हल करने के लिए कोई स्पष्ट दिशानिर्देश भी नहीं है. आनेवाले समय में हो सकता है इस देश में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई सकारात्मक पहल देखने को मिले या हो सकता है न भी मिले. अभी तो इसकी अवधारणा भारतीय बाजार के लिए बिल्कुल नयी है और इसके लिए इस देश में अलग से कोई नियम या कानून नहीं है.
अंत में मै आपसे इतना ही कहना चाहता हूँ कि क्रिप्टोकरेंसी की अवधारणा भारतीय बाजार के लिए बिल्कुल नयी है और इससे सम्बंधित कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं दिया गया है इसलिए पूरी पड़ताल के बाद ही इस क्षेत्र में आगे कदम बढ़ाना उचित होगा और शुरुआत छोटे स्तर से ही किया जाना चाहिए. यदि इसकी भविष्य की बात की जाये तो इसका उपयोग लगातार बढ़ता ही जा रहा है और हो सकता है कि आनेवाला समय में यह कोई महत्वपूर्ण भूमिका निभाये.
Cryptocurrency kya hai? इस विषय पर यदि आपको कुछ कहना है या आपके पास कोई सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और यदि लेख पसंद आयी हो तो like, comment और share करें.
मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (सम्पूर्ण जानकारी) in 2021
नमस्कार दोस्तों ! हमारे ब्लॉग वेबसाइट में आपका स्वागत है आज हम आपके लिए नया जानकारी लेके आये है आज आपको क्रिप्टो करेंसी क्या है के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कैसे ख़रीदे इस तरह के सभी जानकारी आपको यहाँ मिलेगी तो आइये जानते है क्रिप्टोकरेंसी के बारे में.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है इसे हम हाथों से छू नहीं सकते है केवल ऑनलाइन ही लेंन-देंन कर सकते है इसलिए इसे डिजिटल करेंसी कहते है। आज आये दिन आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे समाचार मिलती रहती है। दिनोदिन क्रिप्टो करेंसी की मांग बड रही है इस करेंसी का उपयोग लगभग दुनिया भर में किया जा रहा है।
यह सभी करेंसी से अलग है और सभी करेंसी से इसका ज्यादा मांग है यह डी-सेंट्रलाइज्ड करेंसी होने के कारण इसमें किसी भी सरकार का किसी भी तरह का अधिकार नहीं होता है। इसलिए यह सबसे अलग है आज इसके बहुत सरे प्रकार मार्किट में उपलब्ध है और सभी क्रिप्टो करेंसी की विशेषतायें भी अलग अलग हैं। बहुत सारे देश में यह लीगल है और बहुत सारे देश में इल-लीगल है लेकिन धीरे-धीरे सभी देश क्रिप्टोकरेंसी को एक्सेप्ट कर रहे हैं।
इसकी कीमत हमारे अन्य करेंसी के मुकाबले बहुत अधिक होती है कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमत तो डॉलर के मुकाबले कई हज़ार गुना अधिक होती है . इसकी कीमत समय-समय पर बढती जाती है। इसमें बहुत ज्यदा उछाल होने के कारण बहुत सारे इसमें अपना इन्वेस्ट करते है अभी हाल में ही क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बहुत अधिक बड गयी थी।
क्रिप्टोकरेंसी सिक्योर है की नहीं?
यह अल्गोरिथम के ऊपर कार्य करती है और किसी भी प्रकार के लेंन देन करने में डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग वेरिफिकेशन के लिए किया जाता है फिर आप किसी भी प्रकार के खरीददारी कर सकते है। क्रिप्टो ग्राफी की मदद से इसे सेव और सुरक्षित रखा जाता है इसका किसी भी बैंक से मतलब नहीं रहता है इसलिए बहुत सारे देश में इसे बैन भी कर दिया गया है।
क्रिप्टोकरेंसी को चलाने के लिए एक मेन कंप्यूटर होता है और हमेशा सिक्यूरिटी पर ध्यान देता है जो पियर टू पियर सिक्यूरिटी सिस्टम पर आधारित है इसमें इन्क्रिप्सन और डीक्रिप्सन के द्वारा सिक्योर किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी लोकप्रिय क्यूँ है?
आज का बिज़नेसमेन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की मुद्रा के रूप में देखते हैं और अब उन्हें खरीदने के लिए दिनोदिन दौड़ रहे हैं, संभवतः इससे पहले कि वे अधिक मूल्यवान हो जाएं। कुछ इस तथ्य को पसंद करते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी केंद्रीय बैंकों को पैसे की आपूर्ति के प्रबंधन से हटा देती है, क्योंकि समय के साथ ये बैंक मुद्रास्फीति के माध्यम से पैसे के मूल्य को कम करते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में ब्लॉकचेन तकनीक के कारन ज्यादा पसंद आते हैं, क्योंकि यह एक विकेन्द्रीकृत प्रसंस्करण और रिकॉर्डिंग प्रणाली है और पारंपरिक भुगतान प्रणालियों की तुलना में अधिक सुरक्षित हो सकती है। क्रिप्टोकरेंसी मूल्य में दिनों दिन बढ़ रहे हैं जिससे आज सभी आकर्षित होते जा रहे है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करता है
क्रिप्टोकरेंसी किसी भी ब्यक्ति या कंपनी का स्वामित्व नहीं है और न ही किसी भी बैंक पर निर्भर है यह ओपन पेमेंट सिस्टम पर कार्य करता है। इसमें कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है यह ब्लाक चैन सिस्टम पर कार्य करता है। इसमें विशेष कंप्यूटर जिसे माइनिंग रिंग कहते है के द्वारा प्रत्येक लेनदेन को वेरीफाई करता है और इसी के द्वारा सारी गतिविधियां चलती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार की होती है?
क्रिप्टोकरेंसी के बहुत सारे प्रकार है जिसमे बिट-कॉइन (BTC) सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है, इसी तरह बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध है जिसकी कीमते भी अलग अलग है।
क्रिप्टोकरेंसी का रेट क्या है?
सभी क्रिप्टोकरेंसी में Bitcoin की कीमत सबसे अधिक है अभी इसकी कीमत 35,95,062 रूपये है। Ethereum (ETH)की कीमत 2,76,647रुपये, Bitcoin Cash (BCH) 91,433रुपये, Litecoin (LTC) 23150रुपये है
क्रिप्टोकरेंसी के लाभ: क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
- फ्रॉड होने के चांस बहुत कम होते है।
- नार्मल से ज्यादा सिक्योर है क्यूंकि यह अल्गोरिथम पर काम करती है।
- किसी को ट्रान्सफर करने के लिए 3rd पार्टी जैसे – बैंक की जरुरत नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान:
- अगर आपकी वॉलेट की ID खो जाती है तो आप फिर से उस ID को वापस नहीं पा सकते है।
- खोने पर जितने भी करेंसी रहेगी आपको नहीं मिल पायेगी।
- क्रिप्टोक्यूरेंसी मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के लिए अच्छी तरह से अनुकूल बनाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें?
कुछ क्रिप्टोकरेंसी को डॉलर से खरीद के लिए उपलब्ध हैं क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए आपको एक “वॉलेट” की आवश्यकता होगी, एक ऑनलाइन ऐप जो आपकी मुद्रा को धारण कर सकता है।
आम तौर पर, आप एक एक्सचेंज पर एक खाता बनाते हैं, और फिर आप बिटकॉइन या एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए वास्तविक धन हस्तांतरित कर सकते हैं। यहां बिटकॉइन में निवेश करने के तरीके के बारे में और बताया गया है।
Coinswitchkuber व कॉइनबेस लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग एक्सचेंज है जहां आप एक वॉलेट बना सकते हैं और बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन ब्रोकरों की बढ़ती संख्या ईटोरो, ट्रेडस्टेशन और सोफी एक्टिव इन्वेस्टिंग जैसी क्रिप्टोकरेंसी की पेशकश करती है।
क्रिप्टो करेंसी वॉलेट क्या है?
बिटकॉइन वॉलेट या क्रिप्टो वॉलेट एक पारंपरिक वॉलेट की तरह होता है, यह डिजिटल वॉलेट भी एन्क्रिप्शन और डी-क्रिप्सन पर कार्य करता है और सभी प्रकार के ट्रांजेकसन का प्रूफ भी रखता है। आपको अपना प्राइवेट आईडी और प्राइवेट पासवर्ड को हमेसा याद रखना होता है किसी भी प्रकार के लेनदेन में इसका उपयोग किया जा सकता है।
क्रिप्टो कार्ड क्या है?
क्रिप्टो करेंसी अपने यूजर को क्रिप्टो कार्ड उपलब्ध कराती है जिसका उपयोग हम ऑनलाइन खरीददारी में, एटीएम से पैसे निकालने में कर सकते है। इस कार्ड की कोई सालाना फीस नहीं ली जाती है जिसमे बहुत सारी बेनिफिट कार्ड होल्डर को दिया जाता है इसमें भी बहुत सारे प्रकार के कार्ड होते है जैसे – Obsidian, Frosted Rose Gold, Royal Indigo, Ruby steel and Midnight Blue. सभी कार्ड में 8% तक रिवॉर्ड भी मिलता है ।
क्या क्रिप्टोकरेंसी इल-लीगल है?
इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे संयुक्त राज्य में कानूनी हैं, हालांकि चीन ने अनिवार्य रूप से उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, और अंततः वे कानूनी हैं या नहीं, यह प्रत्येक व्यक्तिगत देश पर निर्भर करता है। यह भी सुनिश्चित करें कि आप उन धोखेबाजों से अपनी रक्षा कैसे करें, जो क्रिप्टोकरेंसी को निवेशकों को लुभाने के अवसर के रूप में देखते हैं। हमेशा की तरह, खरीदार सावधान रहें।
अंत में
तो दोस्तों आज आपने क्रिप्टो करेंसी बारे में जाना, आपको हमारा यह लेख कैसे लगा कमेंट करके बताइयेगा हम इसी तरह के नयी नयी जानकारी आपके लिए लाते रहेंगे
Cryptocurrency क्या है ? Cryptocurrency के कुछ प्रकार
Cryptocurrency आज के समय में काफी लोकप्रिय हो रहा है तो आपके मन में भी यह विचार आ रहा होगा की आखिर यह Cryptocurrency क्या है ? तो आज हम इसी विषय पर विस्तार में Hindi में जानेंगें कि Cryptocurrency kya hai ?
बहुत हीं अल्प समय में Cryptocurrency नें बाजार में अपनी पहचान और पकड़ मजबूत कर ली है। यही कारण है कि सब लोग Cryptocurrency के बारे में जननें को उत्सुक हैं।
जिस प्रकार किसी भी देश की अपनी मुद्रा ( Currency ) होती है। जैसे रुपया, डॉलर, येन, रूबल, दीनार आदि Currency चलन में हैं और पूरे विश्व में मान्य हैं, वैसे हीं आज कल Cryptocurrency भी चलन में हैं। अधिकतर लोग बिटकॉइन और एथेरियम के बारे में जानते है परन्तु इसके अलावा हज़ारों प्रकार के Cryptocurrency आज कल बाजार में चलन में हैं। तो आइये जानते हैं Cryptocurrency के बारे में।
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Cryptocurrency क्या है ?
Cryptocurrency एक तरह की Currency है जो डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध है, यानी इसका प्रयोग Regular Currency की जगह पर online सामान Purchase करने या Service प्राप्त करने में किया जाता है। Cryptocurrency एक Decentralized Currency होती हैं जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। जिसका नियंत्रण न तो सरकार के हाँथ में होता है न किसी एजेंसी के हाँथ में यही कारण है की इसके मूल्य को नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
क्रिप्टोकरेन्सी एक वर्चुअल कर्रेंसी है जो Computer Algorithm पर बनी Peer to Peer कॅश प्रणाली है। Physically इसका कोई स्तीत्व नहीं है यह Digit के रूप में ऑनलाइन Internet पर उपलब्ध है। इसे क्रिप्टोकरेन्सी के अलावा Digital Currency, Virtual Currency और Electronic Currency के नाम से भी जाना जाता है। Cryptocurrency को बनाने के लिए Cryptography का स्तेमाल किया जाता है।
Cryptocurrency के कुछ प्रकार
जैसा की हमने ऊपर पढ़ा की बाजार में हज़ारों क्रिप्टोकरेन्सी उपलब्ध हैं परन्तु आज हम क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार उनमें से कुछ जो काफी प्रचलन और चर्चा में हैं उनके बारे में जानते हैं।
Bitcoin ( BTC )
Bitcoin दुनिया की सबसे पहली Cryptocurrency है। इसे Satoshi Nakamoto के द्वारा साल 2009 में बनाया गया है। आज के समय में यह विश्व की सबसे ज्यादा प्रचलित और अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी है।
यह भी एक Decentralized करंसी है। शुरू में कोई भी देश इसको मान्यता नहीं दे रहे थे, परन्तु बाद में इसकी डिमांड और प्रचलन को देख कर ढेर सारे देश ने मान्यता दे दी परन्तु अब भी कई देशों में मान्यता नहीं है।
Ethereum (ETH)
Ethereum साल 2013 में प्रोग्रामर Vitalik Buterin के द्वारा इसे बनाया गया। Bitcoin के बाद सबसे ज्यादा प्रचलन में यह क्रिप्टोकोर्रेंसी है। एथेरियम भी ब्लॉकचेन पर आधारित एक डिसेंट्रलाइज़्ड ओपनसोर्स डिजिटल करेंसी है।
2016 में एक हैकर ने द डीएओ नामक एक थर्ड पार्टी प्रोजेक्ट में एक दोष का फायदा उठाया और $50 मिलियन का ईथर चुरा लिया।
नतीजतन, एथेरियम समुदाय ने चोरी किये गए एथेरियम को वापस लाने के लिए ब्लॉकचैन को हार्ड फोर्क करने के लिए वोट दिया और एथेरियम क्लासिक (ईटीसी) को मूल श्रृंखला के रूप में जारी किया गया।
Litecoin (LTC)
Litecoin भी Peer to Peer ओपनसोर्स क्रिप्टोकोर्रेंसी है। इसे सन 2011 में Charlie Lee द्वारा बनाया गया। यह क्रिप्टोकरेंसी टॉप फाइव क्रिप्टोकरेंसी में अपना स्थान बनाये हुए है इससे समझा जा सकता है की यह इलेक्ट्रॉनिक करेंसी के मार्किट में कितना लोकप्रिय है।
Litecoin में Block को Generate करने में मात्र 2.5 मिनट का समय लगता है वहीँ Bitcoin लगभग 10 मिनट का समय लेता है।अतः बहुत कम समय में इसमें ट्रांजिक्शन पूरा हो जाता है। इसमें Mining के लिए Script Algorithm का प्रयोग होता है।
Dogecoin (Doge)
Dogecoin (Doge) को Billy Markus के द्वारा बनाया गया। इसको बनाने का उद्देश्य सिर्फ एक मज़ाक था। इसे Bitcoin की तुलना एक कुत्ते से करने के लिए बनाया गया था, परन्तु इसने भी मार्किट में बहुत जल्दी अपनी पकड़ बना लिया और जल्द हि इसकी मार्किट वैल्यू $197 million से भी ज्यादा हो गई।
यह भी Script Algorithm के आधार पर काम करता है। इसके mining में भी बहुत हि कम समय लगता है।
Faircoin (FAIR)
फेयरकॉइन एक डिसेंट्रलाइज़्ड क्रिप्टोकरेंसी है जिसे मुख्य रूप से फेयरकॉप इकोसिस्टम द्वारा अपनाया और उपयोग किया जाता है। अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में, जैसे कि बिटकॉइन आदि की तुलना में इसका मूल्य स्थिर रहता है।
फेयरकॉइन एक इनोवेटिव ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जिसे जुलाई 2017 में मिश्रित प्रूफ-ऑफ-वर्क और प्रूफ-ऑफ-स्टेक प्रोटोकॉल से प्रूफ ऑफ कोऑपरेशन एल्गोरिथम (PoC) (PoC) तंत्र में बदल दिया गया है।
उन सुधारों के कारण, फेयरकॉइन को न केवल काफी कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तेजी से लेनदेन को सक्षम बनाता है और अन्य ब्लॉकचेन-आधारित मुद्राओं की तुलना में अधिक सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करता है।
मानव और तकनीकी दोनों स्तरों पर एक निश्चित स्तर के विश्वास और लोकतांत्रिक मूल्यों का परिचय देता है। यह एक क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर आर्थिक अंतर को पाटने के लिए एक स्पष्ट मूल्य सेट को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
Dash (DASH)
डैश एक ओपन सोर्स क्रिप्टोकरेंसी है। यह एक altcoin है जिसे बिटकॉइन प्रोटोकॉल से फोर्क किया गया था। यह भी एक Decentralized Autonomous Organization (DAO) है जो अपने उपयोगकर्ताओं के एक उपसमूह द्वारा चलाया जाता है, जिसे “मास्टरनोड्स” कहा जाता है।
इसे सन 2014 में “Xcoin” के रूप में Ivan Duffield द्वारा बिटकॉइन प्रोटोकॉल के एक fork के रूप में लॉन्च किया गया था। डैश को बिटकॉइन की कमी को दूर करने के लिए लेनदेन की प्रक्रिया को तीव्र करने के उद्देश्य से बनाया गया था।
Peercoin (PPC)
Peercoin, जिसे PPCoin या PPC के रूप में भी जाना जाता है यह एक पीयर-टू-पीयर क्रिप्टोकरेंसी है जो प्रूफ-ऑफ-स्टेक और प्रूफ-ऑफ-वर्क सिस्टम दोनों का उपयोग करती है। Peercoin स्रोत कोड MIT/X11 सॉफ़्टवेयर लाइसेंस के अंतर्गत वितरित किया जाता है। प्रूफ-ऑफ-स्टेक सिस्टम में, व्यक्तियों की होल्डिंग के आधार पर नए सिक्के उत्पन्न होते हैं।
Bitcoin की तरह हीं Peercoin भी SHA-256 algorithm का स्तेमाल करता है. और इसमें भी लेन देन और mining करने में बहुत ही कम पॉवर की जरुरत पड़ती है।
Ripple (XRP)
रिपल (एक्सआरपी) एक पीयर-टू-पीयर संचालित क्रिप्टोकरेंसी है जिसे Internet पर तेज़ और प्रत्यक्ष Payment सुरक्षित तरीके से करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। रिपल कॉइन को पहली बार 2004 में वैंकूवर, बीसी, कनाडा में एक वेब डेवलपर रयान फुगर द्वारा बनाया गया था।
2005 में Fugger ने ग्लोबल नेटवर्क के माध्यम से एक ऑनलाइन सुरक्षित भुगतान विकल्प प्रदान करने के लिए एक वित्तीय सेवा के रूप में Ripplepay को बनाया था। इस प्रोटोकॉल के आधार पर, मई 2011 में एक नई डिजिटल मुद्रा प्रणाली दिखाई दी, जिसके लिए अपनी स्वयं की क्रिप्टो मुद्रा XRP जारी की गई।
Monero (XMR)
Monero (XMR) 2014 में जारी क्रिप्टोकरेंसी है, जो प्राइवेसी को मेंटेन करती है। यह क्रिप्टोनोट एप्लिकेशन लेयर पर आधारित एक ओपन-सोर्स प्रोटोकॉल है। यह अस्पष्ट सार्वजनिक बहीखाता का उपयोग करता है, जिसका अर्थ है कि कोई भी लेनदेन भेज या प्रसारित कर सकता है, लेकिन कोई भी बाहरी पर्यवेक्षक स्रोत, राशि या गंतव्य को नहीं बता सकता है।
इसमें हैश फ़ंक्शन रैंडमएक्स का उपयोग नए सिक्के जारी करने और नेटवर्क को सुरक्षित करने तथा लेनदेन को मान्य करने के लिए और Miners को प्रोत्साहित करने के लिए उपयोग किया जाता है।