बार चार्ट

बार चार्ट
तकनीकी विश्लेषण में इतिहास का रिकॉर्ड रखना और प्लॉट करना काफी महत्वपूर्ण है।
किसी निश्चित समय अवधि के दौरान किसी शेयर की कीमत में होने वाले बदलाव पर नजर रखने की कई विधियां हैं, लेकिन बार चार्ट और कैंडलस्टिक चार्ट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है। चार्ट का इस्तेमाल विभिन्न समायावधि मसलन इंट्रा-डे, दैनिक, साप्ताहिक और मासिक के लिए हो सकता है, जो उद्देश्य पर निर्भर करता है।
बार और कैंडल चार्ट को समझना काफी आसान होता है और लाइन चार्ट के मुकाबले कीमतों में उतार-चढ़ाव की पूरी-पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। लाइन चार्ट सिर्फ बंद होने के समय की कीमत को ही दर्शाता है।
बार चार्ट
बार चार्ट किसी खास समय के दौरान शेयरों की कीमतों में होने वाले बदलाव को ग्राफीय विधि से दर्शाता है। इसमें कई बार क्रमागत रूप में खड़े होते हैं। प्रत्येक बार में वर्टिकल और हॉरिजोंटल बार होते हैं।
वर्टिकल के सबसे ऊपर और सबसे नीचे स्थित बिन्दु खास समय में शेयर की अधिकतम और निम्तम कीमतों को दिखाते हैं। बायीं ओर क्षैतिज रेखा जहां खुलने के समय की कीमत को दर्शाती है वहीं दाहिनी तरफ की रेखा बंद होने के समय की कीमत बार चार्ट को दर्शाती है।
बार चार्ट का अध्ययन
अगर आज बंद होने के समय कीमत कल के बंद होने की कीमत से ज्यादा होती है तो बार चार्ट बार का रंग हरा या नीला होता है। अगर आज बंद होने के समय कीमत कल बंद होने के समय कीमत से कम होती है तो बार का रंग लाल होता है। अगर बंद होने के समय कीमत पिछली कीमत से ज्यादा होती है तो बुलिश बार जबकि बंद होने के समय की कीमत के पिछले कीमत से कम होने की स्थिति में बीयर बार का निर्माण किया जाता है।
कैंडलस्टिक चाट्र्स
इस चार्ट का इस्तेमाल पहली बार जापानियों ने सत्रहवीं शताब्दी में किया था। पश्चिमी जगत के लोगों ने इसे परिष्कृत किया है। कैंडलस्टिक खुलने के समय और बंद होने के समय की कीमतों के आपसी संबंध को दर्शाता है।
ऊंचाई किसी खास अवधि के दौरान हुए कारोबार में कीमतों के दायरे को दिखाती है। बीच का भाग उक्त अवधि के लिए खुलने और बंद होने के समय को दर्शाता है। अगर बंद होने के समय कीमत खुलने के समय की कीमतों से ज्यादा होती है तो कैंडलस्टिक बीच का भाग खाली या नीलेहरे रंग का होता है।
अगर खुलने के समय की कीमत बंद होने के समय की कीमत से ज्यादा होती है तो केंडलस्टिक के बीच का भाग लाल रंगों से भरा जाता है। कैंडलस्टिक के रंगों से भरे भाग को 'दी बॉडी' कहा जाता है। बॉडी के ऊपर और नीचे पतली लाइन अधिकतमनिम्नतम दायरे को दर्शाती हैं और इसे 'शेडो' कहा जाता है।
अगर शेयर के बंद होने के समय कीमत खुलने के समय की कीमत से ज्यादा होने की स्थिति में बॉडी के निचले भाग के साथ सफेद कैंडलस्टिक खींची जाती है जो खुलने के समय की कीमत को दर्शाती है और बॉडी का सबसे ऊपरी हिस्सा बंद होने की कीमत को दर्शाती है।
अगर शेयर खुलने के मुकाबले कम कीमत पर बंद होता है तो बॉडी के ऊपरी भाग के साथ एक डार्क कैंडलस्टिक खींची जाती है जो खुलने के समय कीमत और बॉडी का निचला हिस्सा बंद होने के समय कीमत को दिखाती है।
यह जरूरी नहीं है कि कीमतों में किसी खास बदलाव के लिए केंडल और बार चार्ट का रंग एक ही हो क्योंकि बार का रंग बंद होने के समय और पिछले बंद होने की कीमतों बीच के अंतर के आधार पर तय होती हैं जबकि कैंडल का रंग बंद होने और खुलने के समय की कीमतों के बीच तुलना से तय होता है। कैंडलस्टिक में कई दिलचस्प पैटर्न होते हैं जिनके बारे में हम बाद में चर्चा करेंगे।
अगले सप्ताह सपोर्ट और रेसिस्टेंस
लेखक अनाग्रम कैपिटल के निदेशक और शोध प्रमुख हैं।
निर्देश :- बार चार्ट का अध्ययन कीजिये और प्रश्नो के उत्तर दीजिये । वर्ष 2001 में अधिकतम प्रतिशत लाभ कमाने वाली कंपनी कौन सी है ?
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कैसे पाई चार्ट बनाएँ (Make a Pie Chart)
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पाई चार्ट (pie chart) एक तरह का ग्राफ होता है, जिसे स्टेटिस्टिक्स या आँकड़ों को कंपेयर करने के लिए बनाया जाता है। इसे पाई चार्ट इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ये कई ऐसे छोटे सेक्शन का बना एक सर्कल जैसा होता है, जो पाई के स्लाइस की तरह नजर आता है। ये टोटल पर्सेंटेज को आसानी से समझ में आने वाले तरीके में दर्शाता है और बात जब कॉम्प्लेक्स डेटा को शेयर करने की आती है, तब ये एक बहुत अच्छा टूल बन सकता है। आप बस एक मैथमेटिकल कम्पास, पेंसिल और थोड़े कलर पेंसिल या मार्कर का यूज करके अपने हाथ से भी पाई चार्ट बना सकते हैं। आप चाहें तो वर्ड-प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर या फिर एक फ्री ऑनलाइन प्रोग्राम का इस्तेमाल करके भी एक डिजिटल पाई चार्ट तैयार कर सकते हैं।
ग्राफ टूल (graph tool) यूज करके एक्सेल (Excel) में पाई चार्ट बनाएँ: एक एक्सेल स्प्रेडशीट में, लेफ्ट-हैंड कॉलम में हर एक डेटा के लेबल को लिखें। इसके सामने की लाइन में हर एक संबन्धित डेटा पॉइंट को लिखें। माउस को सारे लेबल और डेटा पॉइंट्स के ऊपर से ड्रैग करने के पहले, माउस को क्लिक और होल्ड करके लेबल और नंबर को हाइलाइट करें। माउस को रिलीज करें और नंबर के सामने आने वाले एक छोटे से आइकॉन को क्लिक करें। एक पाई चार्ट जनरेट करने के लिए पहले “Charts” पर क्लिक करें और फिर “Pie Chart” क्लिक करें। [१] X रिसर्च सोर्स
नोट: आप आपके डेटा पॉइंट्स को किस तरह से लिस्ट करते हैं, वो ऑर्डर ही उनके आपके चार्ट में दिखने के ऑर्डर को दर्शाता है। अगर आप एक सीक्वेंशियल चार्ट बना रहे हैं, तब ऐसा करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है।
- आपका डेटा क्या दर्शाने वाला है, उसके अनुसार वर्ड्स को चेंज करके हर एक लेबल को एडिट करें। चार्ट के टाइटल को एडिट करने के लिए, उसे क्लिक करें, ताकि ये आपके पाई चार्ट के सबजेक्ट को बार चार्ट दर्शा सके। हर एक लेबल के सामने के नंबर को रिप्लेस करें, ताकि ये आपके डेटा को रिफ्लेक्ट कर सके।
- एक्सेल या वर्ड में बनाए किसी भी पाई चार्ट को पॉवरपिंट (PowerPoint) में कॉपी और पेस्ट किया जा सकता है।
- पाई चार्ट, जिसे आपने वर्ड में बनाया है, वो आपके द्वारा एक्सेल में बनाए पाई चार्ट के समान ही रहेगा।
- https://www.meta-chart.com/ और https://www.onlinecharttool.com, ये दोनों ऑनलाइन मौजूद दो सबसे ज्यादा पॉपुलर चार्ट-मेकिंग टूल हैं। ये आपको कई तरह के डिजाइन एलीमेंट को कंट्रोल करने में और अपनी खुद की इन्फोर्मेशन को एंटर करने में कंट्रोल देता है।
- Meta-Chart यूज करने के लिए, मेन स्क्रीन पर “Pie Chart” क्लिक करें। अपनी स्टाइल, बॉर्डर और बैकग्राउंड कलर सिलेक्ट करें। “Data” टैब पर क्लिक करें और अपने नंबर एंटर करें और हर एक पॉइंट के लिए नेम एंटर करने के लिए “Labels” टैब क्लिक करें। अपने चार्ट को जनरेट करने के लिए “Display” पर क्लिक करें।
- एक ऑनलाइन चार्ट टूल (Online Chart Tool) यूज करने के लिए, स्क्रीन के टॉप में मौजूद ड्रॉप-डाउन मेनू “Pie” सिलेक्ट करें। अपने अपीयरेंस, कलर और डिजाइन को सिलेक्ट करें। अपने लेबल्स और डेटा पॉइंट्स को एंटर करने के लिए “next” दबाएँ। “next” क्लिक करें और अपने फॉन्ट सिलेक्ट करें। अपना चार्ट जनरेट करने के लिए एक और बार “next” क्लिक करें।
- जैसे, अगर अगर आप किसी फार्म में मौजूद एनिमल्स के नंबर का एक चार्ट बना रहे हैं, तो आप सबसे ऊपर 24 गाय लिखेंगे, जिसके बाद 20 पिग्स और 6 मुर्गियाँ लिखेंगे।
नोट: राउंड नंबर्स को कैलकुलेट करना आसान होता है, इसलिए अगर हो सके, तो डेसिमल को छोड़ दें। जैसे, 20.4 को 20 कर दें या 5.8 को 6 कर दें। ये आपके लिए चीजों को थोड़ा आसान बना देगा और इससे आपके डेटा के ऊपर भी कोई ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
- जैसे, आप 24 के सामने “cows”, 20 के सामने “pigs” और 6 के सामने “chickens” लिखेंगे। आप चाहें तो हर एक एनिमल को दिखाने के लिए उनकी छोटी सी ड्रॉइंग भी बना सकते हैं या फिर उन्हें “C,” “P,” और “Ch” एब्रिबिएट कर सकते हैं।
- डिनोमिनेटर फ्रेक्शन लाइन के नीचे जाने वाले नंबर के लिए एक मैथ टर्म होती है।
- एक डेसिमल को पाने के लिए आप आपके डेटा में मौजूद हर एक नंबर को इसी डिनोमिनेटर से डिवाइड करने वाले हैं। ये आपको दिखाएगा कि हर बार चार्ट एक डेटा पॉइंट जोड़ में अपना कितना पर्सेंटेज रखता है। आप हर एक नंबर को 360 से मल्टीप्लाय करके ये तय करेंगे कि एक सेक्शन पाई चार्ट के ऊपर कितना बड़ा सेक्शन लेने वाला है।
- फार्म एनिमल्स के पाई चार्ट के लिए, आप 24, 20, और 6 को एक-साथ जोड़ेंगे, जिससे कि आपको टोटल 50 मिल जाएगा। आपको आपका डिनोमिनेटर मिल जाएगा।
- अगर आपका कोई भी नंबर 1 से बड़ा बार चार्ट निकलकर आता है, तो समझ जाएँ कि बीच में कहीं कोई गड़बड़ हुई है। हर एक नंबर को एक डेसिमल रहना चाहिए।
- फार्म एनिमल पाई चार्ट के लिए, 24/50 = 0.48 गाय, 20/50 = 0.4 पिग्स और 6/50 = 0.12 मुर्गियाँ मिलेगा।
सलाह: ये डेसिमल भी ठीक पर्सेंटेज की ही तरह फंक्शन करते हैं। जैसे, 0.44 ठीक 44% की ही तरह होता है। ये हर एक डेटा पॉइंट्स के लिए जरूरी साइज का पता लगाने में मदद कर सकता है। अगर आपको आपके अंदाजे के बारे में ज्यादा कोई परवाह नहीं है, तो आप यहीं पर रुक सकते हैं और अपने पाई चार्ट का एक रफ स्केच बनाने के लिए इन्हीं पर्सेंटेज को यूज कर सकते हैं।
Stocks Tips: निफ्टी में तेजी के आसार, चार्ट पर इन चार कंपनियों के स्टॉक दिख रहे मजबूत
Market Outlook: मीडियम टर्म में मार्केट में बुलिश ट्रेंड दिख रहा है, ऐसे में अगर मार्केट में इस समय कोई गिरावट होती है तो इसे खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए.
निवेशक टेक महिंद्रा, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, टाटा केमिकल्स और भारत फोर्ज में निवेश कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
Stocks to buy: एक कारोबारी दिन पहले 31 अगस्त को मार्केट रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए और सेंसेक्स/निफ्टी ने 17153.50/57982.47 का स्तर पहली बार छुआ. मंगलवार को धीमी शुरुआत के बाद धीरे-धीरे मार्केट में तेजी आई और इसने एक बार 17000/57200 का मनौवैज्ञानिक स्तर पार किया तो आगे भी तेजी बनी रही. सेक्टर्स की बात करें तो कंजम्प्शन, मेटल और आईटी में खरीदारी का रूझान दिखा लेकिन मीडिया व कुछ ऑटो स्टॉक्स पर बिकवाली का दबाव भी दिखा. तकनीकी रूप से बात करें तो मार्केट में आगे भी बुलिश ट्रेंड दिख रहा है.
पिछले तीन कारोबारी दिनों में तेजी के बावजूद ट्रेडर्स को 17200/58200 के रेजिस्टेंस लेवल पर सावधानी बरतनी होगी. मीडियम टर्म में बुलिश ट्रेंड दिख रहा है, ऐसे में अगर मार्केट में इस समय कोई गिरावट होती है तो इसे खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए. मार्केट को 16980/57100 पर सपोर्ट मिल रहा है और यह 17275/58450 तक जा सकता है. हालांकि अगर मार्केट 16980/57100 के नीचे लुढ़कता है तो यह 16900/56800 तक फिसल सकता है. निवेशक टेक महिंद्रा, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, टाटा केमिकल्स और भारत फोर्ज में निवेश कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 9 कंपनियों का मार्केट कैप 79,798 करोड़ बढ़ा, TCS-Infosys को सबसे ज्यादा मुनाफा
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Bikaji Foods के IPO में पैसा लगाने वालों की भर रही है जेब, लगातार दूसरे दिन 10% अपर सर्किट, रिकॉर्ड हाई पर शेयर
Tech Mahindra
BUY, CMP: Rs 1,447.65, TARGET: Rs 1,520, SL: Rs 1,414
यह स्टॉक लगातार आगे बढ़ रहा है और कुछ कारोबारी दिनों में गिरावट के बावजूद इसके भाव मजबूत हो रहे हैं. आने वाले कारोबारी दिनों में इसमें वर्तमान लेवल से ऊपर जाने का ट्रेंड दिख रहा है.
Grasim Industries
BUY, CMP: Rs 1,500.4, TARGET: Rs 1,575, SL: Rs 1,470
दोहरे बॉटम चार्ट पैटर्न के बाद अब डेली चार्ट पर वॉल्यूम एक्टिविटी बढ़ने के चलते इस स्टॉक में रिवर्स ट्रेंड दिख सकता है. इसके अलावा इस स्टॉक ने स्लोपिंग ट्रेंड लाइन को ब्रेकआउट किया है जिससे ग्रासिम इंडस्ट्रीज में आगे तेजी के आसार दिख रहे हैं.
Bharat Forge
BUY, CMP: Rs 767.2, TARGET: Rs 805, SL: Rs 750
इस स्टॉक की वॉल्यूम एक्टिविटी बढ़ रही है यानी अधिक शेयरों की खरीद-बिक्री हो रही है. इसके अलावा यह स्टॉक डेली चार्ट पर अपने शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर है जिसके चलते इसमें बुलिश ट्रेंड के संकेत मिल रहे हैं.
Tata Chemicals
BUY, CMP: Rs 844.65, TARGET: Rs 888, SL: Rs 825
इस स्टॉक 890 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद करेक्शन शुरू हुआ लेकिन अब इसमें तेजी दिख रही है. चार्ट पर यह बढ़ते वॉल्यूम के साथ राउंडिंग बार चार्ट बॉटम बना रहा है जिसके चलते आने वाले कारोबारी दिनों में इसमें तेजी के आसार दिख रहे हैं.
(आर्टिकल: श्रीकांत चौहान, एग्जेक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, टेक्निकल रिसर्च, कोटक सिक्योरिटीज)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)