Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें

एक बार जब आप लेआउट को चुनते हैं, तो यह चार्ट ऐसा दिखाई देता है। सभी तीन चार्ट में आप एक ही स्टॉक, एक ही टाइमफ्रेम देख रहे हैं – इंडिगो का 1 डे चार्ट ।
Stochastic Indicator kya hai? jaane Stochastic Indicator kaha use hota hai
Stochastic Indicator एक बहुत ही उपयोगी इंडिकेटर है, यह यू कहे टेक्निकल एनालिसिस करने में Stochastic Indicator उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है। हम लोग आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि Stochastic Indicator का हम उपयोग कैसे कर सकते है तथा इसकी सहायता से हम अपनी ट्रेडिंग को कैसे बेहतर बना सकते है।
कैसे बनता है Stochastic Indicator :
Stochastic Indicator रिसेंट प्राइस की जानकारी तथा रिसेंट हाई,लो की जानकारी ले कर हमे किसी भी स्टॉक के momentum की जानकारी देता है। Stochastic Indicator हम ये नही पता लगा सकते की ये किस ओर मूव करे गा ये हमे momentum बताया है और ये ऊपर था नीचे किसी ओर हो सकता है।
Stochastic Indicator 2 लाइनों से बना होता है। लाइन 1 को %K लाइन कहा जाता है और दूसरी लाइन को %D लाइन कहा जाता है %k का 3 दिन का सिम्पल मूविंग एवरेज ही %D लाइन है।
Stochastic Indicator का उपयोग कर ट्रेडिंग को कैसे बेहतर बनाए :
अब सवाल यह उठता है कि हम अपनी ट्रेडिंग को बेहतर बनाने के लिए Stochastic आरएसआई का उपयोग कैसे कर सकते हैं। जैसा कि पहले बताया गया है, Stochastic Indicator का उपयोग करते टाइम ट्रेडर डी लाइन पर अधिक ध्यान देते हैं।
Stochastic indicator 0 से 100 के बीच में ही मूव करता है। 2 लाइनों में से %K लाइन %D लाइन से तेज है। जब डी लाइन्स ओवरबॉट जोन यानी 80 से ऊपर पहुंच जाती हैं तो ट्रेडर बिक्री के मौके तलाशते हैं। इसी तरह, जब डी लाइन 20 से नीचे चली जाती है तो उस ज़ोन को ओवरसोल्ड ज़ोन कहा जाता है, और वहाँ, ट्रेडर्स खरीदने के अवसरों की तलाश करते हैं।
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नोट : यह एक और ध्यान देने वाली बात है कि आप लोग केवल Stochastic indicator का उपयोग कर के किसी स्टॉक को खरीद या बेच नही सकते है एंट्री लेने के लिए आप Pivot Points Standard को देख सकते है या Fibonacci Retracement लेवल टेस्ट करे आदि, आप अपने हिसाब से देखे जो आप को अच्छा लगे।
Stochastic Indicator से लाभ:
टेक्निकल एनालिसिस करने में उपयोग होने वाले सभी इंडिकेटरो में सबसे आसान इंडिकेटर में से एक है , आम तौर पर, सभी indicator को सेटिंग संशोधन की थोड़ी आवश्यकता होती है लेकिन हम इसकी डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स को बदले बिना स्टोचास्टिक इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं।
Stochastic इंडिकेटर का एक और फायदा यह है कि इसके द्वारा उत्पन्न सिग्नल विश्वसनीय होते हैं और लाइव बाजारों में आसानी से देखे जा सकते हैं। जिसे हम अपनी ट्रेडिंग में लॉस को कम kar सकते है
जैसा कि प्रत्येक Indicator की कुछ सीमाएँ होती हैं, यहाँ Stochastic Indicator की कुछ सीमाएँ हैं –
जैसा कि मैंने पहले बताया है केवल Stochastic Indicator का उपयोग स्टॉक को खरीदने और बेचने के लिए नहीं किया जा सकता है। इसके लिए आप को कई सारी और जानकारी की आवश्कता होती है आप लोग केवल Stochastic Indicator का उपयोग कर के कोई पोजिशन न बनाए Pivot Points Standard, आदि देखे।
ट्रेडिंगव्यू के उपयोगी फीचर
इसीलिए मुझे लगा कि मैं ट्रेडिंगव्यू (TV) की अपनी कुछ पसंदीदा विशेषताएं आपको बता दूं। उम्मीद है कि इससे आपको मदद मिलेगी, खासकर यदि आप ट्रेडिंगव्यू (TV) पर नए हैं। ट्रेडिंगव्यू (TV) पर अधिकतर चार्टिंग सुविधाएं आसान हैं और उनको समझना मुश्किल नहीं होगा। लेकिन मैं कुछ ऐसी चीजों पर बात करूंगा जो तब काफी काम आ सकती हैं जब आप चार्ट के साथ काम कर रहे हों।
यह फीचर सिर्फ TV पर ही नहीं है इसके अलावा दूसरे प्लेटफार्म पर भी ये सुविधा है लेकिन मुझे लगता है कि यह अन्य प्लेटफार्मों की तुलना में TV पर बेहतर काम करता है। मुझे यकीन है कि आप में से अधिकांश लोग लेआउट विकल्पों से परिचित हैं।
कल्पना कीजिए कि आप ‘इंडिगो’ पर इंट्राडे ट्रेड करना चाहते हैं। आप ऑर्डर देने से पहले देखना चाहते हैं कि इंडिगो की कीमत अलग-अलग टाइमफ्रेम पर कैसी दिखती है। आमतौर पर आपको टाइमफ्रेम को 1 दिन से 15 मिनट या 5 मिनट में बदलना होगा। हालांकि ऐसा करने से काम पूरा हो जाएगा लेकिन और भी अच्छा होता यदि आप अलग अलग टाइमफ्रेम का चार्ट एक साथ देख सकते। इससे आपको कीमत की तुलना करने में मदद मिलती। उदाहरण के लिए, मुझे 1 दिन का चार्ट, 30 मिनट का चार्ट और 15 मिनट का चार्ट सभी एक ही समय में देखना पसंद आता ।
21.2 सुधारने और फिर से करने यानी undo and redo की सुविधा
यह एक और विशेषता है जो मुझे बहुत पसंद है। कई बार मैं चार्ट में गलत ट्रेंड लाइन्स और इंडिकेटर्स लगा देता हूं, जैसे ये :
दूसरे जगह पर आपको इस ट्रेंड लाइन को चुन करके उसे डिलीट करना यानी मिटाना होगा, लेकिन TV पर ये सिर्फ एक क्लिक से हो सकता है। ध्यान दें कि ये सुविधा सिर्फ सबसे आखिर वाले एक्शन को सुधारने के लिए ही है।
21.3- चार्ट में टाइमफ्रेम पर स्टडी करने यानी विजीबिल्टी की सुविधा (Visibility)
एक और रोचक सुविधा है विजीबिलिटी की। इसके जरिए आप किसी भी ट्रेंड लाइन या ड्रॉइंग को किसी भी टाइम फ्रेम पर देख सकते हैं। जैसे यहाँ फिबोनाची रीट्रेसमेंट को EOD चार्ट पर दिखाया गया है
अब मैं इसकी जगह एक हर घंटे वाला चार्ट लाता हूं और फिबोनाची रीट्रेसमेंट अभी भी देख सकता हूं।
ये एक भटकाने वाली बात भी हो सकती है क्योंकि ये इस टाइमफ्रेम के लिए काम की स्टडी नहीं है। लेकिन TV में ये सुविधा इसलिए दी गयी है जिससे Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें आप अपने मनचाहे टाइमफ्रेम में इसका उपयोग कर सकें। और आप जब टाइमफ्रेम बदलें तो ये स्टडी नहीं दिखेगी। इसके लिए आपको सिर्फ स्टडी की सेटिंग बदलनी होगी।
21.4- किसी भी तारीख पर जाने यानी गो टू डेट की सुविधा (Go-to date)
कितनी ही बार आप यह पता लगाना चाहते हैं कि एक निश्चित समय पर और एक निश्चित तारीख को शेयर की कीमत में क्या हो रहा था? उदाहरण के लिए मान लीजिए कि मैं जानना चाहता हूं कि Infy ने 2 जनवरी 2019 को दोपहर 12:30 बजे क्या किया था। यह पता लगाने के लिए, आपको आमतौर पर चार्ट के माध्यम से स्क्रॉल करना होगा और कई कोशिशों के बाद आप सटीक तिथि पर पहुंचेंगे। TV के साथ ऐसा कोई झंझट नहीं है, क्योंकि TV में एक ‘गो-टू’ सुविधा है। यह फीचर आपको इंट्राडे आधार पर भी सटीक कैंडल तक ले जा सकता है। यह फीचर चार्ट के निचले भाग में उपलब्ध है।
यहाँ मैं 5 मार्च के 12.15 बजे के कैंडल को देख रहा हूं
एमएसीडी इंडिकेटर का उपयोग कैसे करें – विवरण जानिए
हिंदी
स्टॉक ट्रेडिंग में गहराई से विश्लेषण शामिल होता है। आपके द्वारा निवेश किए जा रहे स्टॉक के सभी आवश्यक विवरण आपके पास यह सुनिश्चित करने के लिए होना चाहिए कि आप अपने निवेश पर मुनाफा निश्चित कर सकते हैं। स्टॉक्स की गति की भविष्यवाणी करने के लिए वित्तीय विवरणों को पढ़ने से लेकर तकनीकी चार्ट और इंडिकेटर तक – यह आपके निवेश को सही पाने के लिए बहुत सारे शोध और तथ्य लेता है। तकनीकी इंडिकेटर व्यापारिक समुदाय में विशेष रूप से लोकप्रिय हो गए हैं क्योंकि आप सुरुचिपूर्ण कम्प्यूटरीकृत चार्ट Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें प्राप्त कर सकते हैं जो आपको स्टॉक्स की गति और रुझानों को समझने में मदद कर सकते हैं। आइए समझते हैं कि एमएसीडी इंडिकेटर क्या है और इसका उपयोग कैसे करें।
एमएसीडी इंडिकेटर क्या है?
मूविंग एवरेज और कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस के लिए लघु , एमएसीडी एक लोकप्रिय गति और प्रवृत्ति-निम्नलिखित इंडिकेटर है जिसे गेराल्ड एपेल द्वारा विकसित किया गया था। इंडिकेटर मूविंग एवरेज की जानकारी पर केंद्रित है , जो इसे एक विश्वसनीय गति फिल्टर और उपकरण बनाता है , जिसे आप स्टॉक् मार्केट में व्यापार करते समय उपयोग कर सकते हैं। इंडिकेटर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि विश्लेषक स्टॉक प्रक्रियाओं का विश्लेषण करते समय गति , शक्ति , रुझान और दिशा में परिवर्तन प्रकट कर सकते हैं। मुख्य रूप से , इस इंडिकेटर में तीन मुख्य , विशिष्ट घटक होते हैं , जिनके बारे में आपको जानना चाहिए , इससे पहले कि आप समझ सकें कि एमएसीडी का प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे किया जाए। वे इस प्रकार हैं :
Technical Analysis क्या है Short-Term Trading कैसे करे ?
शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अगर हमने अगर सबसे ज़्यादा किसी वस्तु के बारे में सुना है तो वो Technical Analysis है। Technical Analysis की शुरुआत शेयर बाजार से पहले ही हो चुकी थी। सामान्यत Technical Analysis का उपयोग Intra-Day Trading और Short-term Trading के ज़्यादा किया जाता है।
Technical Analysis में हमे किसी शेयर के प्राइस एक्शन , वॉल्यूम , डेलिवरी डाटा को देख़ते है और एक निष्कर्ष निकालते है की शेयर का भाव ऊपर जाएगा या नीचे जायगा। Technical Analysis में हम विभ्भिन इंडिकेटर्स की सहायता से एक शेयर में हो रही गतिविधियों को समझते है।
फंडामेंटल बनाम टेक्निकल एनालिसिस
Technical Analysis में ऐतिहासिक आंकड़ों को मध्यनज़र रखते हुए किसी शेयर पर निष्कर्ष निकालते निकाला जाता है। जबकि Fundamental Analysis में कमपनी के वयवसाय , बिज़नेस मॉडल , फाइनेंसियल स्टेटमेंट , मैनजमेंट Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें आदि को देख कर निवेश किया जाता है। Technical Analysis में शेयर के प्राइस एक्शन , वॉल्यूम के बेसिक्स पर शेयर के Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें ट्रेंड का पता लगाया जाता है ताकि शार्ट-टर्म में ट्रेडिंग की जा सके।
Charts
Charts Technical Analysis का सबसे महवपूर्ण टूल है जिसकी सहायता से किसी शेयर के प्राइस को अलग अलग समय पर देखा जा सकता है। चार्ट्स की सहायता से शेयर Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें के ओपन हाई लौ क्लोज का भी आसानी से पता चलता है।
1. Line Chart : जैसा की नाम से हमे पता चल रहा है की Line Chart हमे किसी भी शेयर के प्राइस को लाइन्स के माध्यम से प्रदर्शित करता है। Line Chart चार्ट्स का सबसे बेसिस चार्ट है। इसमें शेयर के ओपन , हाई , लौ ,क्लोज का पता लगाना थोड़ा मुश्किल है।
Supertrend Indicator का उपयोग कैसे करे
- Supertrend Indicator का उपयोग करने के लिए सबसे पहले अपने किसी भी पसंदीदा शेयर का चार्ट ओपन करे जिसे आप ट्रेड करना चाहते हो।
- अपने ट्रेड के अनुसार चार्ट के टाइम पीरियड को बदल दे अगर आप इंट्राडे के लिए ट्रेड कर रहे तो चार्ट का पीरियड 15 मिनट कर दे लकिन अगर आप शार्ट - टर्म के लिए ट्रेड कर रहे है तो चार्ट पीरियड को 1 डे पर रखे
- चार्ट में अब इंडीकेटर्स में जाकर Supertrend इन्सर्ट करे, Supertrend की सेटिंग को आप अपने मुताबिक बदल भी सकते है
- अब प्राइस एक्शन और Supertrend के साथ चार्ट को ट्रैक करे Supertrend के सिगनल को फॉलो करते हुए शेयर में अपनी buy और Sell की पोजीशन बनाइये
- Supertrend , RSI और MACD Indicator की तरह एक ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर है जिसे चार्ट में प्राइस के साथ आसानी से प्लॉट किया जा सकता है।
- Supertrend शेयर के बाइंग और सेल्लिंग के एक्यूरेट सिग्नल देता है।
- Supertrend को लाइन्स के माध्यम से दर्शाया गया है जिसके कारण इसे आसानी से समझा जा सकता है।
- Supertrend इंट्राडे के लिए बहुत महवत्पूर्ण है।
- Supertrend को किसी भी टाइम फ्रेम में आसानी से'देखा जा सकता है।
- Supertrend सभी प्लेटफॉर्म्स पर निशुल्क उपलब्ध है।
Supertrend Indicator की कमियां
- Supertrend बाजार के केवल ट्रेंडिंग होने पर ही कार्य करता है। साइडवेज़ मार्केट में Supertrend भी साइडवेज़ हो जाता है
- Supertrend हर बार एक्यूरेट सिग्नल नहीं देता है।
Supertrend में कुछ कमियाँ होने के बावजूद भी Intraday ट्रेडिंग के लिए ये बहुत ही अच्छा ट्रैंड फॉलोविंग इंडिकेटर है Supertrend इंट्राडे ट्रेडर्स को तुरंत निर्णय लेने में मदद करता है।
Supertrend Indicator की विभिन्न स्थितियां
Supertrend Signal change to buy
इस स्थिति में अगर शेयर लम्बे समय से कंसोलिडेट कर रहा है या डाउनट्रेंड में चल रहा है और Supertrend में अचानक buy सिग्नल बनता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो रहा Binance पर ट्रेंड लाइन्स का उपयोग कैसे करें है और शेयर में तेजी आने वाली है।
Supertrend Signal Change to Sell
ये स्थिति पहले वाली स्थिति से पूरी तरह उलटी है ,इस स्थिति में अगर शेयर लम्बे समय से तेजी में है और Supertrend में अचानक Sell सिग्नल बनता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो रहा है और शेयर में गिरावट आने वाली है।
Price Nearing Supertrend Support
Supertrend, सपोर्ट और रेसिस्टेन्स के रूप में भी कार्य करता है और इसकी सहायता से स्टॉपलॉस भी आसानी से लगाया जा सकता है। अगर शेयर बार बार Supertrend के सपोर्ट पर आकर रुकता है एवम सपोर्ट से ही वापस ऊपर चला जाता है तो उस प्राइस पॉइंट को हम स्ट्रांग सपोर्ट मानेंगे एवं उसे एक स्टॉपलॉस के रूप में भी उपयोग कर सकते है।