क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है

Published at : 18 Feb 2022 10:20 PM (IST) Tags: Russia Cryptocurrency World News Bitcoin international news Ukraine हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
क्या भारत में NFT (Non-Fungible Token) खरीदना या बेचना कानूनी है? जानें क्या है देश में NFTs की कानूनी स्थिति
साल 2009 में सतोषी नाकामोटो नाम के व्यक्ति द्वारा ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित पहली वर्चुअल या क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को बनाया गया, तब से अब तक समय के साथ धीरे-धीरे ब्लॉकचेन तथा क्रिप्टोकरेंसी को दुनियाँ भर में लोकप्रियता मिलती गई है और पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी को सामान्य मुद्रा की भाँति इस्तेमाल किया जाने लगा है। दक्षिण अमेरिकी देश एल सेल्वाडोर ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने क्रिप्टोकरेंसी को वैधानिक मुद्रा के समान मान्यता प्रदान की है।
बिटकॉइन समेत हजारों क्रिप्टोकरेंसी, जो वर्तमान समय में प्रचलन में हैं ब्लॉकचेन तकनीक का केवल एक अनुप्रयोग है, जबकि समय के साथ ब्लॉकचेन तकनीक पर हुई शोधों से यह स्पष्ट हो चुका है, कि इस तकनीक का इस्तेमाल कई अन्य क्षेत्रों जैसे शिक्षा, चिकित्सा, गवर्नेंस, बिजनेस इत्यादि में किया जा सकता है। ब्लॉकचेन तकनीक का ऐसा ही एक महत्वपूर्ण अनुप्रयोग NFTs या Non-Fungible Token पिछले कुछ समय से काफ़ी चर्चाओं में रहा है।
भारत में NFTs क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है का नियमन
किसी देश में कोई भी व्यवस्था तब तक प्रासंगिक नहीं है जब तक कि, उसे कानूनी मान्यता प्राप्त न हो। NFT एक क्रिप्टोकरेंसी आधारित बाज़ार है और क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में भारतीय कानून व्यवस्था वर्तमान में मौन है। हालाँकि 2020 में सर्वोच्च न्यायालय की तीन-न्यायाधीशों की बैंच ने Internet and Mobile Association of India बनाम Reserve Bank of India मामले की सुनवाई करते हुए, अप्रैल 2018 में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पर रिजर्व बैंक द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को रद्द कर दिया था, किन्तु इस फैसले का यह आशय बिल्कुल नहीं है कि, देश में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी रूप से क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है मान्यता प्राप्त हैं।
इसके अतिरिक्त यदि बात NFTs की करें तो भारत सरकार द्वारा इस संबंध में भी अभी तक कोई कानून नहीं बनाया गया है, जो किसी भारतीय निवासी को NFTs खरीदने या बेचने से रोकता हो। यहाँ तक कि अभी तक यह भी तय नहीं है कि, NFTs कोई कमॉडिटी है या प्रतिभूति। सीधे तौर पर NFTs की खरीद-बिक्री गैर-कानूनी नहीं है किंतु जैसा कि, हम जानते हैं NFTs एक डिजिटल संपत्ति हैं अतः पूर्व में संपत्तियों के हस्तांतरण के संबंध में लागू कई अन्य कानून हैं, जो NFT ट्रेडिंग को गैर-कानूनी घोषित कर सकते हैं, ऐसे कुछ कानून निम्नलिखित हैं।
रूस से युद्ध की गहमागहमी के बीच यूक्रेन सरकार का बड़ा फैसला, क्रिप्टोकरेंसी को दी मान्यता
By: ABP Live | Updated at : 18 Feb 2022 10:20 PM (IST)क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है
Ukraine Approved Cryptocurrency : रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध के हालात बने हुए हैं. कभी भी युद्ध हो सकता है. यूक्रेन में अफरा-तफरी का माहौल है. तनाव के इस माहौल के बीच यूक्रेन से शुक्रवार को एक ऐसी खबर आई जिसने लाखों लोगों का काफी फायदा करा दिया. दरअसल, यूक्रेन ने इस तनावपूर्ण माहौल के बीच में यूक्रेन की संसद ने क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) से जुड़ा कानून पास कर दिया. इसके बाद यूक्रेन में बिटकॉइन (Bitcoin) और अन्य दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को देश में लीगल हो गईं हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इस बिल के समर्थन में 272 सांसदों ने वोट दिया, जबकि 6 ने इसका विरोध किया.
क्या कहा उप प्रधानमंत्री ने
क्रिप्टोकरेंसी के जरिए यूक्रेन को मिल रहा बंपर डोनेशन, जेलेंस्की ने बना दिया नया कानून; रूस की बढ़ेंगी मुश्किलें?
यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच युद्धग्रस्त देश में क्रिप्टोकरेंसी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यूक्रेन को कथित तौर पर पिछले महीने संकट शुरू होने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी के रूप में 100 मिलियन डॉलर (करीब 758270000 रुपये) से अधिक का दान मिल चुका है।
हालांकि यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी लीगल नहीं थी। लेकिन अब हो गई है। अब, राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने के लिए एक कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसका मतलब है कि यूक्रेन अब उन सप्लायर्स से कुछ भी खरीद सकता है जो क्रिप्टोकरेंसी में डील करते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को क्या सरकार ने कानूनी करार दे दिया है, आसान भाषा में समझिए 30 फीसदी टैक्स के क्या हैं मायने
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण(Nirmala Sitharaman) ने संसद भवन में दूसरी बार पेपरेलस बजट पेश किया. करीब 90 मिनट के भाषण में निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल करेंसी(Virtual Currency) और डिजिटल रुपया का जिक्र किया, जिसके बाद सोशल मीडिया से लेकर हर जगह ये चर्चा होने लगी कि सरकार ने क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है क्रिप्टोकरेंसी(Crypto Latest News) को कानूनी करार दे दिया है. अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो 30 फीसदी टैक्स की वजह से ये समझ रहे हैं कि यह वैध हो गया है तो पूरी जानकारी पहले ले लीजिए फिर किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं.
रिजर्व बैंक लाएगा डिजिटल रुपया
भारत में क्रिप्टो करेंसी legal हैं या illegal क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी प्रतिबंध है.
बहुत सारे लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? तो इसका जवाब हां और नहीं दोनों में है. दरअसल, सरकार केवल उसी डिजिटल करेंसी को लीगल यानी वैध मान रही है, जो करेंसी Reserve Bank of India द्वारा जारी की जाएगी. इसका मतलब ये हुआ कि अभी जो Crypto Currency है, जैसे Bitcoin, उसे डिजिटल करेंसी नहीं माना जाएगा. बल्कि उसे डिजिटल Asset माना जाएगा. अगर आपको ये सब जटिल लग रहा है तो इसे ऐसे समझिए कि आप जो सोना खरीदते हैं या जो आपका घर है, वो आपके Assets हैं. यानी आपकी सम्पत्ति है, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी, और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. इसलिए अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल मान लिया गया है तो ये तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं होगा. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.