शेयर बाजार के नियम

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शेयर मार्केट के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। क्या आप भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं अथवा इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं। शेयर शेयर बाजार के नियम मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले आपको शेयर बाजार के नियम यानी शेयर मार्केट की पूरे तरीके जरूर पता होना चाहिए।
कैसे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किया जाता है। शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के टिप्स क्या हैं। शेयर मार्केट से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी आपको होनी चाहिए। शेयर मार्केट दुनिया का वह कुआं है जो हर किसी के पैसों की प्यास बुझा सकता है।
जी हां, विभिन्न प्रकार की धार्मिक, आर्थिक, स्तोत्र, कथा, शैक्षिक पीडीएफ बुक डाउनलोड करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट के पीडीएफ सेक्शन में जा सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको शेयर बाजार के नियम PDF बुक प्रदान कर रहे हैं। शेअर बाजार पुस्तक PDF Download Free
यदि आप भी शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते हैं अथवा शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं तो शेयर बाजार के नियम जरूर जान लें। शेयर बाजार की कोई पुस्तक भी जरूर खरीद लें। यह आपको बहुत ज्यादा हेल्प करेगी। यहाँ हमने शेयर बाजार के नियम PDF बुक का डाउनलोड लिंक दिया है।
शेयर बाजार का नियम क्या है?
शेयर बाजार में किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले आपको शेयर बाजार की छोटी से छोटी जानकारी का भी पता होना चाहिए। किस कंपनी का शेयर खरीदे हैं। उस कंपनी के बारे में हर प्रकार की जानकारी आपके पास होनी चाहिए।
उस कंपनी का कितना कर्ज है। उस कंपनी का ग्रोथ रेट क्या है। वह कंपनी किस प्रोडक्ट पर कितना मार्जन देती है। यह सारी बातें आपको अच्छे से पता होनी चाहिए।
इस आर्टिकल के बीच में अथवा अंत में शेयर बाजार के नियम पीडीएफ फाइल का लिंक दिया गया है आप उसे आसानी से अपने डिवाइस में डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि आप शेयर बाजार की बेहतरीन पुस्तक खरीदना चाहते हैं तो उसका लिंक भी नीचे दिया गया है। आइए जानते हैं, शेयर बाजार के शेयर बाजार के नियम कुछ महत्वपूर्ण नियम- शेयर बाजार के नियम
- सही स्टॉप पर पैसा लगाएं
- ट्रेंड के अनुसार ट्रेड करें
- पोर्टफोलियो में विविधता लाएं
उपरोक्त दिए गए शेयर बाजार के कुछ महत्वपूर्ण नियम है। यह आपको अवश्य फॉलो करनी चाहिए। शेयर बाजार के नियमों और विनियमों को विस्तार से पढ़ने के लिए आप शेयर बाजार के नियम PDF अथवा शेयर बाजार के नियम बुक खरीद सकते हैं। यह आपके शेयर मार्केट शेयर बाजार के नियम में इन्वेस्ट करने के लिए बहुत ज्यादा हेल्प करेगी। शेअर बाजार पुस्तक PDF Download Free
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने से पहले अथवा किसी भी शेयर को खरीदने से पहले आपको शेयर बाजार के नियम जरूर पता होने चाहिए। शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए आपको बहुत सारे टिप्स अपनाने चाहिए।
यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नये हों तो आपको इंट्राडे अथवा लॉन्ग टर्म में बिल्कुल भी इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। शुरुआत में आपको अपने पैसों के हिसाब से अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए ही इन्वेस्ट करना चाहिए।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए आपको बहुत सारी बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। यदि आप चाहते हैं कि शेयर बाजार में आपको फायदा ही हो नुकसान बिल्कुल ना हो तो शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें।
- किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले उस कंपनी की पूरी जानकारी लें।
- कंपनी का ग्रोथ रेट देखें।
- कंपनी पर कितना कर्जा है यह भी जाने।
- शुरुआत में सस्ते शेयर पर ही पैसा लगाएँ।
- शेयर बाजार गाइड पुस्तक खरीदें।
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शेयर बाजार से हुई कमाई पर कैसे और कितना लगता है टैक्स, समझिए पूरा नफा-नुकसान
अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल शेयर बाजार के नियम गेन्स कहते है.
शेयर बाजार में आप भी निवेश करते हैं. अगर हां तो आपको टैक्स का नियम समझना जरूरी है. हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.
- News18Hindi
- Last Updated : July 09, 2022, 11:07 IST
नई दिल्ली . शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कई तरह के टैक्स लगते हैं. बहुत सारे लोगों को यह जानकारी कम होती है कि कितना टैक्स लगता है. जब कमाई के बाद पैसा कट कर आता है तो निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां कट गया. आज हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.
मान लीजिए आपको एक साल में शेयर बाजार से 5 लाख की कमाई हुई. लेकिन आपके अकाउंट में सिर्फ 4.50 लाख रुपए ही आएंगे. दरअसल, इस कमाई पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स यानी STT और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स यानी LTCG देना पड़ा. इसके साथ ही कुल कमाई पर इनकम टैक्स भी देना होगा. यानी आपको तीन टैक्स देने पड़ रहे हैं.
टैक्स को ऐसे समझें…
आपके 4 लाख की कमाई वाले शेयर बेचते समय ही STT के 125 रुपए कट गए. एक साल पूरा होने के एक हफ्ते बाद ये 5 लाख रुपए के शेयर बेचे तो उस पर LTCG टैक्स 10% लगा और 50 हजार रुपए कट गए. मान लीजिए अब आपने इसके अलावा 3 लाख रुपए दूसरे जरिए से कमाए. इस तरह उसकी टोटल इनकम 3 लाख+5 लाख = 8 लाख रुपए हो गई. इसमें से पहले 50 हजार रुपए कट गए थे. इनकम बची 8 लाख-50,000=7.50 लाख रुपए. अब इस 7.50 लाख पर आपको इनकम टैक्स भी देना है.
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (Long term Capital gains tax)
अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है. शेयरों की बिक्री करने वाले को इस कमाई पर टैक्स देना पड़ता है. 2018 के बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स को फिर से शुरू किया गया था.
इससे पहले इक्विटी शेयरों या इक्विटी म्यूचुअल फंड ( Equity Mutual funds) की यूनिटों की बिक्री से होने वाले लाभ पर टैक्स नहीं लगता था. इनकम टैक्स रूल्स (Income tax Rules) के सेक्शन 10 (38) के तहत इस पर टैक्स से छूट मिली हुई थी. लेकिन 2018 के बजट में शामिल किए गए प्रावधान में कहा गया कि अगर एक साल के बाद बेचे गए शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंड की यूनिटों की बिक्री पर एक लाख रुपये से ज्यादा का कैपिटेल गेन हुआ है तो इस पर 10 फीसदी टैक्स लगेगा.
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शेयर बाजार से पैसे कमाने के 7 गोल्डन नियम
इस लेख में शेयर मार्केट में निवेश के 7 गोल्डन नियम बताए जा रहे हैं यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या निवेश करना चाहते हैं तो यह 7 गोल्डन नियम पैसा बनाने में आपकी काफी मदद करेंगे। इसलिए लेख के साथ अंत तक बने रहे।
शेयर बाजार से पैसे कमाने के 7 गोल्डन नियम
1 – शेयर मार्केट में उतना ही पैसा लगाना है जिसके खोने का गम न हो
आप चाहे जितना भी अमीर हो तब भी आपको शेयर बाजार में उतना ही पैसा लगाना है जिसके डूबने का कोई गम ना हो।
आपके पास जो भी पैसा है वह आपने काफी मेहनत से अपने परिवार और बच्चों की सुख-सुविधाओं के लिए कमाया है यदि आप यह सारा पैसा शेयर मार्केट में लगा देंगे तो आपका परिवार संकट में आ सकता है।
आप शेयर बाजार के नियम चाहे नए निवेशक है या पुराने लेकिन शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें कि यहां आपको वही पैसा लगाना है जिसके खोने या डूबने का आपको बहुत ज्यादा गम न हो और न ही इसका कोई असर आपके परिवार पर पड़े।
2 – लोन लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश न करें
मैंने व्यक्तिगत तौर पर भी देखा है कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो बिजनेस लोन या पर्सनल लोन लेकर उस पैसे को शेयर मार्केट में लगा देते हैं जो कि बहुत ही गलत है।
आप शेयर बाजार के कितने भी बड़े खिलाड़ी हो लेकिन आपको इतना जरूर पता होना चाहिए कि यहां 100 प्रतिशत सुरक्षित कुछ भी नही होता है।
इस बाजार में कोई भी ट्रेड लेने पर जितना प्रॉफिट होने की संभावना होती है उतना ही नुकसान होने की भी संभावना रहती है।
इसीलिए पहले ही बता दिया गया है कि शेयर बाजार में वही पैसा लगाना है जिसके खोने पर बहुत ज्यादा दर्द न हो और न ही नियमित दिनचर्या शेयर बाजार के नियम शेयर बाजार के नियम पर कोई असर हो।
3 – एक ही स्टॉक और एक ही सेक्टर में सारा पैसा न लगाएं
शेयर बाजार में जब भी निवेश करे तो कभी भी एक ही स्टॉक और एक ही सेक्टर में पैसा मत लगाएं।
उदाहरण के तौर पर यदि आप बैंकिंग सेक्टर में पैसा लगा रहे हैं तो 5-6 बैंकों में ही सारा पैसा ना लगाएं अथवा फार्मा सेक्टर में पैसे लगा रहे हैं तो सिर्फ फार्मा से संबंधित कंपनियों में ही सारा पैसा मत लगाएं।
बल्कि ऐसा कर सकते हैं कि 1-2 बैंकों में पैसा लगाएं साथ ही साथ 1-2 फार्मा कंपनियों में भी पैसा लगाएं इसके अलावा भी अपनी वित्तीय पोजीशन के हिसाब से अलग-अलग सेक्टर की 1-2 अच्छी कंपनियों में निवेश करें।
अलग-अलग कंपनियों और अलग सेक्टरों में निवेश करने का लाभ यह होता है कि यदि किसी 1-2 सेक्टर के शेयरों के दाम गिर रहे होंगे तो कुछ सेक्टर ऐसे भी होंगे जिनके शेयर के दाम बढ़ गए होंगे।
शेयर बाजार में कभी भी सारे सेक्टरों के दाम ना एक साथ बढ़ते हैं और ना ही एक साथ गिरते हैं बल्कि कोई सेक्टर बढ़ता है तो कोई घटता है।
अलग-अलग सेक्टरों में अपना पैसा लगाने का फायदा यह होता है कि यदि कुछ सेक्टर घाटे में चल रहे होंगे शेयर बाजार के नियम तो कुछ सेक्टर के शेयर फायदे में भी चल रहे होंगे जिससे आपको एक साथ कोई बड़ा घाटा नहीं उठाना पड़ेगा।
4 – निवेश की शुरुआत जल्दी से जल्दी करना चाहिए
दोस्तों निवेश से संबंधित एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी ही निवेश की शुरुआत कर दे। आप जितनी कम उम्र में निवेश की शुरुआत करेंगे भविष्य में उतना ही अच्छा रिटर्न प्राप्त करेंगे।
जैसे कि कोई व्यक्ति 20 वर्ष की उम्र में निवेश की शुरुआत कर देता है और दूसरा व्यक्ति 50 वर्ष की उम्र में निवेश की शुरुआत करता है तो आप समझ सकते हैं कि किसे ज्यादा लाभ प्राप्त होगा।
जिसने 20 वर्ष की आयु में निवेश की शुरुआत कर दी होगी तो जब वह 40-45 वर्ष का होगा तो उसे अच्छा खासा धन प्राप्त होगा और यही वह अवस्था होती है जब इंसान को अधिक पैसे की आवश्यकता भी होती है क्योंकि इसी अवस्था में पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियां अधिक होती हैं।
वहीं यदि कोई व्यक्ति 50 वर्ष की आयु में निवेश की शुरुआत करता है तो हो सकता है कि वह ठीक से निवेश कर ही ना पाए क्योंकि जीवन की इस अवस्था में सबसे अधिक खर्चे होते हैं ऐसे में बचत कर पाना भी मुश्किल होता है और यदि निवेश कर भी लेते हैं तो बहुत अधिक समय तक निवेश में बने रहने मे भी समस्या आती है कोई न कोई आवश्यकता ऐसी आती रहती है जिसकी वजह से अपना निवेश बीच में ही समाप्त करना पड़ जाता है ।
इसलिए यदि किसी को भविष्य में धनवान बनना है तो निवेश की शुरुआत भी बहुत जल्दी और कम उम्र से ही करनी चाहिए।
5 – एक बार शेयर बेचने के बाद कोई पछतावा न करें
बहुत से निवेशक होते हैं जो कि अपना निश्चित प्रॉफिट मिल जाने के बाद शेयर बेच तो देते हैं शेयर बाजार के नियम लेकिन फिर भी उस शेयर के भाव को रोज देखते रहते हैं यदि आगे भी उसका भाव बढ़ रहा होता है तो पछतावा करते रहते हैं कि काश इस शेयर को पहले ना बेचा होता तो आज और ज्यादा प्रॉफिट बन रहा होता।
यह आदत भी बहुत ही गलत होती है आपने कोई शेयर खरीदा और प्रॉफिट लेकर बेच दिया तो उसके मूल्य को बार-बार चेक मत करें आगे वह कितना घटता है या बढ़ता है इसकी चिंता छोड़ कर आगे निवेश करने के लिए कोई दूसरा शेयर ढूंढे।
जिस शेयर को प्रॉफिट लेकर आपने बेच दिया है भूल कर भी उसी शेयर बाजार के नियम शेयर में फिर दोबारा निवेश मत करें यदि करें भी तो बहुत ही छोटा निवेश करें।
6 – दूसरों के बहकावे में आकर कभी भी निवेश मत करें
कभी आपका ब्रोकर आपको कहेगा कि फला शेयर में निवेश कर लीजिए कभी टीवी और न्यूज़पेपर वाले चिल्ला-चिल्ला कर आपको बताएंगे कि यह स्टॉक भागने वाला है जल्दी से निवेश करें बहुत बड़ा प्रॉफिट बन जाएगा।
इसी प्रकार तमाम टिप्स देने वाले लोग भी दिन भर आपके पास फोन करेंगे कि आप इस स्टॉक में निवेश करें बहुत मोटा मुनाफा होगा।
लेकिन इस तरह के झांसे और लालच में आकर आप कभी भी आंख बंद करके अपने पैसे मत निवेश करें आप खुद ही सोचें कि यदि किसी ने कुछ ऐसे शेयर की पहचान कर ली है जो भविष्य में बहुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं तो वह आपको क्यों बताएगा वह खुद ही अपना ढेर सारा पैसा लगाकर बड़ा लाभ कमाएगा।
आप जब भी शेयर बाजार में निवेश करें तो यह ध्यान जरूर रखें कि वह शेयर और उस कंपनी के बारे में अपनी तरफ से पूरी रिसर्च और जानकारी प्राप्त कर ले जब आप पूरी तरह से संतुष्ट हो जाए तभी निवेश करें।
याद रहे पैसा आपका है और निवेश में जो भी लाभ या हानि होगी वह भी सिर्फ आपको ही झेलना है इसलिए बहुत जल्दबाजी में कभी भी निवेश ना करें।
7 – स्टॉपलॉस का कड़ाई से पालन करें
सबसे अच्छा तरीका यह है कि जब भी आप कोई शेयर खरीदते हैं उसी वक्त अपना प्रॉफिट और लॉस भी तय कर ले और stop-loss लगा ले वैसे देखा गया है कि stop-loss तो सभी निवेशक लगाते हैं परंतु उसका पालन नहीं करते बल्कि बार-बार उसे बदलते रहते हैं क्योंकि वह उस शेयर के बारे में भावनात्मक रूप से सोचने लगते हैं शेयर बाजार में नुकसान होने का यह भी एक बहुत बड़ा कारण होता है।
दोस्तों शेयर बाजार से कभी भावनात्मक रूप से ना जुड़े आपने जो प्रॉफिट या लॉस सोच रखा है उसी का सख्ती से पालन करें यदि कभी नुकसान होता है तो उसके बारे में ज्यादा चिंतित मत हो क्योंकि लाभ या हानि तो शेयर बाजार का हिस्सा है।
8 – शेयर बाजार मे कोई भी निवेश 100 प्रतिशत सुरक्षित नही होता है
शेयर बाजार में कोई भी निवेश कभी भी 100% सुरक्षित नहीं होता है इसलिए शेयर बाजार को हमेशा रिस्की माना जाता है।
शेयर बाजार में निवेश करने पर ऊपर बताए गए 7 गोल्डन नियमों का पालन करके अपने निवेश को अधिक से अधिक सुरक्षित बनाने का प्रयास किया जा सकता है।
शेयर बाजार में निवेश करने पर डर और लालच की हमारी भावनाएं भी काफी सक्रिय रहती है इनसे बचने के लिए हमेशा सिर्फ अपने ट्रेडिंग नियम का पालन करें जब जो लक्ष्य रखा है प्रॉफिट या लॉस होने का तो अपने लक्ष्य का पालन करें प्रॉफिट का लक्ष्य मिल जाने पर और प्रॉफिट आ सकता है इसका इंतजार मत करें या फिर लॉस होने पर इस उम्मीद पर अपना stop-loss बार-बार मत बदले कि हो सकता है कि अब बढ़ेगा या तब बढ़ेगा।
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बाजार में किया है निवेश? जान लें सेबी का नया नियम, शेयरों को सुरक्षित करने के लिए उठाया ये बड़ा कदम
Sebi new circular: अब डिपॉजिटरी क्लाइंट के शेयर तभी ब्रोकर के खाते में ट्रांसफर करेंगे, जब इसकी क्लीयरिंग कॉरपोरेशन और क्लाइंट के दिए इंस्ट्रक्शन से इसकी मिलान हो जाएगी. सेबी का सर्कुलर 25 नवंबर से लागू माना जाएगा.
Sebi new circular for stock market: शेयर बाजार के निवेशकों के हित में मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने एक बड़ा कदम उठाया है. सेबी ने निवेशकों के शेयरों को और सुरक्षित करने के लिए नया नियम जारी किया है. सेबी ने शेयरों के पे इन की जांच के लिए सर्कुलर जारी किया है. इसके अंतर्गत अब डिपॉजिटरी क्लाइंट के शेयर तभी ब्रोकर के खाते में ट्रांसफर करेंगे, जब इसकी क्लीयरिंग कॉरपोरेशन और क्लाइंट के दिए इंस्ट्रक्शन से इसकी शेयर बाजार के नियम मिलान हो जाएगी. सेबी का सर्कुलर 25 नवंबर से लागू माना जाएगा.
सर्कुलर के मुताबिक, अब क्लाइंट की नेट डिलीवरी ऑब्लिगेशन से मिलान के बाद ही शेयर ट्रांसफर किए जाएंगे. इसके लिए देखा जाएगा कि क्लाइंट ने खुद इंस्ट्रक्शन दिया है, या फिर उसकी तरफ से दिए गए पावर ऑफ अटॉर्नी वाले व्यक्ति ने इंस्ट्रक्शन दिया है, या फिर डीमैट डेबिट/प्लेज इंस्ट्रक्शन है. इनकी मिलान फिर क्लीयरिंग कॉरपोरेशन की तरफ से दिए गए डिलीवरी ऑब्लिगेशन से मैचिंग होगी. उसके बाद ही क्लाइंट के खाते से शेयर ट्रेडिंग मेंबर के पूल अकाउंट में जाएंगे.
यूनीक क्लाइंट कोड से होगा मिलान
क्लाइंट के खाते से शेयर ट्रेडिंग मेंबर के पूल अकाउंट में जाने के बाद यूनीक क्लाइंट कोड, ट्रेडिंग और क्लीयरिंग मेंबर की आईडी, शेयरों की संख्या और सेटलमेंट के ब्यौरे के साथ मिलान होगा. मिलान नहीं होने पर सौदा रिजेक्ट हो जाएगा. अगर इंस्ट्रक्शन और ऑब्लिगेशन में मिलान नहीं हो रहा है, तो उस पर भी नियम साफ हुआ है. ऐसी स्थितियों में जहां इंस्ट्रक्शन कम का है और ऑब्लिगेशन ज्यादा का है उसमें कम इंस्ट्रक्शन वाली ही बात मानी जाएगी.
बाजार का रुख कैसा भी हो, निवेश करते रहें: शेयर बाजार निचले स्तर पर हो या ऊंचाई पर, धैर्य हो तो हर हाल में होता है फायदा
रिटेल निवेशक आम तौर पर इक्विटी में निवेश से कतराते हैं। धैर्य, जिज्ञासा और जानकारी का अभाव इसकी वजह होती है। ऐसे में वे सही तरीके से पैसा कमाने के इस शानदार जरिए का पूरा फायदा नहीं उठा पाते। कुछ लोग इक्विटी में निवेश के बारे सोचते भी हैं तो बाजार में उतार-चढ़ाव को लेकर सीमित समझ उन्हें ऐसा करने से रोक देती है।
ज्यादातर लोगों को लगता है कि "सस्ता खरीदो और महंगा बेचो'' का नियम शेयर बाजार में काम नहीं करता है। कभी-कभार भारी उतार-चढ़ाव इसकी वजह होती है। लेकिन यह समझ गलत है क्योंकि शेयरों के मामले में यह नियम लंबी अवधि में काम करता है। असल में कोई भी निवेशक या विश्लेषक इस बात का सटीक अंदाजा नहीं लगा सकते कि बाजार कब चढ़ेगा और किस लेवल से इसमें गिरावट शुरू होगी। इसलिए बाजार का रुख कैसा भी हो, निवेश करते रहेंगे तो निश्चित तौर पर जोरदार कमाई होगी। यूनियन म्यूचुअल फंड के सीईओ जी प्रदीप कुमार आपको इक्विटी इन्वेस्टमेंट की बारीकियों को समझा रहे हैं.
पहली स्थिति: मान लीजिए कि एक निवेशक ने 2002 में सालाना 1 लाख रुपए का निवेश तब शुरू किया था, जब निफ्टी-50 निचले स्तर पर था। उसने लगातार 10 साल यानी 2011 तक निवेश जारी रखा। फिर 2011 से लेकर 2022 तक कोई निवेश नहीं किया। लेकिन पहले किया गया निवेश भी नहीं भुनाया। अभी उसकी 10 लाख रुपए की पूंजी बढ़कर 1.09 करोड़ रुपए हो गई है।
सबक: हालात कैसे भी हों, लंबे समय तक टिके रहने वाले निवेशकों को शेयर बाजार मालामाल कर देता है। शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज करते हुए धैर्य रखना इसके लिए जरूरी है।
दूसरी स्थिति: बाजार की बारीकियों से अनजान एक निवेशक ने 2002 में सालाना 1 लाख का निवेश तब शुरू किया था, जब निफ्टी-50 अपने सबसे ऊंचे स्तर पर था। उसने लगातार 10 साल यानी 2011 तक निवेश किया। फिर 2022 तक कोई निवेश नहीं किया। लेकिन पहले किया गया निवेश भी नहीं भुनाया। अभी उसकी भी 10 लाख की पूंजी बढ़कर 67.86 लाख रुपए हो गई है।
सबक: आप शेयर बाजार के सबसे बदकिस्मत निवेशक ही क्यों न हों, लेकिन अगर आपने लंबी अवधि के लिए निवेश कर रखा है तो अंत में आपको बाजार से कई गुना अधिक रिटर्न जरूर मिलेगा।
गिरावट का इंतजार न करें
निवेश के लिए बाजार नीचे आने का इंतजार न करें। बाजार जब चढ़ रहा हो तो कई निवेशक यह सोचकर शेयर नहीं खरीदते कि अभी निवेश महंगा साबित होगा। उन्हें लगता है कि बाजार जल्द गिर सकता है। ऐसे लोग दर्शक बने रह जाते हैं। उनके लिए निवेश का सही वक्त कभी नहीं आता।