बाजार का आकार

जानिए बैडमिंटन के रैकेट से जुड़ी हर जरूरी जानकारी
आइसोमेट्रिक हेड के आकार वाले रैकेट में बीच में ऐसी जगह होती है, जहां रैकेट के टकराने पर खिलाड़ी बेहतर अनुभव करता है। ज्यादातर खिलाड़ी चाहते हैं कि वो उसी स्थान से शटल को हिट करें। हालांकि, ये आमतौर पर शौकिया बैडमिंटन खिलाड़ियों द्वारा उपयोग किया जाता है। प्रोफेशनल खिलाड़ी इसका उपयोग नहीं कर सकते हैं।
थ्रॉट
ये रैकेट का वो हिस्सा है जो हेड को शाफ्ट से जोड़ता है। इससे रैकेट को स्थिरता मिलती है। हालांकि ये एक वैकल्पिक हिस्सा है, क्योंकि कुछ बैडमिंटन रैकेट में हेड सीधे तौर पर शाफ्ट से जोड़ दिया जाता है।
वह रैकेट जिसमें कोई थ्रॉट नहीं होता है, उसमें स्ट्रिंग एरिया को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, विस्तारित सीमा की अधिकतम चौड़ाई 35 मिमी हो सकती है, जबकि इस दौरान ये भी सुनिश्चित करना चाहिए कि स्ट्रिंग एरिया की कुल लंबाई 330 मिमी से अधिक न हो।
बैडमिंटन रैकेट में हेड को शाफ्ट से जोड़ने वाला थ्रॉट का उपयोग हो भी सकता है और नहीं भी। (2010 Getty Images)
शाफ्ट
शाफ्ट रैकेट का वो हिस्सा है जो हैंडल को हेड से जोड़ता है, या कुछ रैकेट्स में हेड को थ्रॉट से जोड़ता है।
शाफ्ट की लंबाई या चौड़ाई के लिए BWF के द्वारा किसी तरह का कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
हैंडल
किसी रैकेट में हैंडल वह हिस्सा होता है, जिससे खिलाड़ी रैकेट को पकड़ते हैं। बाजार का आकार खिलाड़ियों द्वारा पकड़े जाने वाला रैकेट का सबसे निचला हिस्सा सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है।
एक खिलाड़ी के लिए आरामदायक पकड़ अक्सर ये दर्शाती है कि खिलाड़ी रैकेट के साथ कितना सहज है और प्रोफेशनल खिलाड़ियों के लिए तो ये उनके मैच के लिए निर्णायक भी साबित हो सकता है।
हैंडल की लंबाई या चौड़ाई के लिए कोई निर्देश नहीं हैं, प्रत्येक खिलाड़ी इसे अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप बनवाते हैं।
इनके अलावा BWF के मानक के अनुसार रैकेट को पकड़ने के लिए किसी और उपकरण का प्रयोग नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, स्ट्रिंग एरिया में छोटे टेप लगाना, वजन को कम या अधिक करने के लिए किसी चीज की मदद लेना। हैंडल को खिलाड़ी के हाथ सुरक्षित रहने के लिए किसी प्रकार की कोई भी चीज इस तरह उपयोग में नहीं लाई जानी चाहिए, जिससे वो आकार और स्थान में बदलाव न कर सके।
बैडमिंटन रैकेट भी एक निश्चित, लंबाई का होना चाहिए, और ऐसे किसी भी बाजार का आकार उपकरण के साथ जुड़ा नहीं होना चाहिए जो रैकेट के आकार को बदल दे।
Lok Sabha: वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा- भारत में मजबूत बुनियादी तत्व, बाजार आकार निवेश को आकर्षित करना जारी रखेंगे
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि भारत में मजबूत बुनियादी तत्व और बाजार का आकार निवेश बाजार को आकर्षित करना जारी रखेंगे। लोकसभा में गिरीश भालचंद्र बापट और राहुल शेवाले के प्रश्न के लिखित उत्तर में सीतारमण ने यह बात कही। उन्होंने विश्व निवेश रिपोर्ट 2021 का हवाला …
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि भारत में मजबूत बुनियादी तत्व और बाजार का आकार निवेश बाजार को आकर्षित करना जारी रखेंगे। लोकसभा में गिरीश भालचंद्र बापट और राहुल शेवाले के प्रश्न के लिखित उत्तर में सीतारमण ने यह बात कही।
उन्होंने विश्व निवेश रिपोर्ट 2021 का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2020 में भारत में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के प्रवाह बाजार का आकार में 25.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 64 अरब डालर पहुंच गया जो वर्ष 2019 में 51 अरब डालर था। एफडीआई प्राप्त करने के मामले में भारत वर्ष 2019 में आठवें स्थान से 2020 में पांचवे स्थान पर आ गया।
नई ग्रीनफील्ड निवेश घोषणाओं के मूल्य में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 44 प्रतिशत और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में 16 प्रतिशत तक की अपेक्षाकृत तीव्र गिरावट दर्ज की गई । वित्त मंत्री ने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि भारत में घोषित ग्रीनफील्ड परियोजनाएं 19 प्रतिशत तक सिकुड़ी जो विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 44 प्रतिशत तक गिरावट के संदर्भ में महत्वपूर्ण है । सीतारमण ने कहा, ”भारत का मजबूत बुनियादी तत्व और बाजार का आकार निवेश बाजार को आकर्षित करना जारी रखेंगे । ”
बाजार का आकार
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व्हाईट ग्लोब में, भाषा विशेषज्ञों और अनुवादकों की टीम समान दक्षता और देखभाल के साथ संगठनात्मक आंतरिक सर्वेक्षण, वायरलेस साइट बाजार का आकार सर्वेक्षण, तकनीकी सर्वेक्षण, बहु-देश मूल्यांकन सर्वेक्षण आदि प्रदान करती है।
साक्षात्कार वीडियो
व्हाईट ग्लोब आसान स्थानीय प्रसार के लिए साक्षात्कार वीडियो का अनुवाद करने में भी माहिर है।
आने वाले हफ्ते में कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू बाजार में करीब एक फीसदी की तेजी रही है इसलिए अगले कारोबारी हफ्ते में तेजी के रूझान कायम रहने के आसार हैं.
TV9 Bharatvarsh | बाजार का आकार Edited By: Guest Author
Updated on: Sep 11, 2022 | 3:09 PM
अगर आप जानना चाहते हैं कि अगले सप्ताह बाजार की चाल कैसी रहेगी. इसके साथ आप यह भी जानना चाह रहे होंगे कि घरेलु मार्केट में मंदी आएगी या फिर तेजी इसके लिए हम आपको बता रहे हैं कि पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू बाजार में करीब एक फीसदी की तेजी रही है. जिससे कच्चे तेल में गिरावट और लगातार विदेशी निवेशकों की आवक और वैश्विक बाजारों में तेजी का ज्यादा फायदा मिला. पिछले हफ्ते सेंसेक्स 639 अंकों की तेजी के साथ 59793 और निफ्टी 239 अंकों के उछाल के साथ 17833 पर बंद हुआ था. इसके साथ ही पिछले हफ्ते सबसे अधिक आईटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, बैंक और मेटल्स में तेजी रही है. लेकिन अब अगले कारोबारी सप्ताह की बात करें तो तेजी के रूझान कायम रहने के आसार जताए जा रहे हैं लेकिन बाजार की चाल वैश्विक बाजारों की चाल के अलावा मैक्रोइकनॉमिक डेटा बाजार का आकार पर निर्भर करेगी.
बार्सलेज के एमडी और मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) राहुल बजोरिया के मुताबिक, सालाना आधार पर सीपीआई इंफ्लेशन अगस्त में भी 6.7 फीसदी पर कायम रह सकता है. इसके अलावा जुलाई के इंडस्ट्रिल प्रोडक्शन डेटा भी सोमवार को आएंगे जबकि थोक भाव पर आधारित इंडेक्स (WPI) से जुड़ा अगस्त का इंफ्लेशन डेटा बुधवार को आ सकता है, जुलाई में यह 13.93 फीसदी पर था और अगस्त में इसके 13 फीसदी रहने का अनुमानहै. विदेशी मुद्रा के रिजर्व का साप्ताहिक आंकड़ा शुक्रावार को और बैलेंस ऑफ ट्रेड का गुरुवार को आएगा.
बाजार में आ सकती है तेजी
अगले सप्ताह मंगलवार को अमेरिकी इंफ्लेशन के आंकड़े आ सकते है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक 20-21 सितंबर को होगी और उसके फैसले इन आंकड़ों पर निर्भर करेंगे. जुलाई में अमेरिकी इंफ्लेशन 8.5 फीसदी पर था जबकि एक महीने जून में यह 9.1 फीसदी पर था जो 40 साल में सबसे अधिक था.
अन्य प्रमुख वैश्विक डेटा
आपको बता दें कि मंगलवार को इंफ्लेशन के अलावा अमेरिका में बुधवार को क्रूड ऑयल स्टॉक; गुरुवार को अगस्त में खुदरा बिक्री, बेरोजगारी और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आएंगे. यूरो एरिया की बात करें तो बुधवार को जुलाई के औद्योगिक उत्पादन, गुरुवार को जुलाई के बैलेंस ऑफ ट्रेड और शुक्रवार को इंफ्लेशन के डेटा आएंगे. जापान में सोमवार को अगस्त के मशीन टूल ऑर्डर्स, मंगलवार को अगस्त के पीपीआई और बुधवार को जुलाई के मशीनरी ऑर्डर्स और जुलाई के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े आएंगे. चीन की बाजार का आकार बात करें तो गुरुवार और शुक्रवार को अहम आंकड़े आएंगे जिसमें खुदरा बिक्री, उत्पादन, बेरोजगारी से जुड़े डेटा और हाउस प्राइस इंडेक्स शामिल हैं.
तेल की कीमतें
पिछले हफ्ते सख्त मौद्रिक नीतियों और चीन में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कमजोर मांग के चलते कच्चे तेल के भाव 90 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गए. हालांकि इसके बाद सप्लाई से जुड़ी आशंका के चलते .यह 92.42 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया. अगले हफ्ते भी अगर यह 100 डॉलर के नीचे बना रहता है तो इक्विटी मार्केट को सपोर्ट भी मिलेगा.
फिसल सकता है भारतीय रुपया
तेल के भाव बाजार का आकार में गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की खरीदारी के चलते पिछले अमेरिकी डॉलर की तुलना में पिछले हफ्ते रुपया मजबूत हुआ. हालांकि एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी के मुताबिक इसकी मजबूती अस्थाई हो सकती है और आने वाले हफ्तों में अमेरिकी फेड और आरबीआई की सख्त नीतियों के चलते यह 81-82 रुपये के भाव तक फिसल सकता है.
घरेलू निवेशकों ने की करोड़ों की मुनाफावसूली
लगातार दो महीने विदेशी निवेशकों की खरीदारी से मार्केट सेंटिमेंट मजबूत हुआ है और स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीना के मुताबिक अगर यह रूझान आगे भी जारी रहता है तो बाजार को इससे सपोर्ट मिलेगा. इस महीने विदेशी निवेशकों ने अब तक घरेलू बाजार में 3,837 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की है. हालांकि घरेलू निवेशकों ने इस महीने 352 करोड़ रुपये की मुनाफावसूली की है.