एक दलाल चुनना

Updated Fri, 12 Apr 2019 11:07 PM IST
सर्जन बन दलाल ने लिखा बाहर की दवा, हंगामा
इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Fri, 12 Apr 2019 11:07 PM IST
सर्जन बन दलाल ने लिखी बाहर की एक दलाल चुनना दवा, हंगामा
तीमारदारों ने पिटाई करने के लिए घेरा, मौका पाकर भाग निकला
अमर उजाला ब्यूरो
प्रतापगढ़। जिला अस्पताल के दलाल खुद ही सर्जन बन गए हैं। मरीजों को कमीशन वाली बाहर की दवा लिख रहे हैं। इसको लेकर शुक्रवार दोपहर जिला अस्पताल के ओपीडी में तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। पिटाई करने के लिए दलालों को घेर लिया। मौका पाकर वह भाग निकला।
जिला अस्पताल के ओपीडी नंबर पांच और छह में डॉक्टर से पहले दलाल पहुंच जाते हैं। मरीजों का पर्चा लेकर दलाल पहले ओपीडी पंजीका में दर्ज करते हैं। इसके बाद खुद को डॉक्टर बताते हैं। कमीशन वाली बाहर की दवा लिखते हैं। शुक्रवार दोपहर स्टेशन रोड के रहने वाले एमआर राहुल का भाई सुरेश इलाज कराने के लिए ओपीडी में पहुंचा। सर्जन वाले कक्ष में एक दलाल बैठा था। दलाल ने एमआर के भाई को एक हजार रुपये की बाहर की दवा लिख दी। मरीज ने दवा खरीदने के बाद अपने भाई को जानकारी दी। इस पर कई लोग ओपीडी में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पीटने के लिए दलाल को घेर लिया, लेकिन वह मौका पाकर भाग निकला। इसकी शिकायत सीएमओ से की गई है। सीएमएस योगेन्द्र यति ने कहा कि शिकायत नहीं मिली है। चिकित्सकों को आदेश जारी कर दिया गया है कि यदि वह अपने बगल किसी को बैठाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दलाल दिखाई पड़े तो उन्हें गिरफ्तार करवाकर तत्काल जेल भेजवाया जाएगा।
सुनील अध्यक्ष रमेश बने रनिंग स्टाफ के सचिव
प्रतापगढ़। रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक हाल में आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए महामंत्री एमएन प्रसाद ने कहा कि लोको रनिंग स्टाफ के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। उसको तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। यह नहीं रुका और उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन होगा। उन्होंने रनिंग अनाउंस की मांग जोरदार तरीके से उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। इस मौके पर प्रतापगढ़ ब्रांच का गठन किया गया। जिसमें सुनील प्रजापति कार्यकारी शाखा अध्यक्ष, रमेश गुप्ता सचिव, संजय पांडे, आरएस नीरज उपाध्यक्ष, अनुपम यादव कोषाध्यक्ष, वीएस मिश्रा, गणेश महतो, सुबोध कुमार संगठन सचिव, मोहम्मद सलीम, आरके कोरी संयुक्त सचिव, निशांत विश्वकर्मा, राजेश्वर मौर्य और अंकित मीडिया प्रभारी, अच्छे लाल संरक्षक और केके वर्मा को अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर अनिल शुक्ला, शफीक अहमद, डीके पांडेय, स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र, श्रीकांत त्रिपाठी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
आत्महत्या करने वाली युवती की हुई शिनाख्त
प्रतापगढ़। अंतू थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के पास ट्रेन से कटकर जान देने वाली महिला की पहचान हो गई है। बीते नौ अप्रैल की सुबह भवानीपुर गांव के सीमप उद्योग नगरी एक्सप्रेस के सामने हतसारा गांव निवासी दूधनाथ वर्मा ने की बेटी ललिता ने ट्रेन के सामने कूद कर जान दी थी। पहचान न होने के कारण शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। पहचान होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जहर खाने से हालत बिगड़ी
प्रतापगढ़। नगर के जोगापुर निवासी 18 वर्षीय जोखूलाल की बेटी कंचन व शुकुलपुर निवासी महबूब के बेटे अंजुम ने शुक्रवार को जहरीला पदार्थ खा लिया । हालत बिगड़ने पर दोनों को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
तीमारदारों ने पिटाई करने के लिए घेरा, मौका पाकर भाग निकला
अमर उजाला ब्यूरो
प्रतापगढ़। जिला अस्पताल के दलाल खुद ही सर्जन बन गए हैं। मरीजों को कमीशन वाली बाहर की दवा लिख रहे हैं। इसको लेकर शुक्रवार दोपहर जिला अस्पताल के ओपीडी में तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। पिटाई करने के लिए दलालों को घेर लिया। मौका पाकर वह भाग निकला।
जिला अस्पताल के ओपीडी नंबर पांच और छह में डॉक्टर से पहले दलाल पहुंच जाते हैं। मरीजों का पर्चा लेकर दलाल पहले ओपीडी पंजीका में दर्ज करते हैं। इसके बाद खुद को डॉक्टर बताते हैं। कमीशन वाली बाहर की दवा लिखते हैं। शुक्रवार दोपहर स्टेशन रोड के रहने वाले एमआर राहुल का भाई सुरेश इलाज कराने के लिए ओपीडी में पहुंचा। सर्जन वाले कक्ष में एक दलाल बैठा था। दलाल ने एमआर के भाई को एक हजार रुपये की बाहर की दवा लिख दी। मरीज ने दवा खरीदने के बाद अपने भाई को जानकारी दी। इस पर कई लोग ओपीडी में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पीटने के लिए दलाल को घेर लिया, लेकिन वह मौका पाकर भाग निकला। इसकी शिकायत सीएमओ से की गई है। सीएमएस योगेन्द्र यति ने कहा कि शिकायत नहीं मिली है। चिकित्सकों को आदेश जारी कर दिया गया है कि यदि वह अपने बगल किसी को बैठाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दलाल दिखाई पड़े तो उन्हें गिरफ्तार करवाकर तत्काल जेल भेजवाया जाएगा।
सुनील अध्यक्ष रमेश बने रनिंग स्टाफ के सचिव
प्रतापगढ़। रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक हाल में आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए महामंत्री एमएन प्रसाद ने कहा कि लोको रनिंग स्टाफ के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। उसको तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। यह नहीं रुका और उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन होगा। उन्होंने रनिंग अनाउंस की मांग जोरदार तरीके से उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। इस मौके पर प्रतापगढ़ ब्रांच का गठन किया गया। जिसमें सुनील प्रजापति कार्यकारी शाखा अध्यक्ष, रमेश गुप्ता सचिव, संजय पांडे, आरएस नीरज उपाध्यक्ष, अनुपम यादव कोषाध्यक्ष, वीएस मिश्रा, गणेश महतो, सुबोध कुमार संगठन सचिव, मोहम्मद सलीम, आरके कोरी संयुक्त सचिव, निशांत विश्वकर्मा, राजेश्वर मौर्य और अंकित मीडिया प्रभारी, अच्छे लाल संरक्षक और केके वर्मा को अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर अनिल शुक्ला, शफीक अहमद, डीके पांडेय, स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र, श्रीकांत त्रिपाठी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
आत्महत्या करने वाली युवती की हुई शिनाख्त
प्रतापगढ़। अंतू थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के पास ट्रेन से कटकर जान देने वाली महिला की पहचान हो गई है। बीते नौ अप्रैल की सुबह भवानीपुर गांव एक दलाल चुनना के सीमप उद्योग नगरी एक्सप्रेस के सामने हतसारा गांव निवासी दूधनाथ वर्मा ने की बेटी ललिता ने ट्रेन के सामने कूद कर जान दी थी। पहचान न होने के कारण शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। पहचान होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जहर खाने से हालत बिगड़ी
प्रतापगढ़। नगर के जोगापुर निवासी 18 वर्षीय जोखूलाल की बेटी कंचन व शुकुलपुर निवासी महबूब के बेटे अंजुम एक दलाल चुनना ने शुक्रवार को जहरीला पदार्थ खा लिया । हालत बिगड़ने पर दोनों को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
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द्विआधारी विकल्प क्या हैं?
द्विआधारी विकल्प वित्तीय विकल्प हैं जो दो भुगतान विकल्पों के साथ आते हैं: एक निश्चित राशि या कुछ भी नहीं। इसे बाइनरी कहा जाता है क्योंकि यह सही या गलत हो सकता है। आपको दो संभावित परिणामों के परिणाम की भविष्यवाणी करनी होगी। इसका सकारात्मक पहलू यह है कि जब आप निवेश करते हैं, तो आपको पता होता है कि आप कितनी राशि का जोखिम उठा रहे हैं।
बाइनरी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें
ब्रोकर चुनते समय प्रतिष्ठा आवश्यक है। इसी तरह, सबसे अच्छा बाइनरी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनते समय निकासी के तरीके और समय पर विचार करना चाहिए। एमटी4 और एमटी5 जैसे टर्मिनलों का उपयोग करते समय आपको किसी भी डिवाइस से काम करने में सक्षम होना चाहिए। साथ ही, अपनी आय क्षमता बढ़ाने के लिए ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स पर विचार करें। आपको अधिक संपत्ति और विकल्पों के प्रकार वाले दलालों की आवश्यकता है। आप ब्रोकर द्वारा प्रदान किए गए एनालिटिक्स की गुणवत्ता और चार्ज किए गए शुल्क का भी आकलन कर सकते हैं। अंत में, ग्राहक सेवा, घंटों और दिनों की सेवा की पेशकश की जाती है, और भाषा समर्थन कर्मचारी संवाद कर सकते हैं।
कैसे द्विआधारी विकल्प दलाल पैसा कमाते हैं?
प्रत्येक द्विआधारी विकल्प दलाल का एक अनूठा व्यवसाय मॉडल होता है। कुछ प्लेटफार्मों में ट्रेडिंग शुल्क होता है, जबकि अन्य अपने व्यापारियों द्वारा अर्जित राजस्व का प्रतिशत लेते हैं। अन्य साधनों में एक्सचेंज मॉडल पर काम करना और ट्रेडों को खोने पर लगाए एक दलाल चुनना गए पैसे को भुनाना शामिल है। ब्रोकर का चयन करते समय, ट्रेडों से जुड़े सभी शुल्कों पर शोध करना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपने लिए सही प्लेटफॉर्म ढूंढ सकें।
क्या द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग सुरक्षित है?
द्विआधारी विकल्प बाजार में कई नुकसान और अप्रत्याशित परिस्थितियां हैं। पारदर्शिता के बावजूद वे कुछ जोखिम भरे हैं। उदाहरण के लिए, अधिकांश द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग दलाल अनियमित दलाल हैं। यदि आप अपने मूल्य पूर्वानुमान से चूक जाते हैं तो आप पैसे खो सकते हैं। यह अनुशंसा की जाती है कि आप अपने द्विआधारी व्यापार के लिए एक विश्वसनीय मंच चुनें।
द्विआधारी विकल्प ब्रोकर का व्यापार कैसे करें
द्विआधारी विकल्प का व्यापार करते समय, आपको एक अंतर्निहित संपत्ति खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है। इसके बजाय, आप यह अनुमान लगाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि कीमत खरीद दर से ऊपर या नीचे बढ़ेगी या नहीं। कीमत की भविष्यवाणी करने के बाद, आप परिसंपत्ति मूल्य आंदोलन के आधार पर कॉल या पुट विकल्प का चयन करते हैं। स्ट्राइक मूल्य उस मूल्य को संदर्भित करता है जिस पर व्यापारी अंतर्निहित परिसंपत्तियों का व्यापार कर रहे हैं। व्यापार समाप्त होने के समय तक बाजार मूल्य में वृद्धि या कमी होनी चाहिए। परिणाम या तो सभी या कुछ भी नहीं है, इसलिए व्यापारी समझते हैं कि वे प्रत्येक व्यापार के साथ कितना पैसा जोखिम में डाल रहे हैं।
बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग में कैसे सफल हों?
अनुभवी व्यापारी द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग के माध्यम से संभावित रूप से अपनी कमाई की क्षमता को बढ़ाने के लिए कई दलालों को एक साथ जोड़ सकते हैं। यदि आप नए हैं, द्विआधारी विकल्प दलालों और व्यापार के बारे में सब कुछ सीखते हैं, तो आवश्यक व्यापारिक सुविधाओं की पेशकश करने वाले एक महान दलाल का चयन करें। इसके अलावा, एक ट्रेडिंग विधि खोजें और ऐतिहासिक बाजार डेटा पर इसका बैकटेस्ट करें। अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म आपको आरंभ करने में सहायता के लिए शैक्षिक वीडियो और लेख और डेमो खाते प्रदान करते हैं।
अंतिम विचार
द्विआधारी विकल्प का उपयोग करके, दलाल एक साथ कई बाजारों को ब्राउज़ करने में आपकी सहायता कर सकते हैं और संभावित रूप से आपके भुगतान में वृद्धि कर सकते हैं। हमने नए और अनुभवी व्यापारियों दोनों के लिए उपलब्ध सर्वोत्तम प्लेटफार्मों को संकलित किया है। वाई इनमें से प्रत्येक प्लेटफॉर्म का एक निःशुल्क डेमो खाता है। न्यूनतम जमा राशि भी कम है, जिससे आप थोड़े से पैसे के साथ शुरुआत कर सकते हैं और अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं क्योंकि आप आत्मविश्वास और ज्ञान प्राप्त करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)
ज़रुरी नहीं; जबकि द्विआधारी विकल्प दांव के समान संरचित होते हैं, अधिकांश संगठन उन्हें जुए का एक रूप नहीं मानते हैं।
क्या बाइनरी ट्रेडिंग सुरक्षित है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने ट्रेड कैसे करते हैं और निवेश के मामले में आप कितना पैसा लगाते हैं, यह सुरक्षित हो सकता है।
सबसे अच्छा द्विआधारी विकल्प रणनीति क्या है?
सबसे आम द्विआधारी व्यापार रणनीतियों में दिशात्मक और प्रवृत्ति व्यापार शामिल है, जहां आप निर्णय लेने के लिए किसी परिसंपत्ति की कीमत की प्रवृत्ति को देखते हैं।
क्या द्विआधारी विकल्प विदेशी मुद्रा की तुलना में आसान हैं?
ज्यादातर लोगों को लगता है कि बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग फॉरेक्स ट्रेडिंग की तुलना में आसान है क्योंकि यह ट्रेडर के लिए लचीला नहीं है।
क्या द्विआधारी विकल्प दलालों को विनियमित किया जाता है?
सभी विनियमित द्विआधारी विकल्प दलाल सैद्धांतिक रूप से एक वित्तीय सेवा बोर्ड या कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग कमिशन जैसे वित्तीय उद्योग नियामक प्राधिकरण द्वारा विनियमित होते हैं।
द्विआधारी विकल्प व्यापारी कितने सफल हैं
चूँकि वे जो कुछ भी डालते हैं उसका 100% से कम प्राप्त करते हैं, आपको सफल होने के लिए 50 प्रतिशत से अधिक समय जीतने की आवश्यकता है।
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और वित्तीय सलाह के लिए नहीं है। कृपया किसी पेशेवर वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
सर्जन बन दलाल ने लिखा बाहर की दवा, हंगामा
इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Fri, 12 Apr 2019 11:07 PM IST
सर्जन बन दलाल ने लिखी बाहर की दवा, हंगामा
तीमारदारों ने पिटाई करने के लिए घेरा, मौका पाकर भाग निकला
अमर उजाला ब्यूरो
प्रतापगढ़। जिला अस्पताल के दलाल खुद ही सर्जन बन गए हैं। मरीजों को कमीशन वाली बाहर की दवा लिख रहे हैं। इसको लेकर शुक्रवार दोपहर जिला अस्पताल के ओपीडी में तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। पिटाई करने के लिए दलालों को घेर लिया। मौका पाकर एक दलाल चुनना वह भाग निकला।
जिला अस्पताल के ओपीडी नंबर पांच और छह में डॉक्टर से पहले दलाल पहुंच जाते हैं। मरीजों का पर्चा लेकर दलाल पहले ओपीडी पंजीका में दर्ज करते हैं। इसके बाद खुद को डॉक्टर बताते हैं। कमीशन वाली बाहर की दवा लिखते हैं। शुक्रवार दोपहर स्टेशन रोड के रहने वाले एमआर राहुल का भाई सुरेश इलाज कराने के लिए ओपीडी में पहुंचा। सर्जन वाले कक्ष में एक दलाल बैठा था। दलाल ने एमआर के भाई को एक हजार रुपये की बाहर की दवा लिख दी। मरीज ने दवा खरीदने के बाद अपने भाई को जानकारी दी। इस पर कई लोग ओपीडी में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पीटने के लिए दलाल को घेर लिया, लेकिन वह मौका पाकर भाग निकला। इसकी शिकायत सीएमओ से की गई है। सीएमएस योगेन्द्र यति ने कहा कि शिकायत नहीं मिली है। चिकित्सकों को आदेश जारी कर दिया गया है कि यदि वह अपने बगल किसी को बैठाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दलाल दिखाई पड़े तो उन्हें गिरफ्तार करवाकर तत्काल जेल भेजवाया जाएगा।
सुनील अध्यक्ष रमेश बने रनिंग स्टाफ के सचिव
प्रतापगढ़। रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक हाल में आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए महामंत्री एमएन प्रसाद ने कहा कि लोको रनिंग स्टाफ के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। उसको तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। यह नहीं रुका और उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन होगा। उन्होंने रनिंग अनाउंस की मांग जोरदार तरीके से उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। इस मौके पर प्रतापगढ़ ब्रांच का गठन किया गया। जिसमें सुनील प्रजापति कार्यकारी शाखा अध्यक्ष, रमेश गुप्ता सचिव, संजय पांडे, आरएस नीरज उपाध्यक्ष, अनुपम यादव कोषाध्यक्ष, वीएस मिश्रा, गणेश महतो, सुबोध कुमार संगठन सचिव, मोहम्मद सलीम, आरके कोरी संयुक्त सचिव, निशांत विश्वकर्मा, राजेश्वर मौर्य और अंकित मीडिया प्रभारी, अच्छे लाल संरक्षक और केके वर्मा को अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर अनिल शुक्ला, शफीक अहमद, डीके पांडेय, स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र, श्रीकांत त्रिपाठी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
आत्महत्या करने वाली युवती की हुई शिनाख्त
प्रतापगढ़। अंतू थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के पास ट्रेन से कटकर जान देने वाली महिला की पहचान हो गई है। बीते नौ अप्रैल की सुबह भवानीपुर गांव के सीमप उद्योग नगरी एक्सप्रेस के सामने हतसारा गांव निवासी दूधनाथ वर्मा ने की बेटी ललिता ने ट्रेन के सामने कूद कर जान दी थी। पहचान न होने के कारण शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। पहचान होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जहर खाने से हालत बिगड़ी
प्रतापगढ़। नगर के जोगापुर निवासी 18 वर्षीय जोखूलाल की बेटी कंचन व शुकुलपुर निवासी महबूब के बेटे अंजुम ने शुक्रवार को जहरीला पदार्थ खा लिया । हालत बिगड़ने पर दोनों को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
तीमारदारों ने पिटाई करने के लिए घेरा, मौका पाकर भाग निकला
अमर उजाला ब्यूरो
प्रतापगढ़। जिला अस्पताल के दलाल खुद ही सर्जन बन गए हैं। मरीजों को कमीशन वाली बाहर की दवा लिख रहे हैं। इसको लेकर शुक्रवार दोपहर जिला अस्पताल के ओपीडी में तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। पिटाई करने के लिए दलालों को घेर लिया। मौका पाकर वह भाग निकला।
जिला अस्पताल के ओपीडी नंबर पांच और छह में डॉक्टर से पहले दलाल पहुंच जाते हैं। मरीजों का पर्चा लेकर दलाल पहले ओपीडी पंजीका में दर्ज करते हैं। इसके बाद खुद को डॉक्टर बताते हैं। कमीशन वाली बाहर की दवा लिखते हैं। शुक्रवार दोपहर स्टेशन रोड के रहने वाले एमआर राहुल का भाई सुरेश इलाज कराने के लिए ओपीडी में पहुंचा। सर्जन वाले कक्ष में एक दलाल बैठा था। दलाल ने एमआर के भाई को एक हजार रुपये की बाहर की दवा लिख दी। मरीज ने दवा खरीदने के बाद अपने भाई को जानकारी दी। इस पर कई लोग ओपीडी में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पीटने के लिए दलाल को घेर लिया, लेकिन वह मौका पाकर भाग निकला। इसकी शिकायत सीएमओ से की गई है। सीएमएस योगेन्द्र यति ने कहा कि शिकायत नहीं मिली है। चिकित्सकों को आदेश जारी कर दिया गया है कि यदि वह अपने बगल किसी को बैठाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दलाल दिखाई पड़े तो उन्हें गिरफ्तार करवाकर तत्काल जेल भेजवाया जाएगा।
सुनील अध्यक्ष रमेश बने रनिंग स्टाफ के सचिव
प्रतापगढ़। रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक हाल में आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए महामंत्री एमएन प्रसाद ने कहा कि लोको रनिंग स्टाफ के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। उसको तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। यह नहीं रुका और उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन होगा। उन्होंने रनिंग अनाउंस की मांग जोरदार तरीके से उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। इस मौके पर प्रतापगढ़ ब्रांच का गठन किया गया। जिसमें सुनील प्रजापति कार्यकारी शाखा अध्यक्ष, रमेश गुप्ता सचिव, संजय पांडे, आरएस नीरज उपाध्यक्ष, अनुपम यादव कोषाध्यक्ष, वीएस मिश्रा, गणेश महतो, सुबोध कुमार संगठन सचिव, मोहम्मद सलीम, आरके कोरी संयुक्त सचिव, निशांत विश्वकर्मा, राजेश्वर मौर्य और अंकित मीडिया प्रभारी, अच्छे लाल संरक्षक और केके वर्मा को अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर अनिल शुक्ला, शफीक अहमद, डीके पांडेय, स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र, श्रीकांत त्रिपाठी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
आत्महत्या करने वाली युवती की हुई शिनाख्त
प्रतापगढ़। अंतू थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के पास ट्रेन से एक दलाल चुनना कटकर जान देने वाली महिला की पहचान हो गई है। बीते नौ अप्रैल की सुबह भवानीपुर गांव के सीमप उद्योग नगरी एक्सप्रेस के सामने हतसारा गांव निवासी दूधनाथ वर्मा ने की बेटी ललिता ने ट्रेन के सामने कूद कर जान दी थी। पहचान न होने के कारण शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। पहचान होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जहर खाने से हालत बिगड़ी
प्रतापगढ़। नगर के जोगापुर निवासी 18 वर्षीय जोखूलाल की बेटी कंचन व शुकुलपुर निवासी महबूब के बेटे अंजुम ने शुक्रवार को जहरीला पदार्थ खा लिया । हालत बिगड़ने पर दोनों को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
एक अच्छा निवेश फर्म चुनना
इंटरनेट ने स्टॉक और प्रतिभूतियों को ऑनलाइन व्यापार करना संभव बना दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने कोने में एक अच्छी निवेश फर्म की आवश्यकता नहीं है। एक अच्छी निवेश फर्म आपको आवश्यकता होने पर अनुसंधान और सलाह प्रदान कर सकती है। यहां तक कि अगर आप अपने स्वयं के निवेश निर्णय लेते हैं, तो ज्यादातर मामलों में आपको उन लेनदेन को निष्पादित करने के लिए एक दलाल की आवश्यकता होती है। सही निवेश फर्म चुनना आपके निवेश जीवन को बहुत आसान बनाता है।
प्रकार
जब आप एक निवेश फर्म के बारे में सोचते हैं, तो "स्टॉकब्रोकर" पहला शब्द हो सकता है जो दिमाग में आता है, लेकिन सभी प्रकार के वित्तीय पेशेवर वित्तीय उद्योग नियामक प्राधिकरण या एफआईएनआरए के अनुसार, एक निवेश फर्म के विवरण को फिट कर सकते हैं। अन्य प्रकार की निवेश फर्मों में वित्तीय नियोजक, बीमा एजेंसियां, निवेश सलाहकार, वकील और एकाउंटेंट शामिल हो सकते हैं। आपके द्वारा किए जाने वाले निवेश के प्रकारों के आधार पर, आपको एक से अधिक प्रकार की निवेश फर्म की सेवाओं की आवश्यकता हो सकती है।
सेवा का स्तर
निवेश फर्मों को आमतौर पर उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवा के स्तर से परिभाषित किया जाता है। पूर्ण सेवा फर्म आमतौर पर आपके खाते में एक विशिष्ट प्रतिनिधि प्रदान करती हैं। यह व्यक्ति आपके सवालों के जवाब देने, सिफारिशें करने और आपके निवेश आदेशों को निष्पादित करने के लिए उपलब्ध है। डिस्काउंट इनवेस्टमेंट फ़र्म आपको उनके शोध और सलाह तक पहुँच दे सकते हैं, और वे आपके आदेशों पर अमल करेंगे, लेकिन आपको व्यक्तिगत प्रतिनिधि नहीं मिलेगा। ऑनलाइन निवेश फर्मों ने आम तौर पर मानव कारक को काट दिया। आपके पास आमतौर पर उनके निवेश उपकरण और अनुसंधान तक पहुंच होती है, लेकिन आप अपने निवेश के सभी फैसले खुद करेंगे।
जैसा कि आप शायद उम्मीद करते हैं, एक पूर्ण सेवा निवेश फर्म आमतौर पर जाने का सबसे महंगा तरीका है। डिस्काउंट इन्वेस्टमेंट फ़र्म रियायती कमीशन देते हैं, जबकि ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ़र्म आमतौर पर प्रति ट्रांजैक्शन सबसे कम लागत देते हैं। यदि लागत आपका प्राथमिक निर्णय लेने वाला कारक है, तो आपका सबसे अच्छा दांव मूल्य और सेवाओं का सबसे अच्छा संयोजन प्रदान करने वाले को खोजने के लिए ऑनलाइन फर्मों के बीच खरीदारी करना है। यदि आप अपने स्वयं के निवेश निर्णय लेने में सहज नहीं एक दलाल चुनना एक दलाल चुनना हैं, तो एक पूर्ण-सेवा फर्म एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
गुणवत्ता
किसी भी निवेश फर्म के साथ एक नया खाता खोलने से पहले, अपना होमवर्क करें। एफआईएनआरए, आपके राज्य की प्रतिभूति नियामक एजेंसी या सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के एक दलाल चुनना सेंट्रल रजिस्ट्रेशन डिपॉजिटरी, एक ऑनलाइन डेटाबेस के साथ फर्म की पृष्ठभूमि की जांच करें, जिसमें निवेश फर्मों और उनके लिए काम करने वाले लोगों के खिलाफ पिछली शिकायतों और नियामक कार्रवाइयों के रूप में ऐसी जानकारी शामिल है। अपनी वित्तीय आवश्यकताओं और लक्ष्यों पर लागू होने वाले प्रश्न पूछें, और सुनिश्चित करें कि फर्म उन जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। पूछें कि फर्म को भुगतान कैसे किया जाता है और भुगतान कौन करता है। एक अच्छी निवेश फर्म आपकी आवश्यकताओं को उस कीमत पर पूरा कर सकती है जिसे आप भुगतान कर सकते हैं।
लेखक: Tiffany Castro
टिफ़नी कास्त्रो 25 वर्षीय पत्रकार हैं। उद्यमी। यात्रा निंजा। एक्सप्लोरर। संगीत के विद्वान। Baconaholic। पॉप संस्कृति कट्टरपंथी। लेखक।