सिक्का बाजार

आप आसानी से देशभर के किसी भी डाकघर में सिक्के देकर नोट ले सकते हैं। आरबीआई के दिशानिर्देश के अनुसार यह सुविधा देशभर के डाकघर उपलब्ध करा रहे हैं।
Diwali 2022: गणेश-लक्ष्मी के साथ चांदी के सिक्कों पर दिखे महात्मा गांधी, बाजार में बढ़ी डिमांड
By: ABP Live | Updated at : 22 Oct 2022 05:25 PM (IST)
सोने और चांदी का सिक्का
Silver Coin With Mahatma Gandhi Picture: देशभर में धनतेरस (Dhanteras) और दिवाली (Diwali 2022) को लेकर मार्केट सजे हुए है. आपको बता दे कि इस मौके पर बाजार में तरह-तरह के गोल्ड-सिल्वर के सिक्के खरीदने को लेकर डिमांड बनी हुई हैं. इस बार महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की तस्वीर वाला चांदी का सिक्का सबसे ज्यादा डिमांड में है. इस खबर में हम आपको इसकी डिमांड के बारे में बताने जा रहे है.
गणेश और लक्ष्मी के सिक्के बढ़ा रहे शोभा
आपको मालूम हो कि धनतेरस के अवसर पर देश के कुछ बाजारों की रौनक देखते ही बनती है. गणेश और लक्ष्मी जी वाले चांदी के सिक्के सिक्के बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं. इनकी भी डिमांड बनी हुई है. गणेश-लक्ष्मीजी की तस्वीर वाला चांदी का सिक्का लोग पूजन के लिए खूब खरीदा जा रहा हैं.
Diwali 2022: चांदी के नाम पर जर्मन सिल्वर तो नहीं खरीद रहे आप, बाजार में नकली सिक्कों की भरमार
Diwali 2022 दिवाली के उत्सव पर बाजार में खरीदारों की भीड़ को देखते हुए कुछ दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिलावटी चांदी बेचते हैं। ऐसे में आप हमारी इस आर्टिकल में दी गईं ट्रिक्स को अपनाकर आसानी से असली और नकली सिक्कों में अंतर पता कर सकते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली का मौका है और इस दौरान लोग घरों में पूजन के लिए सोना- चांदी खरीदना पसंद करते हैं। माना जाता है कि दिवाली के समय घर में सोना-चांदी लाने से समृद्धि बढ़ती है और माता लक्ष्मी जी की कृपा आप पर बनी रहती हैं। पिछले कुछ दशकों में सोने की कीमत में काफी उछाल आया है और यह आम आदमी के बजट से बाहर हो गया है। ऐसे में बहुत से लोग दिवाली के उत्सव को मनाने के लिए चांदी के सिक्के या फिर गणेश जी और लक्ष्मी जी की चांदी की सिक्के से ही पूजन करना पसंद करते हैं।
शुद्ध चांदी के मापदंड
चांदी की शुद्धता के लिए फाइननेस (Fineness) मापदंड उपयोग किया जाता है। यह कुछ हद तक सोने कैरेट की तरह ही होता है। इसमें शुद्धता का मापदंड 999, 925, 900 से तय किया जाता है। यह नंबर जितना अधिक होगा, चांदी भी उतनी ही शुद्ध होगी। यह पूरे राष्ट्रीय स्तर पर मान्य है और इसे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स द्वारा तय किया गया है।
जर्मन सिल्वर मिलाकर बेचे जाते हैं सिक्के
दिवाली के अवसर पर बाजार में मांग को देखते हुए कई दुकानदार जर्मन सिल्वर और गिलट मिलाकर सिक्के बेचते हैं। यह मिलावट दो तरीके से की जाती है- पहला चांदी के सिक्कों में 30 से 40 प्रतिशत गिलट या फिर जर्मन सिल्वर मिलाकर बेचा जाता है और दूसरा 99 प्रतिशत गिलट या फिर जर्मन सिल्वर के सिक्के बेचे जाते हैं, जिस पर चांदी की पॉलिश की जाती है।
चांदी की शुद्धता कैसे करें पहचान
मैग्नेट टेस्ट
चांदी की सबसे बड़ी खास बात होती है कि धातु होने के बाद भी इसमें कोई भी चुंबकीय गुण नहीं होता है। अगर दुकानदार द्वारा बेची जाने वाली चांदी मैग्नेट से चिपक कर रही है तो समझ लीजिए कि उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है और वह असली चांदी नहीं है।
बर्फ से सिक्का बाजार करें टेस्ट
चांदी पर बर्फ अन्य धातुओं के अपेक्षा काफी तेजी से निकलती है। इसके जरिए भी आसानी से आप असली और नकली चांदी में फर्क कर सकते हैं ।
चांदी को घिसकर
चांदी को घिसकर या सिक्का बाजार फिर रगड़कर टेस्ट करना काफी एक अच्छा परीक्षण माना जाता है। चांदी को घिसने पर अगर एक सफेद लाइन बन रही है, तो वह असली है। अगर उसमें किसी और रंग की लाइन बनती है, तो मान लीजिए वह मिलावटी है।
यह भी जानिए
इससे लक्ष्मी गणेश का पूजन करने शुभ होता है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह है कि लक्ष्मी गणेश के चित्रों वाले चांदी के सिक्कों की पूजा होती हैं, लेकिन इन्हें बाजार में चलाया नहीं जा सकता हैं। जब कि वर्ष 1835 के विलियम की फोटो वाला चांदी का रुपया बाजार में चलता था, इसका मोल देकर कोई भी वस्तु खरीदी जा सकती थी। इसलिए दीपावली पूजन में इस रुपये का महत्व अधिक है, और असली सिक्का माना भी गया है। चांदी के रुपये की 2 हजार रुपये है आज कीमत बाजार में इस समय सबसे पुराना चांदी का रुपया साल 1835 का है, इसपर विलियम की फोटो सिक्का बाजार अंकित है। इनका वजन 11.660 ग्राम और कीमत 2 हजार रुपसे है। इसके बाद वर्ष 1840 के चुटियां वाली क्वीन विक्टोरिया का चित्र अंकित है। इनका वजन 11.660 ग्राम और कीमत 1200 रुपये है।
इस प्रकार है कीमत
1862 का ताज वाली क्वीन विक्टोरिया का चित्र बना हुआ है। वजन 11.640 ग्राम और कीमत 900 रुपये हैं। साल 1874 में भी ताज वाली विक्टोरिया एम्पेस का चांदी का रुपया चलन में था। इसका वजन 11.640 ग्राम और आज इसकी कीमत 900 रुपये है। इसके बाद 1902 ये 1910 तक एडवर्ड के चित्र वाले सिक्के वजन 11.660 ग्राम अज्ञैर कीमत 850 रुपये। 1911 से 1922 तक के जार्ज पंचम किंग एंप्रेस के 11.660 वजन के सिक्के के कीमत 850 रुपये हैं, और आखिरी चांदी का रुपया 1938 से 1945 का जार्ज सिक्सथ का है। हालांकि साल 1939 के मध्य के बाद के चांदी के जो सिक्के उपलब्ध है। उनमें अन्य धातु मिली हुई है।
संपदा का वरदान पाने का इच्छुक
इस समय के बाद चांदी का रुपया कभी लेन देन और चलन में नहीं रहा। बाजार में छाया एक किलो का लक्ष्मी गणेश वाला सिक्का दीपावली पर्व पर हर कोई चांदी का सिक्का खरीदकर माता लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा कर धन संपदा का वरदान पाने का इच्छुक है। ऐसे में चांदी के सिक्के, लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां, हटरी, बर्तन, तुलसी का पौधा, चांदी के नोट और दीपक, घंटी की चमक से बाजार रोशन है।
देखने में भी काफी आकर्षक
इस बार लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां जहां 100 ग्राम से 1 किलो वजन में उपलब्ध हैं। वहीं चांदी के लक्ष्मी गणेश जी वाले सिक्के 10 ग्राम से लेकर 1 किलो वजन में मिल रहे हैं। इनकी कीमत 650 रुपये से 65 हजार रुपये सिक्का बाजार तक है। जो देखने में भी काफी आकर्षक है। इसके अलावा लक्ष्मी गणेश के रंगीन प्रिंट वाले सिक्कों की भी खूब मांग हैं।
पुराना दो रुपये का सिक्का साढ़े तीन में बिक रहा
लखनऊ ब्यूरो
Updated Tue, 19 Apr 2022 12:15 AM IST
सीतापुर। सुनकर आश्चर्य होगा पर यह सच है। दो रुपये का पुराना सिक्का 3.50 रुपये में बिक रहा है। पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के जिनकी कीमत 100 रुपये है, वे 115 रुपये में बिक रहे हैं। लालबाग बाजार में सिक्के बदलने का कारोबार फल-फूल रहा है। जिले में कई आभूषण व्यापारी भी पुराने सिक्कों को सिक्का बाजार महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। ये सिक्के 1995 से 2005 के बीच के बने हुए हैं।
जिले में पुराने सिक्कों को बदलने का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। पांच रुपये का पुराना सिक्का बाजार सिक्का नये सिक्के से मोटा है। पुराने सिक्के का वजन भी ज्यादा है। इसी तरह दो रुपये का पुराना सिक्का भी नए से वजनदार है। अब इन पुराने सिक्के बाजार से धीरे-धीरे गायब होने लगे हैं। शुरुआत में पांच रुपये के 20 सिक्के जिनकी कीमत सौ रुपये है, इन्हें बदलने पर 110 रुपये मिल जाते थे। पहले कुछ ही व्यापारी इसका काम करते थे।
धीरे-धीरे जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो यह कारोबार अब कई लोग करने लगे हैं। अब पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के देने पर 115 रुपये मिल रहे हैं। इसी तरह दो रुपये का पुराना एक सिक्का बदलने पर 3.50 रुपये मिल रहे हैं। यानी एक सिक्के पर सीधे 1.50 रुपये का लाभ मिल रहा है। यह कारोबार लालबाग बाजार में नोट बदलने वाले कर रहे हैं।
कई आभूषण व्यापारी चोरी छिपे बट्टा देकर लोगों से सिक्का ले रहे हैं। सिक्का बदलने वाले व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह लोग इस कारोबार में शामिल होते रहे तो आने वाले दिनों में इन सिक्कों की कीमत और अधिक बढ़ जाएगी। जब कीमत से अधिक रुपये का लाभ मिल रहा है तो लोग इन सिक्कों को इकट्ठा करके खूब कमाई कर रहे हैं।
गिलट में हो रहा है उपयोग
एक आभूषण व्यापारी ने बताया कि पुराने पांच व दो रुपये के सिक्के में गिलट धातु का इस्तेमाल किया गया है। इस समय गिलट की धातु बाजार में महंगी हो रही है। इसी वजह से इन सिक्कों का उपयोग अब गिलट के रूप में किया जाने लगा है। इसी वजह से इन सिक्कों को इकट्ठा करके एक साथ गला दिया जाता है। उस गलन में निकली धातु से गिलट की पायल, बिछिया सहित अन्य आइटम बनाए जाते हैं।
नियम विरुद्ध है यह काम
जिले में सिक्के के बदले अतिरिक्त रुपये मिलने की जानकारी नहीं है। न ही इस सिक्का बाजार तरह बदलने का कोई नियम है। अगर कोई ऐसा कर रहा है या सिक्कों को गला रहा है तो यह नियम विरुद्ध है।
- अनल कुमार, एलडीएम
देश की 4 टकसालों में सिक्कों का उत्पादन हुआ बंद, ज्यादा सप्लाई के चलते उठाया कदम
नवंबर 2016 में लिए नोटबंदी के फैसले के बाद लगता है मोदी सरकार अब सिक्का बंदी की तैयारी में दिखाई दे रही है।
सिक्के स्वीकार करने से इनकार नहीं करेंगे बैंक, FY 2019-20 में अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.4% रहने के आसार
सरकार ने प्रमुख वैश्विक संस्थाओं की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का रुख सकारात्मक है और वित्त वर्ष 2019-20 में आर्थिक विकास दर 7.4 प्रतिशत होने के आसार हैं।
40 हजार के करीब पहुंचा चांदी का भाव, सोने की कीमतों में आज नहीं हुआ बदलाव
दिल्ली सर्राफा बाजार में उपभोक्ता उद्योगों की मांग बढ़ने से चांदी की कीमत आज 140 रुपए के सुधार के साथ 39,850 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई।
सिक्कों की परेशानी पर आरबीआई ने उठाया कदम, बैंक वापस लेने में नहीं कर सकेंगे आना-कानी
ठीक सौ साल पहले 30 नवंबर 1917 को ही यह एक रुपए का नोट सामने आया जिस पर ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की तस्वीर छपी थी