क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है

इसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी ।
Cryptocurrency से करोड़पति कैसे बने ?
यह एक डिजिटल मुद्रा(digital currency) है। (Cryptocurrency Is A Digital Currency)
Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना शब्द है. Crypto जोकि लैटिन भाषा का शब्द है जो cryptography क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है से बना है और जिसका मतलब होता है, छुपा हुआ/हुई. जबकि Currency भी लैटिन के currentia से आया क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है है जो कि रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है ।
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क्रिप्टोकुरेंसी, क्रिप्टो-मुद्रा, या क्रिप्टो (Cryptocurrency, crypto-currency, or crypto) एक डिजिटल मुद्रा है जिसे एक कंप्यूटर क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है नेटवर्क के माध्यम से विनिमय के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा आयोजित या रखरखाव क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है किया जाता है, जैसे सरकार या बैंक पर निर्भर नहीं है।
डिजिटल मुद्रा (digital currency) क्या होता है और क्या यह विश्वसनीय है? (What is digital currency and is it reliable?)
डिजिटल मुद्रा (डिजिटल धन, इलेक्ट्रॉनिक धन या इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा)(digital money, electronic money or electronic currency) कोई भी मुद्रा, धन या धन जैसी संपत्ति है जिसे मुख्य रूप से इंटरनेट पर डिजिटल कंप्यूटर सिस्टम पर प्रबंधित, संग्रहीत या विनिमय (managed, stored or exchanged) किया जाता है।
डिजिटल मुद्राओं के प्रकारों में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency), आभासी मुद्रा और केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा(virtual currency, and central bank digital currency) शामिल हैं।
डिजिटल मुद्रा को इंटरनेट पर वितरित डेटाबेस में, किसी कंपनी या बैंक के स्वामित्व वाला एक केंद्रीकृत इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर डेटाबेस, डिजिटल फ़ाइलों के भीतर (company or bank, within digital files), या यहां तक कि क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है एक संग्रहीत-मूल्य कार्ड (value card) पर भी रिकॉर्ड किया जा सकता है।
क्या Crypto currency को आम मुद्रा की तरह मार्केट में इस्तेमाल कर सकते है ? (Can Crypto currency be used as a normal currency in the market?)
the cryptocurrency market: फिलहाल India मे क्रिप्टोकरेंसी को आम मुद्रा की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते और भारत की तरह अन्य और भी देश है जिन जहा क्रिप्टोकरेंसी इस्तेमाल नहीं होती,परंतु विश्व में कई ऐसे देश है जहा क्रिप्टोक्यूरेंसी को आम मुद्रा की तरह स्वीकार कीया जाता है।
किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी को इस्तेमाल नहीं कर सकते? (In Which Countries Cannot Use Cryptocurrencies?)
अल्जीरिया, बोलीविया, बांग्लादेश, मिनिकन गणराज्य, घाना, नेपाल, मैसेडोनिया क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है गणराज्य, कतर, वनुआटू इन देशों में क्रिप्टोकरेंसी प्रतिबंधित है।
क्या है डिजिटल करेंसी ?
डिजिटल करेंसी अर्थात डिजिटल मुद्रा, इस करेंसी को भारत में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency या CBDC) का नाम दिया गया है। सीबीडीसी ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी, न कि नोट या सिक्के की तरह। इसे वर्चुअल क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है करेंसी या वर्चुअल मनी कह सकते हैं। यह आपके पर्स या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वैसा ही होगा जैसा रुपये और सिक्के से होता है। इसे आरबीआई द्वारा जारी किया जाएगा। डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है। पहला रिटेल डिजिटल करेंसी इसे आम लोग और कंपनियों के लिए जारी किया जाता है। वहीं दूसरा होलसेल डिजिटल करेंसी इसे वित्तीय संस्थाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
- इसे आप सॉवरेन करेंसी में बदल सकते हैं।
- डिजिटल करेंसी से भारत सरकार को क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है लगभग 14 लाख करोड़ के फायदे का अनुमान हैं।
- 2030 तक 8 लाख रोजगार मिलने का अनुमान
- बिटकोईन और क्रिप्टो करेंसी से अलग सरकारी डिजिटान करेंसी होगी।
- देश मे नई डिजिटल करेंसी से विकास को गति मिलेगा।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- डिजिटल करेंसी की व्यवस्था एक सस्ती और कुशल करेंसी सिस्टम की ओर बढ़ेगी।
ब्लॉकचेन क्या है?
ब्लॉकचेन एक ऐसा तकनीक है जिसके जरिए करेंसी ही नहीं बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल फॉरमेट में बदलकर स्टोर कर सकते है। 1991 में स्टुअर्ट हबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटो ने ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया था। ये प्लेटफॉर्म एक लेजर की तरह है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये एक तरह का एक्सचेंज प्रोसेस है, जो डेटा ब्लॉक पर काम करता है। इसमें हर एक ब्लॉक एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं जिसे हैक नहीं किया जा सकता है। इस तकनीक का उद्देश्य डॉक्यूमेंट्स को डिजिटली सुरक्षित रखना है।
- डेटा रहेगा पूरी तरह से सुरक्षित क्योंकि ब्लॉकचेन बेस्ड सिस्टम काफी सुरक्षित है।
- ब्लॉकचैन एंड – टू – एंड एन्क्रिप्शन के साथ लेनदेन का एक अपरिवर्तनीय रिकॉर्ड बनाती है।
- जो धोखाधड़ी और अनधिकृत गतिविधि को रोकने में मदद करती है।
- ब्लॉकचेन पर डेटा कंप्यूटर के एक नेटवर्क में संग्रहीत किया जाता हैं, जिससे इसे हैक करना लगभग असंभव हो जाता है।
- यह लेनदेन को संसाधित करने में दक्षता पैदा करता है।
- इस तकनीक से डेटा एकत्र करने और संशोधित करने के साथ – साथ रिपोर्टिंग और ऑडिटिंग प्रक्रियाओं को आसान बनाने का काम करता है।
- ब्लॉकचेन व्यवसायों को बिचौलियों – विक्रेताओं और तीसरे पक्ष के प्रदाताओं को – समाप्त करके लागत में कटौती करने में मदद करता है।
क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या अंतर हैं?
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में सबसे बड़ा अंतर यह है कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है। इसलिए इसमें जोखिम नहीं होता है। इससे जारी करने वाले देश में खरीदारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट है। इसे कानूनी मान्यता नही हैं। इसकी सारी जिम्मेदारी निवेशकों की होती हैं। इसमें जोखिम ज्यादा क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है होता हैं। क्योंकि यह किसी भी सरकार या संस्था द्वारा संचालित नही होता हैं।
दोस्तों नमस्कार ! हम कोशिश करते हैं कि आप जो चाह रहे है उसे बेहतर करने में अपनी क्षमता भर योगदान दे सके। प्रेणना लेने के लिए कही दूर जाने की जरुरत नहीं हैं, जीवन के यह छोटे-छोटे सूत्र आपके सामने प्रस्तुत है.